भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी दुनिया की नजरों से दूर इंग्लैंड दौरे से पहले राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में नेट पर पसीना बहाते हुए नज़र आए. ज्ञात हो कि सचिन तेंदुलकर भी अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के आखिरी के कुछ सालो में मुंबई के ब्रांद्रा कुर्ला मैदान में अकेले ही प्रेक्टिस करते थे और एनसीए में महेंद्र सिंह धोनी का अभ्यास भी कुछ इसी तरह का है. बता दें कि एमएस धोनी राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में थ्रो डाउन विशेषज्ञ रघु और तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर के साथ यहां पर पहुंचे और लगभग ढाई घंटे तक उन्होंने 18 गज की दूरी से थ्रो-डाउन पर अपना पसीना बहाया. यहाँ पर धोनी ने सौ से ज्यादा गेंदों का सामना किया जिसमें से लगभग 70 प्रतिशत थ्रो-डाउन से फेंकी गयी थी. यहाँ पर थ्रो-डाउन में धीरे-धीरे गेंद की गति बढाई गई और धोनी ने शॉर्ट गेंद तथा बैक लेंथ गेंदों को खेला. धोनी ने कुछ गेंदों को रक्षात्मक तरीके से खेला तो कुछ गेंदों का डट के आगे बढ़कर सामना किया. धोनी का यह प्रेक्टिस सत्र खत्म होने के बाद ड्रेसिंग रूम की तरफ जाते समय उनकी नजर जब यहां मौजूद यहां दो पत्रकारों पड़ी तो धोनी ने कहा, ‘‘भनक लग गया"भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी दुनिया की नजरों से दूर इंग्लैंड दौरे से पहले राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में नेट पर पसीना बहाते हुए नज़र आए. ज्ञात हो कि सचिन तेंदुलकर भी अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के आखिरी के कुछ सालो में मुंबई के ब्रांद्रा कुर्ला मैदान में अकेले ही प्रेक्टिस करते थे और एनसीए में महेंद्र सिंह धोनी का अभ्यास भी कुछ इसी तरह का है. बता दें कि एमएस धोनी राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में थ्रो डाउन विशेषज्ञ रघु और तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर के साथ यहां पर पहुंचे और लगभग ढाई घंटे तक उन्होंने 18 गज की दूरी से थ्रो-डाउन पर अपना पसीना बहाया. यहाँ पर धोनी ने सौ से ज्यादा गेंदों का सामना किया जिसमें से लगभग 70 प्रतिशत थ्रो-डाउन से फेंकी गयी थी. यहाँ पर थ्रो-डाउन में धीरे-धीरे गेंद की गति बढाई गई और धोनी ने शॉर्ट गेंद तथा बैक लेंथ गेंदों को खेला. धोनी ने कुछ गेंदों को रक्षात्मक तरीके से खेला तो कुछ गेंदों का डट के आगे बढ़कर सामना किया. धोनी का यह प्रेक्टिस सत्र खत्म होने के बाद ड्रेसिंग रूम की तरफ जाते समय उनकी नजर जब यहां मौजूद यहां दो पत्रकारों पड़ी तो धोनी ने कहा, ‘‘भनक लग गया"

