उदयपुर में विधायक शक्तावत के घर आधी रात को चस्पा किया नोटिस, पढ़े पूरी खबर

प्रदेश में सियासी संग्राम में उठापटक का दौर जारी है। सचिन पायलट तथा दो अन्य मंत्रियों की बर्खास्तगी के बाद कांग्रेस के बागी विधायकों को नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है। इस बीच बीती मध्यरात्रि के बाद उदयपुर में वल्लभनगर विधायक गजेंद्रसिंह शक्तावत के घर के बाहर भी नोटिस चस्पा किया गया है। जिसको लेकर उनकी पत्नी ने आपत्ति जताई है। वहीं मेवाड़ की राजनीति में भी उबाल आ गया है।

वि धानसभा सचिवालय की ओर से जारी नोटिस में विधायक गजेंद्रसिंह शक्तावत को सदस्यता खत्म किए जाने को लेकर नोटिस जारी किया गया है। जिसमें विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचने का हवाला दिया गया है। बताया गया कि रात बारह बजे बाद उदयपुर के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट चार-पांच अन्य कर्मचारियों के साथ वल्लभनगर विधायक के सहेलीनगर रोड स्थित आवास पर पहुंचे। मध्यरात्रि को घर का दरवाजा खटखटाने की आवाज सुनकर उनकी पत्नी घबरा गई। तब घर में विधायक की पत्नी तथा बच्चे मौजूद थे। एडीएम सिटी ने पहले विधायक की पत्नी को नोटिस दिया लेकिन उसने उसे लेने से इंकार कर दिया। बाद में प्रशासनिक टीम ने उनके घर के बाहर नोटिस चस्पा किया और उसके सबूत लेकर रवाना हो गए।

इधर, विधायक शक्तावत की पत्नी का कहना है कि मध्यरात्रि को पति की गैर मौजूदगी में प्रशासनिक अधिकारियों का इस तरह आना गलत है। उनके पति ने कोई अपराध नहीं किया है तो इस तरह की कार्रवाई करना गलत है। इधर, विधायक शक्तावत के घर पर नोटिस चस्पा होने से मेवाड़ की राजनीति में भी उबाल आ गया है। उदयपुर जिले में कांग्रेस के महज दो विधायक हैं और कांग्रेस का वजूद बनाए हुए हैं। ऐसे में विधायक शक्तावत के खिलाफ पार्टी की कार्रवाई को लेकर भी कई तरह की चर्चा चल रही है। मेवाड़ में कांग्रेस के इकलौते विधायक सचिन पायलट के साथ हैं और सचिन तथा शक्तावत के अगले कदम का असर मेवाड़ की राजनीति पर असर करेगा और कम से कम वल्लभनगर सीट तो प्रभावित होगी।

शक्तावत ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर को कांग्रेस महासचिव पद से इस्तीफा देने की बात लिखी है। इसके बाद तरह-तरह के कयासों के दौर शुरू हो गए हैं। भाजपा के स्थानीय नेता उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करने को लेकर उत्सुक हैं तथा कहते हैं कि उच्च पदाधिकारी तय करेंगे कि उन्हें कैसा मौका मिलेगा।

इधर, कांग्रेस के स्थानीय नेता भी बंट चुके हैं। शक्तावत समर्थकों ने साफ तौर पर जाहिर कर दिया है कि वह शक्तावत के साथ ही जाएंगे, यदि वह पार्टी छोड़ते हैं तो वह भी कांग्रेस से त्यागपत्र दे देंगे। वहीं कुछ का कहना है कि वह पार्टी के निर्णय के साथ रहेंगे, किन्तु ऐसे लोगों की संख्या सीमित बताई जा रही है। इधर, वल्लभनगर में पैठ जमाई जनता सेना भी शक्तावत के निर्णय को लेकर नजर गड़ाए है। इनके नेता एवं पूर्व विधायक रणधीरसिंह भींडर का कहना है कि उनके लिए कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह कांग्रेस में रहें या भाजपा में जाएं। उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस से रहा है और रहेगा। वह भाजपा को कभी इस क्षेत्र में पनपने नहीं देंगे। जबकि विधायक के भाई गजेंद्रसिंह शक्तावत का कहना है कि उनकी निष्ठा कांग्रेस के साथ जुड़ी हुई है और वह हमेशा पार्टी के साथ रहेंगे।

English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com