वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने उद्योग संघों से एक व्यापक प्लान तैयार करने को कहा है, जिसमें कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटा जा सके। उन्होंने महामारी से प्रभावित बच्चों की मदद करने का भी सुझाव दिया।
उन्होंने यह बातें 1 जून को उद्योग संघों के साथ बैठक करते हुए कोविड-19 महामारी के कारण मौजूदा और भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा के दौरान कही।
गोयल ने कहा है कि हाल के दिनों में COVID-19 मामलों में तेजी से वृद्धि के कारण लॉकडाउन, ऑक्सीजन की कमी, श्रमिकों के प्रवास और कार्यबल के बीच वायरस के प्रसार के कारण औद्योगिक उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ था।
उन्होंने कहा कि उद्योग संघों से यह उम्मीद की जाती है कि वे मौजूदा और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए पिछले अनुभवों से सीखे गए सबक का लाभ उठाएं। वाणिज्य और मंत्रालय द्वारा मंगलवार देर रात जारी एक बयान में कहा गया, गोयल ने उद्योग संघों से एक व्यापक चेकलिस्ट तैयार करने को कहा है जिससे संभावित कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए उसका पालन किया जाए।
उद्योग के प्रतिनिधियों में CII, और PHD चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के लोगों के अलावा अन्य लोग शामिल रहे जिन्होंने COVID-19 की तीसरी लहर होने की स्थिति में अपने अनुभव और तैयारियों को साझा किया।
गोयल ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था एक मजबूत सुधार की ओर बढ़ रही है और यह पूर्व COVID-19 के स्तर को पार करने की राह पर है। उन्होंने कहा कि COVID-19 की दूसरी लहर हम सभी के लिए कठिन रही है। हालांकि, उद्योगों की सक्रिय भूमिका, लचीलापन और प्रतिबद्धता के चलते हमारी वापसी को अधिक मजबूती के साथ सुनिश्चित करेगी।
विदेश व्यापार पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अप्रैल 2021 में निर्यात ने पूर्व-COVID -19 के आंकड़ों को पार कर लिया है। मई 2021 के दौरान भी जब कोरोना के मामले बहुत ज्यादा आ रहे थे तब भी देश ने बहुत अच्छा निर्यात किया।
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