आपको बता दें इस मंदिर की स्थापना हर्बल ऑन्कोलॉजिस्ट के. श्री श्रीधर ने की है और उन्होंने इस मंदिर के प्रसाद के बारे में बताया है. उनका ही यही मानना है कि जो भी पवित्रता से बनाया जाए वो ईश्वर को अर्पित कर सकते हैं. इतना ही नहीं इस मंदिर में वेंडिंग मशीन भी लगायी गयी है जहाँ से भक्त टोकन लेते हैं और प्रसाद को ग्रहण करते हैं. इसके बाद अब केक को प्रसाद के रूप में देने का भी चलन शुरू होने वाला है.

इस मंदिर के प्रसाद को खाकर ललचाएगा जी, जायेंगे बार-बार

अक्सर मंदिरों में लड्डू-पेड़े जैसी चीज़ें प्रसाद के रूप में दी जाती है. काह जाता है भगवान् को मीठा काफी पसंद होता है जिसके चलते हम उन्हें मीठा ही अर्पित करते हैं. इसे हमने चलन भी बना लिया है, भोग लगाएंगे तो मीठे का और प्रसाद मिलेगा तो मीठे का और ही उम्मीद हम हर मंदिर के प्रसाद से करते हैं. लेकिन आपने नहीं सुना होगा कि किसी मंदिर में प्रसाद के रूप में सैंडविच दिया जाता है. जी हाँ, आज ऐसे ही मंदिर के बारे में हम बताने जा रहे हैं.आपको बता दें इस मंदिर की स्थापना हर्बल ऑन्कोलॉजिस्ट के. श्री श्रीधर ने की है और उन्होंने इस मंदिर के प्रसाद के बारे में बताया है. उनका ही यही मानना है कि जो भी पवित्रता से बनाया जाए वो ईश्वर को अर्पित कर सकते हैं. इतना ही नहीं इस मंदिर में वेंडिंग मशीन भी लगायी गयी है जहाँ से भक्त टोकन लेते हैं और प्रसाद को ग्रहण करते हैं. इसके बाद अब केक को प्रसाद के रूप में देने का भी चलन शुरू होने वाला है.

अगर मंदिर में जंक फ़ूड जैसी चीज़ें प्रसाद के रूप में मिलने लगे तो भक्तों की तादाद और भी बढ़ जाती है. ऐसा ही एक मंदिर है चेन्नई में जिसका नाम है ‘जय दुर्गा पीठम मंदिर’. यहाँ पर आप जायेंगे तो प्रसाद के रूप में आपको बर्गर, ब्राउनीज, सैंडविच और चेरी-टमाटर जैसी चीज़ें दी जाएँगी. ऐसे में भक्तों की ख़ुशी भी डबल हो जाती है. कहा जाता है भगवान् श्रद्धा भक्ति से जो भी अर्पित किया जाए उसका भोग लगाया जा सकता है चाहे वो कुछ भी हो. वैसा ही कुछ हो रहा है इस मंदिर में.

आपको बता दें इस मंदिर की स्थापना हर्बल ऑन्कोलॉजिस्ट के. श्री श्रीधर ने की है और उन्होंने इस मंदिर के प्रसाद के बारे में बताया है. उनका ही यही मानना है कि जो भी पवित्रता से बनाया जाए वो ईश्वर को अर्पित कर सकते हैं. इतना ही नहीं इस मंदिर में वेंडिंग मशीन भी लगायी गयी है जहाँ से भक्त टोकन लेते हैं और प्रसाद को ग्रहण करते हैं. इसके बाद अब केक को प्रसाद के रूप में देने का भी चलन शुरू होने वाला है.

 
 
English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com