हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ माह शुरू हो चुका है और ये भी कह सकते हैं आषाढ़ का महीना हमारे लिए कई व्रत और त्यौहार भी लेकर आया है. तो हम आपको यही बताने जा रहे हैं आषाढ़ माह में कौनसे खास और महत्वपूर्व व्रत और त्यौहार आने वाले हैं. आइये जानते हैं उन त्योहारों के बारे में - * योगिनी एकादशी : आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष में ये एकादशी मनाई जाती है जो कैलेंडर के अनुसार 9 जुलाई को आने वाली है. ये एकादशी बहुत खास होती है जिसमें आप भगवान विष्णु का पूजन करते हैं. * आषाढ़ अमावस्या : ये अमावस्या 13 जुलाई को आने वाली है जिसे काफी पवित्र माना गया है. इस दिन दान पुण्य करने से मनोकामना पूरी होती है. इस दिन सूर्य ग्रहण भी है. * गुप्त नवरात्रि : इस माह में गुप्त नवरात्री भी 13 जुलाई से ही शुरू हो रही है. * जगन्नाथ यात्रा : 14 जुलाई को विश्वप्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा भी है जो आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया से भगवान जगन्नाथ की यात्रा निकाली जाती है. इस यात्रा में भगवान श्री कृष्ण, माता सुभद्रा व बलराम रथ निकाला जाता है. * देवशयनी एकादशी : 6 महीने पूरे होने के बाद देवशयनी एकादशी आती है जिसमें कोई भी मांगलिक कार्य नहीं होते हैं. ये एकादशी इस समय 23 जुलाई 2018 क है जिस समय से भगवान विष्णु चातुर्मास के लिए विश्राम करने क्षीर सागर में चले जाते हैं. * आषाढ़ और गुरु पूर्णिमा : 27 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा है. इस दिन को गुरु पूर्णिमा, व्यास पूर्णिमा आदि के रूप में भी मनाया जाता है जिसमें गुरु की पूजा की जाती है.

आषाढ़ माह में आने वाले हैं खास व्रत और त्यौहार

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ माह शुरू हो चुका है और ये भी कह सकते हैं आषाढ़ का महीना हमारे लिए कई व्रत और त्यौहार भी लेकर आया है. तो हम आपको यही बताने जा रहे हैं आषाढ़ माह में कौनसे खास और महत्वपूर्व व्रत और त्यौहार आने वाले हैं. आइये जानते हैं उन त्योहारों के बारे में – हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ माह शुरू हो चुका है और ये भी कह सकते हैं आषाढ़ का महीना हमारे लिए कई व्रत और त्यौहार भी लेकर आया है. तो हम आपको यही बताने जा रहे हैं आषाढ़ माह में कौनसे खास और महत्वपूर्व व्रत और त्यौहार आने वाले हैं. आइये जानते हैं उन त्योहारों के बारे में -   * योगिनी एकादशी :  आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष में ये एकादशी मनाई जाती है जो कैलेंडर के अनुसार 9 जुलाई को आने वाली है. ये एकादशी बहुत खास होती है जिसमें आप भगवान विष्णु का पूजन करते हैं.  * आषाढ़ अमावस्या :  ये अमावस्या 13 जुलाई को आने वाली है जिसे काफी पवित्र माना गया है. इस दिन दान पुण्य करने से मनोकामना पूरी होती है. इस दिन सूर्य ग्रहण भी है.  * गुप्त नवरात्रि :  इस माह में गुप्त नवरात्री भी 13 जुलाई से ही शुरू हो रही है.  * जगन्नाथ यात्रा :  14 जुलाई को विश्वप्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा भी है जो आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया से भगवान जगन्नाथ की यात्रा निकाली जाती है. इस यात्रा में भगवान श्री कृष्ण, माता सुभद्रा व बलराम रथ निकाला जाता है.  * देवशयनी एकादशी :  6 महीने पूरे होने के बाद देवशयनी एकादशी आती है जिसमें कोई भी मांगलिक कार्य नहीं होते हैं. ये एकादशी इस समय 23 जुलाई 2018 क है जिस समय से भगवान विष्णु चातुर्मास के लिए विश्राम करने क्षीर सागर में चले जाते हैं.  * आषाढ़ और गुरु पूर्णिमा :  27 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा है. इस दिन को गुरु पूर्णिमा, व्यास पूर्णिमा आदि के रूप में भी मनाया जाता है जिसमें गुरु की पूजा की जाती है.

योगिनी एकादशी :

आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष में ये एकादशी मनाई जाती है जो कैलेंडर के अनुसार 9 जुलाई को आने वाली है. ये एकादशी बहुत खास होती है जिसमें आप भगवान विष्णु का पूजन करते हैं.

 आषाढ़ अमावस्या :

ये अमावस्या 13 जुलाई को आने वाली है जिसे काफी पवित्र माना गया है. इस दिन दान पुण्य करने से मनोकामना पूरी होती है. इस दिन सूर्य ग्रहण भी है.

 गुप्त नवरात्रि :

इस माह में गुप्त नवरात्री भी 13 जुलाई से ही शुरू हो रही है.

 जगन्नाथ यात्रा :

14 जुलाई को विश्वप्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा भी है जो आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया से भगवान जगन्नाथ की यात्रा निकाली जाती है. इस यात्रा में भगवान श्री कृष्ण, माता सुभद्रा व बलराम रथ निकाला जाता है.

 देवशयनी एकादशी :

6 महीने पूरे होने के बाद देवशयनी एकादशी आती है जिसमें कोई भी मांगलिक कार्य नहीं होते हैं. ये एकादशी इस समय 23 जुलाई 2018 क है जिस समय से भगवान विष्णु चातुर्मास के लिए विश्राम करने क्षीर सागर में चले जाते हैं.

आषाढ़ और गुरु पूर्णिमा :

27 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा है. इस दिन को गुरु पूर्णिमा, व्यास पूर्णिमा आदि के रूप में भी मनाया जाता है जिसमें गुरु की पूजा की जाती है.

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