18 अगस्त से दो सितंबर तक होने वाले जकार्ता पालेमबांग एशियन गेम्स के लिए रितु फोगाट (48 किग्रा वर्ग) और संगीता फोगाट (59 किग्रा वर्ग) की चुनौती शुरू होने से पहले ही खत्म हो गई। रविवार को स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) के सेंटर में भारतीय महिला पहलवानों का चयन ट्रायल था। रितु और संगीता दिल्ली से फ्लाइट नहीं पकड़ सकीं।18 अगस्त से दो सितंबर तक होने वाले जकार्ता पालेमबांग एशियन गेम्स के लिए रितु फोगाट (48 किग्रा वर्ग) और संगीता फोगाट (59 किग्रा वर्ग) की चुनौती शुरू होने से पहले ही खत्म हो गई। रविवार को स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) के सेंटर में भारतीय महिला पहलवानों का चयन ट्रायल था। रितु और संगीता दिल्ली से फ्लाइट नहीं पकड़ सकीं।  रितु और संगीता जॉर्जिया में ट्रेनिंग कर रही हैं और उन्हें इस ट्रायल्स लिए यहां पहुंचना था, लेकिन वे समय रहते नहीं पहुंच पाई। सुबह 11 बजे तक उनका इंतजार करने के बाद दोनों को डिसक्वालिफाई घोषित कर दिया गया। भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई ) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि समय पर पहुंचना पहलवान की जिम्मेदारी है। फिलहाल तो मैं यही कह सकता हूं कि इन दोनों को एशियन गेम्स में नहीं भेजा जाएगा।  बृजभूषण और मुख्य कोच कुलदीप की मौजूदगी में हुए ट्रायल के बाद पिंकी जाखड़ (53 किलोग्राम, हरियाणा), पूजा ढांडा (57 किग्रा वर्ग, हरियाणा), दिव्या काकरान (68 किग्रा, उत्तर प्रदेश) और किरण (76 किग्रा, रेलवे) का चयन एशियन गेम्स के लिए किया गया। इसके अलावा डब्ल्यूएफआई ने पहले ही विनेश फोगाट (50 किग्रा, रेलवे) और साक्षी मलिक (62 किग्रा, रेलवे) को ट्रायल में हिस्सा नहीं लेने की इजाजत दे दी थी। दोनों को अपने-अपने वर्ग का विजेता मानते हुए एशियन गेम्स के लिए घोषित टीम का हिस्सा मान लिया गया। इस तरह जकार्ता में छह सदस्यीय महिला टीम कुश्ती में पदक के लिए दावेदारी करेगी।  बबीता का करियर खतरे में  बबीता फोगाट (55 किग्रा वर्ग) का करियर खतरे में है। डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने बताया कि बबीता के दोनों घुटनों में गंभीर चोट है। संघ उनकी सेहत पर नजर रखे हुए है लेकिन, बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं है। वहीं मुख्य कोच ने कहा कि चोट गंभीर है। निश्चित रूप से उनकी वापसी चमत्कार ही होगी। हालांकि मैं उनकी वापसी की उम्मीद कर रहा हूं।

रितु और संगीता जॉर्जिया में ट्रेनिंग कर रही हैं और उन्हें इस ट्रायल्स लिए यहां पहुंचना था, लेकिन वे समय रहते नहीं पहुंच पाई। सुबह 11 बजे तक उनका इंतजार करने के बाद दोनों को डिसक्वालिफाई घोषित कर दिया गया। भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई ) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि समय पर पहुंचना पहलवान की जिम्मेदारी है। फिलहाल तो मैं यही कह सकता हूं कि इन दोनों को एशियन गेम्स में नहीं भेजा जाएगा।

बृजभूषण और मुख्य कोच कुलदीप की मौजूदगी में हुए ट्रायल के बाद पिंकी जाखड़ (53 किलोग्राम, हरियाणा), पूजा ढांडा (57 किग्रा वर्ग, हरियाणा), दिव्या काकरान (68 किग्रा, उत्तर प्रदेश) और किरण (76 किग्रा, रेलवे) का चयन एशियन गेम्स के लिए किया गया। इसके अलावा डब्ल्यूएफआई ने पहले ही विनेश फोगाट (50 किग्रा, रेलवे) और साक्षी मलिक (62 किग्रा, रेलवे) को ट्रायल में हिस्सा नहीं लेने की इजाजत दे दी थी। दोनों को अपने-अपने वर्ग का विजेता मानते हुए एशियन गेम्स के लिए घोषित टीम का हिस्सा मान लिया गया। इस तरह जकार्ता में छह सदस्यीय महिला टीम कुश्ती में पदक के लिए दावेदारी करेगी।

बबीता का करियर खतरे में

बबीता फोगाट (55 किग्रा वर्ग) का करियर खतरे में है। डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने बताया कि बबीता के दोनों घुटनों में गंभीर चोट है। संघ उनकी सेहत पर नजर रखे हुए है लेकिन, बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं है। वहीं मुख्य कोच ने कहा कि चोट गंभीर है। निश्चित रूप से उनकी वापसी चमत्कार ही होगी। हालांकि मैं उनकी वापसी की उम्मीद कर रहा हूं।