इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप ने बिजनेस ऐप का दायरा बढ़ा रही है. कंपनी ने ऐलान किया है कि वॉट्सऐप फॉर बिजनेस ऐप को ज्यादा कंपनियों के लिए शुरू कर रही है. यानी कंपनी अब अपने बिजनेस API का ऐक्सेस ज्यादा बिजनेस को देगी, ताकि वो इसका यूज करके कस्टमर्स के साथ कम्यूनिकेशन कर सकें. वॉट्सऐप बिजनेस API के तहत कंपनियां कस्टमर्स तक वॉट्सऐप के जरिए पहुंच सकती हैं. इसके जरिए कस्टमर्स को कस्टमाइज्ड नोटिफिकेशन भेजा जाएगा. हालांकि इसमें कोई प्रोमोशन कॉन्टेंट नहीं होंगे, बल्कि शिपिंग कनफर्मेशन, इवेंट टिकट और अप्वॉइंटमेंट रिमाइंडर जैसे मैसेज होंगे. इन मैसेज के लिए कंपनियां वॉट्सऐप को पैसे देंगी. हालांकि अगर कस्टमर रिप्लाई करता है और कंपनी फिर से उसका जवाब देती है तो इसके लिए कंपनियों को पैसा नहीं देना होगा. लेकिन कस्टमर रेस्पॉन्स के 24 घंटे बाद फिर से कंपनियों को इसके लिए पैसे देने होंगे. वॉट्सऐप ने पहली बार ऐसा प्रोडक्ट लॉन्च किया है जिससे कंपनी सीधे इस ऐप से पैसे कमा सकेगी. चूंकि वॉट्सऐप कंपनियों से तब पैसे चार्ज करेगी जब वो 24 घंटे का बाद कस्टमर के मैसेज का रिप्लाई करेंगे. ऐसा करने के पीछे वॉट्सऐप के कई मकसद हो सकते हैं. पहला ये कि कंपनियां पैसे बचाने के लिए कस्टमर्स को क्विक रिप्लाई करेंगी दूसरा ये कि यूजर्स भी वॉट्सऐप पर डिपेंडेंट होंगे जब उन्हें क्विक रिप्लाई मिलेगा. गौरतलब है कि हाल ही में फेसबुक की तरफ से यह कहा गया था कि वॉट्सऐप का भी रेवेन्यू मॉडल विज्ञापनों पर ही होगा, हालांकि ये सीधे तौर पर नहीं होंगे. रेवेन्यू मॉडल की वजह से ही वॉट्सऐप के फाउंडर ने कंपनी छोड़ दी थी. अब शुरुआत हो चुकी है और देखना होगा कि आने वाले समय में किस तरह से टार्गेट ऐड दिए जाते हैं.

