एलडीए में नौकरी दिलाने के नाम पर दम्पति ने ठगे 51 लाख रुपये

लखनऊ ,28 दिसम्बर एलडीए में नौकरी दिलाने के नाम पर एक दर्जन से लोगों से दम्पति सहित 6 जालसाजों ने 51 लाख रुपये हड़प लिये। जालसाजों ने सभी का फर्जी मेडिकल कराया और फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिया। वह लोग जब नियुक्ति पत्र लेकर एलडीए पहुंचे तो पता चला कि नियुक्ति पत्र फर्जी है। ठगी का शिकार हुए लोगों ने जब अपने रुपये मांगे तो आरोपियों ने उनको जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद इस मामले में ठगी का शिकार हुई एक महिला ने कृष्णानगर कोतवाली में सभी आरोपियों के खिलाफ धोखधड़ी सहित अन्य कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करायी है।

सरोजनीनगर के बेहसा गांव निवासी तरन्नुम ने बताया कि वर्ष 2015 में अजय नाम के एक परिचित युवक ने कृष्णानगर के रहने वाले अवनीश राना, उसकी पत्नी रेखा सहित कुछ लोगों से उनकी मुलाकात करायी थी। उस वक्त अवनीश ने खुद को लखनऊ जिलाधिकारी दफ्तर में तैनात अधिकारी बताया था और रेखा ने खुद को सचिवालय कर्मी बताया था। उन लोगों ने एलडीए में नौकरी दिलाने की बात तरन्नुम से कही थी।

तरन्नुम ने अपने बड़े बेटे को नौकरी दिलाने के लिए जब उन लोगों से बातचीत की तो उन लोगों ने तरन्नुम से 5 लाख रुपये की मांग की। बेटे की नौकरी की चाह में आकर तरन्नुम ने बिना कुछ सोचे समझे ही उन लोगों को 2 लाख रुपये एडवांस दे दिये। रुपये एडवांस मिलने के बाद आरोपियों ने तरन्नुम के बेटे का फर्जी मेडिकल कराया और कुछ माह के बाद एलडीए में अस्थाई नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिये। नियुक्ति पत्र देने के बाद आरोपियों ने तरन्नुम से बाकी 3 लाख रुपये की मांग की।
तरन्नुम ने उन लोगों से स्थाई नौकरी का नियुक्ति पत्र मांगा तो वह लोग इधर-उधर की बात कहते हुए उसको टरका दिया। इसके बाद तरन्नुम व उसके परिवार के लोग जब नियुक्ति पत्र लेकर एलडीए दफ्तर पहुंचे तो उन लोगों का पता चला कि नियुक्ति पत्र फर्जी है। इसके बाद तरन्नुम ने आरोपियों से सम्पर्क कर अपने रुपये मांगे तो वह लोग इधर-उधर की बात कहकर टरकाने लगे। आरोपियों ने तरन्नुम के अलावा करीब 11 और लोगों से भी इसी तरह एलडीए में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये वसूले। सभी लोगों को जब इस बात का पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है तो वह लोग आरोपियों से अपने रुपये मांगने लगे। तरन्नुम का आरोप है कि बीते 25 नवम्बर को सभी आरोपियों ने रुपये वापस करने के लिए बुलाया।

वह लोग जब वह पहुंचे तो आरोपियों ने उन लोगों को जाने से मारने की धमकी देते हुए भगा दिया। अंत में सभी लोगों को इस बात का अंदाजा हो गया कि वह लोग ठगी का शिकार हुए है। इसके बाद तरन्नुम सहित सभी पीडि़तों ने कृष्णानगर पुलिस से इस मामले की शिकायत की। लाखों की ठगी के इस मामले में कृष्णानगर पुलिस ने अवनीश राणा, उमेश राणा, रेखा राना, नागेन्द्र प्रताप, अशोक व विनीत के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी, बलवा सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इस पूरे मामले में जब इंस्पेक्टर कृष्णानगर से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि पीडि़त की शिकायत पर एफआइआर दर्ज कर ली गयी है और मामले की छानबीन की जा रही है। पीडि़त तरन्नुम ने बताया कि आरोपी अवनीश राना मौजूदा समय में तहसील में कार्यरत है, जबकि उसकी पत्नी सचिवालय में कर्मचारी है।
किसान ने बेची जमीन तो किसी ने खेत ठगी का शिकार हुई तरन्नुम ने बताया कि उनके पास से बेटे को नौकरी दिलाने के लिए रुपये नहीं थे। बावजूद इसके उन्होंने किसी तरह अपनी कुछ जमीन बेचकर 2 लाख रुपये जमा किये और आरोपियों को दिये। उन्होंने बताया कि उनकी
ही तरह अन्य लोगों ने जमीन, घर, खेत व गाड़ी बेचकर किसी तरह रुपये का बंदोबस्त कर आरोपियों को दिया था। सभी लोगों से रुपये लेने के बाद आरोपियों ने किसी को नौकरी नहीं दिलायी।
1- तरन्नुम निवासी बेहसा 2 लाख
2- विश्वनाथ निवासी अमेठी-4 लाख
3- अभिनन्दन सरोजनीनगर-4 लाख
4- समयदर्शी सिंह निवासी उन्नाव-4 लाख
5- अतुल कुमार निवासी उन्नाव- 4 लाख
6- राघवेन्द्र निवासी सरोजनीनगर-4 लाख
7- संदीप निवासी बक्कास- 4 लाख
8- वीरेन्द्र निवासी नगराम- 5 लाख
9- रोहित निवासी उन्नाव- 6 लाख
10- संतोष निवासी रायबरेली- 4 लाख
11- राजकुमार निवासी सरोजनीनगर- 5 लाख

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