दिल्ली की जनता ने एक बार फिर तीनों एमसीडी बीजेपी को सौंपी हैं. हालांकि पार्टी एमसीडी को पार्षदों के भरोसे छोड़ने के मूड में नहीं है. लिहाजा दिल्ली बीजेपी ने तीनों एमसीडी का रिमोट कंट्रोल अपने हाथ में रखने का मूड बनाया है. मकसद एमसीडी के कामकाज पर निगरानी रखना और पार्टी की योजनाओं के मुताबिक एमसीडी के जरिए काम करवाना है. इसके लिए तीनों एमसीडी के लिए अलग-अलग टास्क फोर्स बना दिए गए हैं, जो सीधे दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी को रिपोर्ट करेंगे.लालू प्रसाद यादव ने मोदी को दे दी बड़ी चेतावनी, कहा- 2 दिन के अन्दर ही मांगे माफ़ी…
मनोज तिवारी ने नार्थ, ईस्ट और साउथ एमसीडी के लिए अलग-अलग टास्क फोर्स बनाया है. हर टास्क फोर्स में तीन-तीन सदस्य हैं. सूत्रों के मुताबिक इस टास्क फोर्स का मकसद तीनों एमसीडी के कामकाज को कंट्रोल करना है. इस टास्क फोर्स के सदस्य सीधे दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी को रिपोर्ट करेंगे. साथ ही तिवारी के निर्देशों को एमसीडी तक पहुंचा कर उन्हें अमलीजामा पहनाने का काम करेंगे.
हालांकि पार्टी इसे संगठन और सत्ता के बीच समन्वय बनाने की कवायद बता रही है, ताकि पार्टी के घोषणा पत्र को सही और समय से लागू किया जा सके. लेकिन इस कवायद के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं और एमसीडी में चुने हुए नेताओं को ये संदेश दिया गया है कि उन्हें पार्टी की प्रदेश इकाई के साथ ही सामंजस्य बनाकर काम करना है, न कि अलग अलग नेताओं के मुताबिक.
नार्थ एमसीडी की टास्क फोर्स में पूर्व मेयर मीरा अग्रवाल, महेंद्र नागपाल और प्रवेश वाही को शामिल किया गया है, जबकि ईस्टएमसीडी में पू्र्व मेयर रामनारायण दुबे, महक सिंह और महेंद्र आहूजा टास्क फोर्स में शामिल हैं. साउथ एमसीडी की टास्क फोर्स में श्याम शर्मा, राधेश्याम शर्मा और कुसुम खत्री को शामिल किया गया है.