शाहजहांपुर (जेएनएन)। आसाराम पर आए फैसले के बाद पीड़िता के पिता ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा है कि उन्हें न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है। इस फैसले से उनकी बेटी को जीत मिली है। बता दें कि जोधपुर कोर्ट ने आसाराम समेत सभी आरोपियों को दोषी करार दिया है। फैसला आने के बाद शाहजहांपुर स्थित अपने घर से निकलकर पीड़िता के पिता बाहर आए। उन्होंने मीडिया और जिला प्रशासन को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। कोर्ट के फैसले पर उन्होंने खुशी जताई।शाहजहांपुर (जेएनएन)। आसाराम पर आए फैसले के बाद पीड़िता के पिता ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा है कि उन्हें न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है। इस फैसले से उनकी बेटी को जीत मिली है। बता दें कि जोधपुर कोर्ट ने आसाराम समेत सभी आरोपियों को दोषी करार दिया है। फैसला आने के बाद शाहजहांपुर स्थित अपने घर से निकलकर पीड़िता के पिता बाहर आए। उन्होंने मीडिया और जिला प्रशासन को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। कोर्ट के फैसले पर उन्होंने खुशी जताई।  साथ ही यह भी कहा कि उनकी बेटी भी इस फैसले से खुश है। हम लोगों ने काफी संघर्ष किया। सजा को लेकर वह बोले कि कोर्ट पर भरोसा है। कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। मंगलवार से ही पीड़िता के घर के बाहर सुरक्षा का कड़ा पहरा लगाया गया है। किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो सके इसके लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। इससे पहले एसपी केबी सिंह परिवार से मिले थे। उनके मुताबिक, पीड़ित परिवार की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। लगातार मॉनीट¨रग की जा रही है। पर्याप्त पुलिस फोर्स तैनात है।   दुकानदार से मारपीट करने में शाहजहांपुर के पांच पुलिसकर्मी बर्खास्त यह भी पढ़ें खुफिया तंत्र भी सक्रिय है। पुलिस लगातार भ्रमणशील है। संदिग्धों पर विशेष नजर रखी जा रही है। यह था मामला पीड़िता ने जब आसाराम पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे तब वह छिंदवाड़ा आश्रम के कन्या छात्रावास में 12वीं कक्षा में पढ़ती थी। जानकारी के अनुसार पीड़िता के पिता के पास 7 अगस्त, 2013 को छिंदवाड़ा आश्रम से फोन आया कि उनकी बेटी बीमार है। इस पर पीड़िता के पिता वहा पहुंचे तो उन्हे बताया गया कि उनकी बेटी पर भूत-प्रेत का साया है, जिसे सिर्फ आसाराम ही ठीक कर सकते हैं।  पीड़िता के माता-पिता अपनी बेटी के साथ 14 अगस्त को आसाराम से मिलने जोधपुर आश्रम में पहुंचा। इसके अगले दिन 15 अगस्त को आसाराम पे 16 साल की पीड़िता को अपनी कुटिया में बुला लिया और उसके साथ 1 घटे तक यौन उत्पीड़न किया। पीड़िता ने इस मामले की जानकारी अपने माता-पिता को दी तो उन्होंने 20 अगस्त, 2013 को दिल्ली कमलानगर पुलिस थाने में रात 2 बजे एफआरआर दर्ज कराई थी। मामला जोधपुर ट्रासफर कर दिया गया। जोधपुर पुलिस ने जाच के बाद आसाराम को 30 अगस्त की आधी रात इंदौर स्थित आश्रम से गिरफ्तार किया था।

साथ ही यह भी कहा कि उनकी बेटी भी इस फैसले से खुश है। हम लोगों ने काफी संघर्ष किया। सजा को लेकर वह बोले कि कोर्ट पर भरोसा है। कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। मंगलवार से ही पीड़िता के घर के बाहर सुरक्षा का कड़ा पहरा लगाया गया है। किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो सके इसके लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। इससे पहले एसपी केबी सिंह परिवार से मिले थे। उनके मुताबिक, पीड़ित परिवार की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। लगातार मॉनीट¨रग की जा रही है। पर्याप्त पुलिस फोर्स तैनात है।

खुफिया तंत्र भी सक्रिय है। पुलिस लगातार भ्रमणशील है। संदिग्धों पर विशेष नजर रखी जा रही है। यह था मामला पीड़िता ने जब आसाराम पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे तब वह छिंदवाड़ा आश्रम के कन्या छात्रावास में 12वीं कक्षा में पढ़ती थी। जानकारी के अनुसार पीड़िता के पिता के पास 7 अगस्त, 2013 को छिंदवाड़ा आश्रम से फोन आया कि उनकी बेटी बीमार है। इस पर पीड़िता के पिता वहा पहुंचे तो उन्हे बताया गया कि उनकी बेटी पर भूत-प्रेत का साया है, जिसे सिर्फ आसाराम ही ठीक कर सकते हैं।

पीड़िता के माता-पिता अपनी बेटी के साथ 14 अगस्त को आसाराम से मिलने जोधपुर आश्रम में पहुंचा। इसके अगले दिन 15 अगस्त को आसाराम पे 16 साल की पीड़िता को अपनी कुटिया में बुला लिया और उसके साथ 1 घटे तक यौन उत्पीड़न किया। पीड़िता ने इस मामले की जानकारी अपने माता-पिता को दी तो उन्होंने 20 अगस्त, 2013 को दिल्ली कमलानगर पुलिस थाने में रात 2 बजे एफआरआर दर्ज कराई थी। मामला जोधपुर ट्रासफर कर दिया गया। जोधपुर पुलिस ने जाच के बाद आसाराम को 30 अगस्त की आधी रात इंदौर स्थित आश्रम से गिरफ्तार किया था।