बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि प्राइवेट सेक्टर में भी आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए और इस पर राष्ट्रीय स्तर पर बहस की जरूरत है। नीतीश का यह बयान ऐसे समय में आया है जब नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि वो प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण के खिलाफ हैं। उन्होने कहा था कि हमारी कोशिश नौकरियां बढ़ाने पर हैं न कि आरक्षण। अभी-अभी: यमन सीमा पर हेलिकॉप्टर हुआ क्रैश, सऊदी के राजकुमार का हुआ निधन..
नीतीश कुमार से पहले प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण की मांग लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान भी कर चुके हैं। बता दें कि पिछले साल कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण को बढ़ावा देने का कानून बनाया था।
नीतीश कुमार ने कहा कि जो लोग इस वक्त जीएसटी का विरोध कर रहे हैं उनसे पूछना चाहिए कि वो तब कहां थे तब इसे प्रस्तावित किया जा रहा था। पहले वैट (VAT) को लेकर विरोध किया जा रहा था और जीएसटी को लेकर विरोध हो रहा है। उन्होंने कहा कि बदलाव में थोड़ा समय लगता है। इस पर विरोध करने की जरूरत ही नहीं है।