ट्रंप ने अपने ट्वीट से ये बता दिया है कि वो खुद किम जोंग से मिलने के लिए उत्साहित हैं, दरअसल पिछले दिनों जिस तरह से ट्रंप और किम जोंग के बीच जुबानी संघर्ष हुआ था और जिस तरह दोनों देश आए दिन एक दूसरे को धमकी देते रहते हैं उसे देखते हुए ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है. व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सैरा सैंडर्स ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता के दौरान कहा, “यह बैठक तब तक नहीं हो सकती जब तक कि उत्तर कोरिया कुछ ऐसे ठोस कदम न उठा ले जिसके बारे में उसने पहले से वादा किया हुआ है.”

सीएनएन के मुताबिक, दक्षिण कोरिया का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को व्हाइट हाउस पहुंचा था. इस प्रतिनिधिमंडल ने किम जोंग के साथ हालिया बातचीत का ब्यौरा अमेरिकी राष्ट्रपति को दिया. ये बैठक प्योंगयांग में वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया के हेडक्वार्टर में हुई थी. इस प्रतिनिधिमंडल ने ट्रंप से बात की और किम का निमंत्रण पत्र भी सौंपा.

इससे पहले, मार्च के ही पहले हफ्ते में ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका और उसके अंतरराष्ट्रीय सहयोगी कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. ट्रंप ने वाइट हाउस में स्वीडिश प्रधानमंत्री के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर प्रतिबद्ध हैं.’ उत्तर कोरिया की अमेरिका के साथ बातचीत करने की इच्छा जाहिर करने संबंधी समाचारों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा था कि आज उस पर कई खबरें हैं.’ उन्होंने कहा था कि उम्मीद करते हैं कि ये सभी सकारात्मक हों. उम्मीद करते हैं कि इसके सकारात्मक परिणाम होंगे.’