पहली बार सीधे ऐप से पैसे कमाएगा WhatsApp, लॉन्च हुई ये सर्विस

इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप ने बिजनेस ऐप का दायरा बढ़ा रही है. कंपनी ने ऐलान किया है कि वॉट्सऐप फॉर बिजनेस ऐप को ज्यादा कंपनियों के लिए शुरू कर रही है. यानी कंपनी अब अपने बिजनेस API का ऐक्सेस ज्यादा बिजनेस को देगी, ताकि वो इसका यूज करके कस्टमर्स के साथ कम्यूनिकेशन कर सकें.इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप ने बिजनेस ऐप का दायरा बढ़ा रही है. कंपनी ने ऐलान किया है कि वॉट्सऐप फॉर बिजनेस ऐप को ज्यादा कंपनियों के लिए शुरू कर रही है. यानी कंपनी अब अपने बिजनेस API का ऐक्सेस ज्यादा बिजनेस को देगी, ताकि वो इसका यूज करके कस्टमर्स के साथ कम्यूनिकेशन कर सकें.  वॉट्सऐप बिजनेस API के तहत कंपनियां कस्टमर्स तक वॉट्सऐप के जरिए पहुंच सकती हैं. इसके जरिए कस्टमर्स को कस्टमाइज्ड नोटिफिकेशन भेजा जाएगा. हालांकि इसमें कोई प्रोमोशन कॉन्टेंट नहीं होंगे, बल्कि शिपिंग कनफर्मेशन, इवेंट टिकट और अप्वॉइंटमेंट रिमाइंडर जैसे मैसेज होंगे.  इन मैसेज के लिए कंपनियां वॉट्सऐप को पैसे देंगी. हालांकि अगर कस्टमर रिप्लाई करता है और कंपनी फिर से उसका जवाब देती है तो इसके लिए कंपनियों को पैसा नहीं देना होगा. लेकिन कस्टमर रेस्पॉन्स के 24 घंटे बाद फिर से कंपनियों को इसके लिए पैसे देने होंगे. वॉट्सऐप ने पहली बार ऐसा प्रोडक्ट लॉन्च किया है जिससे कंपनी सीधे इस ऐप से पैसे कमा सकेगी. चूंकि वॉट्सऐप कंपनियों से तब पैसे चार्ज करेगी जब वो 24 घंटे का बाद कस्टमर के मैसेज का रिप्लाई करेंगे. ऐसा करने के पीछे वॉट्सऐप के कई मकसद हो सकते हैं.  पहला ये कि कंपनियां पैसे बचाने के लिए कस्टमर्स को क्विक रिप्लाई करेंगी दूसरा ये कि यूजर्स भी वॉट्सऐप पर डिपेंडेंट होंगे जब उन्हें क्विक रिप्लाई मिलेगा.  गौरतलब है कि हाल ही में फेसबुक की तरफ से यह कहा गया था कि वॉट्सऐप का भी रेवेन्यू मॉडल विज्ञापनों पर ही होगा, हालांकि ये सीधे तौर पर नहीं होंगे. रेवेन्यू मॉडल की वजह से ही वॉट्सऐप के फाउंडर ने कंपनी छोड़ दी थी. अब शुरुआत हो चुकी है और देखना होगा कि आने वाले समय में किस तरह से टार्गेट ऐड दिए जाते हैं.

वॉट्सऐप बिजनेस API के तहत कंपनियां कस्टमर्स तक वॉट्सऐप के जरिए पहुंच सकती हैं. इसके जरिए कस्टमर्स को कस्टमाइज्ड नोटिफिकेशन भेजा जाएगा. हालांकि इसमें कोई प्रोमोशन कॉन्टेंट नहीं होंगे, बल्कि शिपिंग कनफर्मेशन, इवेंट टिकट और अप्वॉइंटमेंट रिमाइंडर जैसे मैसेज होंगे.

इन मैसेज के लिए कंपनियां वॉट्सऐप को पैसे देंगी. हालांकि अगर कस्टमर रिप्लाई करता है और कंपनी फिर से उसका जवाब देती है तो इसके लिए कंपनियों को पैसा नहीं देना होगा. लेकिन कस्टमर रेस्पॉन्स के 24 घंटे बाद फिर से कंपनियों को इसके लिए पैसे देने होंगे.

वॉट्सऐप ने पहली बार ऐसा प्रोडक्ट लॉन्च किया है जिससे कंपनी सीधे इस ऐप से पैसे कमा सकेगी. चूंकि वॉट्सऐप कंपनियों से तब पैसे चार्ज करेगी जब वो 24 घंटे का बाद कस्टमर के मैसेज का रिप्लाई करेंगे. ऐसा करने के पीछे वॉट्सऐप के कई मकसद हो सकते हैं.

पहला ये कि कंपनियां पैसे बचाने के लिए कस्टमर्स को क्विक रिप्लाई करेंगी दूसरा ये कि यूजर्स भी वॉट्सऐप पर डिपेंडेंट होंगे जब उन्हें क्विक रिप्लाई मिलेगा.

गौरतलब है कि हाल ही में फेसबुक की तरफ से यह कहा गया था कि वॉट्सऐप का भी रेवेन्यू मॉडल विज्ञापनों पर ही होगा, हालांकि ये सीधे तौर पर नहीं होंगे. रेवेन्यू मॉडल की वजह से ही वॉट्सऐप के फाउंडर ने कंपनी छोड़ दी थी. अब शुरुआत हो चुकी है और देखना होगा कि आने वाले समय में किस तरह से टार्गेट ऐड दिए जाते हैं. 

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