इंग्लैंड टूर से पहले प्रेक्टिस पे फोकस कर रहे धोनी

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी दुनिया की नजरों से दूर इंग्लैंड दौरे से पहले राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी  में नेट पर पसीना बहाते हुए नज़र आए. ज्ञात हो कि सचिन तेंदुलकर भी अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के आखिरी के कुछ सालो में मुंबई के ब्रांद्रा कुर्ला मैदान में अकेले ही प्रेक्टिस करते थे और एनसीए में  महेंद्र सिंह धोनी का अभ्यास भी कुछ इसी तरह का है.भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी दुनिया की नजरों से दूर इंग्लैंड दौरे से पहले राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी  में नेट पर पसीना बहाते हुए नज़र आए. ज्ञात हो कि सचिन तेंदुलकर भी अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के आखिरी के कुछ सालो में मुंबई के ब्रांद्रा कुर्ला मैदान में अकेले ही प्रेक्टिस करते थे और एनसीए में  महेंद्र सिंह धोनी का अभ्यास भी कुछ इसी तरह का है.     बता दें कि एमएस धोनी राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में थ्रो डाउन विशेषज्ञ रघु और तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर के साथ यहां पर पहुंचे और लगभग ढाई घंटे तक उन्होंने 18 गज की दूरी से थ्रो-डाउन पर अपना पसीना बहाया. यहाँ पर धोनी ने सौ से ज्यादा गेंदों का सामना किया जिसमें से लगभग 70 प्रतिशत थ्रो-डाउन से फेंकी गयी थी.       यहाँ पर थ्रो-डाउन में धीरे-धीरे गेंद की गति बढाई गई और धोनी ने शॉर्ट गेंद तथा बैक लेंथ गेंदों को खेला. धोनी ने कुछ गेंदों को रक्षात्मक तरीके से खेला तो कुछ गेंदों का डट के आगे बढ़कर सामना किया. धोनी का यह प्रेक्टिस सत्र खत्म होने के बाद ड्रेसिंग रूम की तरफ जाते समय उनकी नजर जब यहां मौजूद यहां दो पत्रकारों पड़ी तो धोनी ने कहा, ‘‘भनक लग गया"भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी दुनिया की नजरों से दूर इंग्लैंड दौरे से पहले राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी  में नेट पर पसीना बहाते हुए नज़र आए. ज्ञात हो कि सचिन तेंदुलकर भी अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के आखिरी के कुछ सालो में मुंबई के ब्रांद्रा कुर्ला मैदान में अकेले ही प्रेक्टिस करते थे और एनसीए में  महेंद्र सिंह धोनी का अभ्यास भी कुछ इसी तरह का है.     बता दें कि एमएस धोनी राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में थ्रो डाउन विशेषज्ञ रघु और तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर के साथ यहां पर पहुंचे और लगभग ढाई घंटे तक उन्होंने 18 गज की दूरी से थ्रो-डाउन पर अपना पसीना बहाया. यहाँ पर धोनी ने सौ से ज्यादा गेंदों का सामना किया जिसमें से लगभग 70 प्रतिशत थ्रो-डाउन से फेंकी गयी थी.       यहाँ पर थ्रो-डाउन में धीरे-धीरे गेंद की गति बढाई गई और धोनी ने शॉर्ट गेंद तथा बैक लेंथ गेंदों को खेला. धोनी ने कुछ गेंदों को रक्षात्मक तरीके से खेला तो कुछ गेंदों का डट के आगे बढ़कर सामना किया. धोनी का यह प्रेक्टिस सत्र खत्म होने के बाद ड्रेसिंग रूम की तरफ जाते समय उनकी नजर जब यहां मौजूद यहां दो पत्रकारों पड़ी तो धोनी ने कहा, ‘‘भनक लग गया"

बता दें कि एमएस धोनी राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में थ्रो डाउन विशेषज्ञ रघु और तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर के साथ यहां पर पहुंचे और लगभग ढाई घंटे तक उन्होंने 18 गज की दूरी से थ्रो-डाउन पर अपना पसीना बहाया. यहाँ पर धोनी ने सौ से ज्यादा गेंदों का सामना किया जिसमें से लगभग 70 प्रतिशत थ्रो-डाउन से फेंकी गयी थी. 

 यहाँ पर थ्रो-डाउन में धीरे-धीरे गेंद की गति बढाई गई और धोनी ने शॉर्ट गेंद तथा बैक लेंथ गेंदों को खेला. धोनी ने कुछ गेंदों को रक्षात्मक तरीके से खेला तो कुछ गेंदों का डट के आगे बढ़कर सामना किया. धोनी का यह प्रेक्टिस सत्र खत्म होने के बाद ड्रेसिंग रूम की तरफ जाते समय उनकी नजर जब यहां मौजूद यहां दो पत्रकारों पड़ी तो धोनी ने कहा, ‘‘भनक लग गया”

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