पूर्व विधायक समेत सात BJP नेताओं को पार्टी से निकलने की जा रही हैं सिफारिश

पूर्व विधायक समेत सात BJP नेताओं को पार्टी से निकलने की जा रही हैं सिफारिश

विधानसभा चुनाव की समीक्षा और भितरघात पर कार्रवाई ने कसौली विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की मुसीबत बढ़ा दी है। यहां पूर्व विधायक समेत कुल सात पदाधिकारियों को पार्टी से बाहर करने की सिफारिश की गई है।पूर्व विधायक समेत सात BJP नेताओं को पार्टी से निकलने की जा रही हैं सिफारिशकेजरीवाल सरकार के फैसले पर राजनीतिक हंगामा, शुरू हुआ ट्विटर वॉर

ये सिफारिश लगातार दो बार चुनाव जीतने वाले विधायक डॉ. राजीव सहजल और मंडल भाजपा की ओर से हाईकमान से की गई है। वहीं, इन सातों पदाधिकारियों ने कोर्ट जाने की धमकी दी है। 

सोलन में पत्रकारों से बातचीत में पूर्व विधायक सत्यपाल कंबोज ने कहा कि जिन सात पदाधिकारियों को बाहर किया जा रहा है, वे पार्टी में अहम पदों पर रहे हैं। इस बार के चुनाव में भी पार्टी प्रत्याशी की जीत के लिए पूरा योगदान दिया है। 

पूर्व विधायक ने कहा भाजपा को मिलेगी लीड

चुनाव परिणाम आने पर साफ हो जाएगा कि इन पदाधिकारियों के बूथ से भाजपा उम्मीदवार को लीड मिलेगी। कंबोज ने कहा कि भाजपा ने 2007 में कसौली विधानसभा सीट 6400 से अधिक मतों से जीती लेकिन 2012 में भाजपा का ग्राफ यहां बुरी तरह से गिरा और जीत का अंतर महज 24 रह गया। 

लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी लहर के बावजूद विधायक सबसे कम लीड पार्टी को दिलवा पाए। यह सब देखते हुए चुनाव से पूर्व उन्होंने पार्टी हाईकमान से उम्मीदवार बदलने की सिफारिश की थी। लेकिन पार्टी हाईकमान ने उम्मीदवार बदलने का निर्णय नहीं लिया। 

इसके बाद सभी पदाधिकारी अपने बूथों पर जिम्मेदारी के अनुसार काम पर जुट गए। लेकिन मंडल ने समीक्षा बैठक के नाम पर कुछ लोगों की राय से उन्हें पार्टी से बाहर करने की सिफारिश कर दी। 

उन्होंने कहा कि इस सिफारिश को गुप्त रखा जाना चाहिए था लेकिन इसे मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक करके राजनीतिक भविष्य को खत्म करने की कोशिश की गई है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान के समक्ष वे अपना पक्ष रखेंगे। 

इस मौके पर पूर्व बीडीसी सदस्य नरेंद्र अत्री, पूर्व मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र ठाकुर, पूर्व किसान मोर्चा अध्यक्ष सुरेंद्र ठाकुर, छाबनी बोर्ड सुबाथू के पार्षद मुनीष गुप्ता, पूर्व मंडलाध्यक्ष योगराज व अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष हरमेल धीमान आदि उपस्थित थे।

मोबाइल पर कर थे हराने की साजिश : सहजल

कसौली के विधायक डॉ. राजीव सहजल का कहना है कि सभी पदाधिकारियों ने चुनाव के दौरान पार्टी के खिलाफ काम किया है, जिसकी शिकायतें बूथ स्तर से आई थीं। पूर्व पदाधिकारियों की मोबाइल रिकॉर्डिंग भी हाईकमान को भेजी गई है जिसमें ये आपस में पार्टी प्रत्याशी को हराने के बारे में चर्चा कर रहे हैं।

सभी सुबूत और तथ्य जुटाए जाने के बाद ही सिफारिश की गई है। उन्होंने कहा कि हरमेल धीमान मूल रूप से हरियाणा के हैं। पार्टी हाईकमान को ही जीतने वाले उम्मीदवार पर दांव लगाना था।

पिछले दरवाजे से निकल गए हरमेल धीमान 
विधायक डॉ. राजीव सहजल ने कहा कि टिकट मिलने के बाद वे हरमेल धीमान से मिलने उनके घर पर गए थे। लेकिन वे उनसे मिलने बाहर नहीं आए। विधायक के अनुसार वे एक कमरे में बैठकर चाय पीते रह गए और हरमेल धीमान दूसरे रास्ते से घर के बाहर चले गए।

उन्होंने पूर्व विधायक सत्यपाल कंबोज पर भी हमला बोलते हुए वर्ष 2003 में उन्हें निष्कासित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से अंदर-बाहर होते आए हैं।

English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com