दिल्ली में वस्तु एवं सेवा कर में हो रही चोरी की रोकथाम के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने वित्त मंत्री से जांच करवाने को कहा है। साथ ही इन चोरी के मूल कारण की पहचान कर इसे दूसरे करने का आदेश दिया है। हाल ही दिल्ली में जीएसटी चोरी का मामला सामने आया। इसे लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा।
अपने पत्र में उन्होंने कहा कि केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड की बैठक में यह सामने आया कि दिल्ली में जीएसटी चोरी बढ़ रही है। इसमें यह तथ्य सामने आया कि दिल्ली की तीसरी तिमाही की रिपोर्ट में व्याप्त कर चोरी की सीमा के बारे में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। इसमें पाया गया कि देश में सबसे ज्यादा दिल्ली में कर चोरी हो रही है। जांच के दौरान कुल मिलाकर 483 फर्जी फर्मों का पता चला है। इन्होंने करीब 3,028 करोड़ रुपये की कर की चोरी की है। यह चिंता जनक बात है कि देश की राजधानी कर की चोरी में सबसे ऊपर है। वहीं, दूसरे नंबर पर जो जगह हैं वहां पर 827 करोड़ रुपये के टैक्स चाेरी का मामला सामने आया है।
इस चोरी के पीछे जीएसटी विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। इसे लेकर मुख्यमंत्री को सलाह दी गई है कि वित्त मंत्री इस मामले में विस्तृत जांच करवाएं। साथ ही ऐसी कर चोरी के मूल कारण का आकलन करने का निर्देश दें। यह न केवल दिल्ली में कर प्रशासन की खराब स्थिति को दर्शाता है, बल्कि सरकारी खजाने को भी भारी नुकसान पहुंचा रहा है। इस धन का उपयोग जनहित के उपयोग किया जा सकता था।