उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा की केंद्र और राज्य सरकारों के साथ-साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला बोला। इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को धोखेबाज बताया। यही नहीं उन्होंने इसके बाद भी बहुत कुछ कह डाला। आगे जानिए क्या कहा उन्होंने…जहाँ पटना में सबसे कम तो वहीँ कोलकाता नंबर 1, जानिए कहां जब्त हुई कितने की बेनामी संपत्ति का कला चिट्ठा
उन्होंने कहा कि नीतीश को यदि महागठबंधन तोड़ना ही था तो वे विधानसभा भंग कराकर दोबारा चुनाव कराते। उन्होंने जनता के साथ बड़ा धोखा किया है। भाजपा को घेरते हुए रावत ने कहा कि भाजपा ने देश को कांग्रेस मुक्त के साथ ही विपक्ष मुक्त कराने का भी निर्णय ले लिया है, लेकिन इसके लिए विपक्ष एकजुट होकर जनता के बीच जाएगा।
उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में हरिद्वार से मैदान में उतरने के भी संकेत दिए। रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि भाजपा की सरकारें धनबल से गुजरात के साथ अन्य प्रदेशों में चुने हुए जन प्रतिनिधियों से इस्तीफा दिलवाकर लोकतंत्र की हत्या करा रही हैं।
जानिए आगे क्या कहा
केंद्र सरकार लोकतंत्र के निम्न स्तर पर काम कर रही है जो लोकतंत्र के लिए घातक है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को एकजुट होकर भाजपा की इस कुचेष्टा के खिलाफ उतरना होगा।
उन्होंने किसानों द्वारा की जा रही आत्महत्या के मामलों पर केंद्र और राज्य सरकारों को घेरते हुए कहा कि जब चुनाव हो रहे थे तो स्वयं प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और अमित शाह ने किसानों के ऋण माफ करने के साथ आमदनी को दोगुना करने की घोषणाएं की थी, लेकिन हुआ क्या। केंद्रीय वित्त मंत्री ने किसानों की ऋण माफी को प्रदेश के पाले में डाल दिया।
उन्होंने शिक्षा विभाग में भर्ती का प्रकरण उठाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने 20 हजार पदों को फ्रीज कर दिया है। उन्होंने चेेतावनी दी कि वह प्रदेश में किसानों और बेरोजगारों के हितों के लिए सड़क पर उतरेंगे।