25 तारीख को यानी कल पाकिस्तान में आम चुनाव होने हैं जिसके लिए देश की संसद की निचली सदन में 272 सीटों पर सीधी वोटिंग होगी. देश में कुल 10 करोड़ 59 लाख 55 हज़ार 407 रजिस्टर्ड वोटर इस चुनाव में वोट डालकर देश को तीसरी स्थायी सरकार देने की कोशिश करेंगे. पाकिस्तान में बहुमत के लिए एक पार्टी को जेनरल सीटों में से 137 सीटें हासिल करनी होती हैं. चुनावी सर्वे में क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी को बढ़त है. SDPI और हेराल्ड मैगजीन के मुताबिक सर्वे में पाकिस्तान इंसाफ पार्टी को सत्ताधारी मुस्लीम लीग पर बढ़त है और ये बढ़त करीब 4 फीसदी वोटों की है. इन तीनों में से किसी एक पार्टी की होगी जीत इस चुनाव में एक तरफ जहां इस देश की सरकार चला रही नवाज़ शरीफ़ की पार्टी 'पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (पीएमएल-एन)' की साख दांव पर है, वहीं 2008 से 2013 के दौरान पहले ऐतिहासिक पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) वापसी की उम्मीद लगाए बैठी है. इन दोनों पार्टियों के बीच तेज़ी से उभरती इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. उन्हें कई क्रिकेटरों का समर्थन भी प्राप्त है. इसी के साथ प्रांतीय चुनावों के लिए भी देश भर में वोट पड़ेंगे. निचली सदन में 272 सीटों में से कुल 70 सीटें रिज़र्व कैटगरी में आती हैं जिनमें से 60 महिलाओं और 10 अल्पसंख्यकों के खाते में जाती हैं. पड़ोसी मुल्क में पंजाब सबसे बड़ा प्रांत है जिसके बाद सिंध का नंबर आता है. इनके अलावा खैबर-पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान जैसे प्रांतों की प्रमुख भूमिका मानी जाती है. आपको बता दें कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और गिलगित बाल्टिस्तान को स्वायत्तता हासिल है और इसी वजह से वहां चुनाव नहीं होंगे.

पाकिस्तान: कल होंगे आम चुनाव, सर्वे में आगे चल रहे इमरान खान का कई क्रिकेटरों ने किया समर्थन

25 तारीख को यानी कल पाकिस्तान में आम चुनाव होने हैं जिसके लिए देश की संसद की निचली सदन में 272 सीटों पर सीधी वोटिंग होगी. देश में कुल 10 करोड़ 59 लाख 55 हज़ार 407 रजिस्टर्ड वोटर इस चुनाव में वोट डालकर देश को तीसरी स्थायी सरकार देने की कोशिश करेंगे. पाकिस्तान में बहुमत के लिए एक पार्टी को जेनरल सीटों में से 137 सीटें हासिल करनी होती हैं. चुनावी सर्वे में क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी को बढ़त है.25 तारीख को यानी कल पाकिस्तान में आम चुनाव होने हैं जिसके लिए देश की संसद की निचली सदन में 272 सीटों पर सीधी वोटिंग होगी. देश में कुल 10 करोड़ 59 लाख 55 हज़ार 407 रजिस्टर्ड वोटर इस चुनाव में वोट डालकर देश को तीसरी स्थायी सरकार देने की कोशिश करेंगे. पाकिस्तान में बहुमत के लिए एक पार्टी को जेनरल सीटों में से 137 सीटें हासिल करनी होती हैं. चुनावी सर्वे में क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी को बढ़त है.   SDPI और हेराल्ड मैगजीन के मुताबिक सर्वे में पाकिस्तान इंसाफ पार्टी को सत्ताधारी मुस्लीम लीग पर बढ़त है और ये बढ़त करीब 4 फीसदी वोटों की है.   इन तीनों में से किसी एक पार्टी की होगी जीत इस चुनाव में एक तरफ जहां इस देश की सरकार चला रही नवाज़ शरीफ़ की पार्टी 'पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (पीएमएल-एन)' की साख दांव पर है, वहीं 2008 से 2013 के दौरान पहले ऐतिहासिक पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) वापसी की उम्मीद लगाए बैठी है. इन दोनों पार्टियों के बीच तेज़ी से उभरती इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. उन्हें कई क्रिकेटरों का समर्थन भी प्राप्त है.   इसी के साथ प्रांतीय चुनावों के लिए भी देश भर में वोट पड़ेंगे. निचली सदन में 272 सीटों में से कुल 70 सीटें रिज़र्व कैटगरी में आती हैं जिनमें से 60 महिलाओं और 10 अल्पसंख्यकों के खाते में जाती हैं. पड़ोसी मुल्क में पंजाब सबसे बड़ा प्रांत है जिसके बाद सिंध का नंबर आता है. इनके अलावा खैबर-पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान जैसे प्रांतों की प्रमुख भूमिका मानी जाती है. आपको बता दें कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और गिलगित बाल्टिस्तान को स्वायत्तता हासिल है और इसी वजह से वहां चुनाव नहीं होंगे.

SDPI और हेराल्ड मैगजीन के मुताबिक सर्वे में पाकिस्तान इंसाफ पार्टी को सत्ताधारी मुस्लीम लीग पर बढ़त है और ये बढ़त करीब 4 फीसदी वोटों की है.

इन तीनों में से किसी एक पार्टी की होगी जीत
इस चुनाव में एक तरफ जहां इस देश की सरकार चला रही नवाज़ शरीफ़ की पार्टी ‘पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (पीएमएल-एन)’ की साख दांव पर है, वहीं 2008 से 2013 के दौरान पहले ऐतिहासिक पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) वापसी की उम्मीद लगाए बैठी है. इन दोनों पार्टियों के बीच तेज़ी से उभरती इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. उन्हें कई क्रिकेटरों का समर्थन भी प्राप्त है.

इसी के साथ प्रांतीय चुनावों के लिए भी देश भर में वोट पड़ेंगे. निचली सदन में 272 सीटों में से कुल 70 सीटें रिज़र्व कैटगरी में आती हैं जिनमें से 60 महिलाओं और 10 अल्पसंख्यकों के खाते में जाती हैं. पड़ोसी मुल्क में पंजाब सबसे बड़ा प्रांत है जिसके बाद सिंध का नंबर आता है. इनके अलावा खैबर-पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान जैसे प्रांतों की प्रमुख भूमिका मानी जाती है. आपको बता दें कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और गिलगित बाल्टिस्तान को स्वायत्तता हासिल है और इसी वजह से वहां चुनाव नहीं होंगे.

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