जरुर पढ़े ये अगर फुल टाइम जॉब के साथ करना चाहते हैं IAS की तैयारी

अन्य आईएएस परीक्षार्थी लगभग 18 घंटे प्रतिदिन की पढ़ाई करते हैं, वहीं यदि आप फुल-टाइम जॉब कर रहे हैं, तो आप बमुश्किल 3 से 4 घंटे पढ़ाई के लिए निकाल पाते हैं, वह भी नियमित रूप से नहीं। इस प्रतिष्ठित परीक्षा में बैठने वाले अनेक युवा इस असमंजस से गुजरते हैं कि जॉब और पढ़ाई के बीच वे संतुलन कैसे बिठाएं।

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यदि आप जॉब में रहते हुए आईएएस परीक्षा क्रैक करने का इरादा रखते हैं, तो आप- का प्लान भी उतनी ही अहम भूमिका निभाएगा, जितनी कि आपका परिश्रम। इसके लिए इन बातों का ध्यान रखें।

हर सेकंड का उपयोग करें

जॉब करते हुए आपके सामने पढ़ाई के लिए अध‍िक से अध‍िक समय निकालने की चुनौती होती है। यदि आपके 8 घंटे दफ्तर में बीतते हैं, तो आप रोज पढ़ाई के लिए 3 या 4 घंटे से ज्यादा नहीं निकाल पाएंगे। अत: यह जरूरी है कि दिन भर में आपको जो भी थोड़ा-थोड़ा समय मिले, उसका उपयोग आप परीक्षा की तैयारी के लिए करें। लंच टाइम सहित आपको जो भी छोटे-छोटे ब्रेक मिलें, उनका उपयोग अखबार व मैग्जीन पढ़ने के लिए करें। ये लाइट रीडिंग टॉपिक्स होते हैं, जिनमें करंट अफेयर्स की जानकारी मिल जाती है। इन टॉपिक्स को बहुत गौर से पढ़ने के लिए समय नहीं निकालना होता। साथ ही, बेहतर होगा कि आप एक पर्सनल जर्नल भी बनाएं, जिसमें आप यह दर्ज करते चलें कि आपने दिन भर में क्या-क्या पढ़ा।

घंटों नहीं, मिनटों में पढ़ें

समय की कमी के चलते आपको अपने स्टडी सेशंस की प्लानिंग बहुत सावधानी से करनी होगी। जब समय कम हो, तो एक-एक सेकंड मायने रखता है। इसलिए अपना स्टडी प्लान घंटों के आधार पर नहीं, मिनटों के आधार पर

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बनाएं। मसलन, यदि आपको मॉडर्न इंडियन हिस्ट्री पढ़ना है, तो आप उसे अलग-अलग टॉपिक्स में बांट सकते हैं, जैसे 1857 की क्रांति और उसके बाद लाए गए सुधार, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना, गांधी के बाद

भारत, भारत का राष्ट्रीय आंदोलन, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 आदि। इन टॉपिक्स को आप सब-टॉपिक्स में बांट सकते हैं। ऐसा प्रत्येक सब-टॉपिक कुछ मिनटों में पढ़ा जा सकता है। बड़े टॉपिक्स को टुकड़ों में बांटने से

आपका टाइम मैनेजमेंट तो अच्छा होगा ही, आप अध‍िक समय तक अध‍िक जानकारी याद भी रख पाएंगे।

पूरी तरह इंटरनेट पर निर्भर न रहें

इसमें कोई शक नहीं कि आईएएस की पढ़ाई में इंटरनेट आपका साथी साबित होता है लेकिन यदि आपने सावधानी नहीं बरती, तो यही आपका दुश्मन भी बन सकता है। इंटरनेट पर दुनिया भर का ज्ञान और सूचनाएं होती हैं, इसलिए यह आईएएस की तैयारी में बहुत काम आता है। मगर यहां यह खतरा हमेशा रहता है कि आप उस विषय से भटक भी सकते हैं, जिसे पढ़ने के लिए आपने इंटरनेट खोला था। आपको एहसास ही नहीं होता कि कब आप काम की चीज पढ़ते-पढ़ते बेकार चीज पढ़ने लग गए! अखबारों व मैग्जीनों में यह खतरा बहुत कम रहता है।

ऑफिस के पास हो घर

हालांकि यह सबके लिए संभव नहीं हो सकता लेकिन यदि हो सके, तो अपने ऑफिस के आसपास ही घर तलाशें। इस प्रकार आप घर से ऑफिस आने-जाने का समय बचा सकेंगे और बचा हुआ हर मिनट आपकी पढ़ाई में काम आएगा। घर से दफ्तर की दूरी कम होगी, तो आपको थकान भी कम होगी और आप अध‍िक तरो-ताजा होकर पढ़ाई कर सकेंगे।

जॉब को फायदे का सौदा समझें

एनसीईआरटी कोर्स पर फोकस अपने जॉब को अपनी राह का रोड़ा न मानें। फुल-टाइम हो या पार्ट-टाइम, अगर आप जॉब में हैं, तो आप अपनी पढ़ाई का खर्च खुद वहन कर सकते हैं। साथ ही, मौजूदा जॉब के रूप में आपके पास एक तैयार बैक-अप है, यदि आईएएस का आपका सपना पूरा न हो पाया। यह भी देखा गया है कि इंटरव्यू के

दौरान 25 वर्ष से अध‍िक उम्र के उम्मीदवारों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे जॉब करते हुए देश की जीडीपी में योगदान दे रहे होंगे। दूसरे शब्दों में कहें, तो वर्किंग प्रोफेशनल होने से आपको इंटरव्यू में अतिरिक्त अंक पाने में

मदद मिलेगी। इंटरव्यू बोर्ड इस बात से इम्प्रेस होगा कि आप अनुभवी हैं और आर्थिक स्थिरता के बावजूद देश की सेवा करने के लिए आगे आना चाहते हैं।

आवागमन के दौरान पढ़ाई टालें

परीक्षा की तैयारी के लिए समय ‘चुराने” की खातिर कई परीक्षार्थी घर से ऑफिस और ऑफिस से घर आते-जाते वक्त पढ़ाई करते हैं। ऐसा करके वे गलती करते हैं। दरअसल, चलती बस या ट्रेन में पढ़ने से आपकी आंखों पर बहुत दबाव पड़ता है। भीड़ और शोर-शराबे के कारण एकाग्रता भी बार-बार भंग होती है। ऐसे में एक-एक वाक्य पढ़ने के लिए आपकी आंखों व दिमाग को कहीं अध‍िक जोर लगाना पड़ता है। इससे आपको थकान होगी और घर पहुंचने के बाद भी आप ठीक से नहीं पढ़ पाएंगे।

सिलेक्टिव स्टडी करें

इस परीक्षा का सिलेबस बेहद लेंदी है और जो लोग बिना जॉब किए पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें भी सिलेबस पूरा करने में दिक्कत आती है। इसलिए सब कुछ पढ़ने के प्रयास के बजाए सिलेक्टिव स्टडी करें। डिफिकल्टी लेवल के आधार पर टॉपिक्स को शॉर्ट-लिस्ट करें और केवल उन टॉपिक्स को पढ़ने में अपना समय लगाएं, जो आपको परीक्षा क्रैक करने में मदद करेंगे।

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