अक्सर आपने चौकसी पर तैनात सुरक्षा गार्डों को सोते हुए देखा होगा। कई बार शिकायत भी की होगी लेकिन फिर भी उन्हें ड्यूटी पर सोते हुए ही पाया होगा। आज हम आपको एक ऐसी जगह का नाम बताने जा रहे हैं जहां पर नींद की झपकी लेना भी सुरक्षा गार्डों को मना है और अगर फिर भी उन्हें नींद आती है तो उन्हें उसकी ऐसी सजा मिलती है जिसका एहसास उन्हें काफी देर तक रहता है। इस शख्स ने टैटू की वजह से दुनिया में बनाई पहचान…
ये कहानी कहीं और की नहीं बल्कि राजस्थान के पास स्थित कोटा शहर की है। जहां पर बृजराज भवन में ऐसी घटनाएं घटती रहती हैं। यहां तक कि ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा गार्डों में इतना खौफ है कि वो नींद की झपकी की सोच से भी कोसों दूर भागते हैं। कहा जाता है कि रात में ड्यूटी पर तैनात जब भी कोई सुरक्षा गार्ड सोता है तो उसे जोरदार थप्पड़ पड़ता है।
हालांकि थप्पड़ मारने वाले शख्स को आजतक किसी ने नहीं देखा। यहां पर लोगों के इस बारे में अलग अलग तर्क हैं। कुछ लोगों का कहना है कि इस होटल में ब्रिटिश मेजर की आत्मा भटकती है। यह आत्मा किसी को नुकसान नहीं पहुंचाती बल्कि पैलेस की निगरानी करती है। इस मेजर की आत्मा को सिर्फ एक चीज बुरी लगती है वह है ड्यूटी के समय वॉचमैन और हाउस कीपर का सोना।
इस समय ये हैरिटेज होटल के रुप में परिवर्तित हो चुका है। ऐसी मान्यता है कि 1857 में सिपाही विद्रोह के समय इस पैलेस में एक ब्रिटिश रेजिडेंट मेजर चार्ल्स बुर्टन रहता था। विद्राहियों ने इस पैलेस पर आक्रमण कर दिया। चार्ल्स बुर्टन के दो बेटे भी इस समय उसके साथ थे। कुछ सैनिकों के साथ इन तीनों ने काफी समय तक विद्रोहियों का मुकाबला किया लेकिन विद्रोहियों ने इन्हें पराजित कर दिया।
चार्ल्स बुर्टन विद्रोहियों के हाथों मारा गया। इस समय से ही ब्रिटिश रेजिडेंट मेजर चार्ल्स बुर्टन की आत्मा इस पैलेस में भटक रही है। बृजराज भवन पैलेस के कुछ कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने मेजर भी आवाज सुनी है।