स्पेन के फेलिसियानो लोपेज ने विंबलडन के लिए कोर्ट पर उतरते ही लगातार सबसे अधिक ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट में खेलने का रिकॉर्ड बनाया। लोपेज का यह लगातार 66वां मेजर टूर्नामेंट है। लोपेज ने अपने रिकॉर्ड का जश्न जीत के साथ मनाया। उन्होंने ऑल इंग्लैंड क्लब में खेले गए मैच में अर्जेंटीना के फेडेरिको डेलबोनिस को 6-3, 6-4, 6-2 से शिकस्त दी।स्पेन के फेलिसियानो लोपेज ने विंबलडन के लिए कोर्ट पर उतरते ही लगातार सबसे अधिक ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट में खेलने का रिकॉर्ड बनाया। लोपेज का यह लगातार 66वां मेजर टूर्नामेंट है। लोपेज ने अपने रिकॉर्ड का जश्न जीत के साथ मनाया। उन्होंने ऑल इंग्लैंड क्लब में खेले गए मैच में अर्जेंटीना के फेडेरिको डेलबोनिस को 6-3, 6-4, 6-2 से शिकस्त दी।  स्पेन के बायें हाथ के इस 36 वर्षीय खिलाड़ी ने रोलां गैरा में रोजर फेडरर के लगातार 65 ग्रैंड स्लैम में खेलने के रिकॉर्ड की बराबरी की थी। फ्रेंच ओपन 2001 में पदार्पण के बाद से लोपेज किसी ग्रैंड स्लैम से बाहर नहीं रहे। लोपेज ने मजाकिया लहजे में कहा, 'जब मैं रिकॉर्ड तोडऩे वाला था तो मुझे लगा कि किसी चीज में तो फेडरर को हरा रहा हूं।  लोपेज हालांकि फेडरर के खिलाफ 13 बार कोर्ट में उतरे हैं, लेकिन कभी जीत दर्ज नहीं कर सके। उन्होंने स्वीकार किया कि किसी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में नहीं पहुंचने और रैंकिंग में शीर्ष-10 में नहीं आने के बावजूद उन्हें फेडरर, राफेल नडाल और नोवाक जोकोविक जैसे खिलाडिय़ों के दौर में खेलने से प्रेरणा मिली। ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन विंबलडन में ही किया था, जब वह 2005, 2008 और 2011 में क्वार्टर फाइनल में पहुंचे। वह 2015 में यूएस ओपन के क्वार्टर फाइनल में भी पहुंचे थे।

स्पेन के बायें हाथ के इस 36 वर्षीय खिलाड़ी ने रोलां गैरा में रोजर फेडरर के लगातार 65 ग्रैंड स्लैम में खेलने के रिकॉर्ड की बराबरी की थी। फ्रेंच ओपन 2001 में पदार्पण के बाद से लोपेज किसी ग्रैंड स्लैम से बाहर नहीं रहे। लोपेज ने मजाकिया लहजे में कहा, ‘जब मैं रिकॉर्ड तोडऩे वाला था तो मुझे लगा कि किसी चीज में तो फेडरर को हरा रहा हूं।

लोपेज हालांकि फेडरर के खिलाफ 13 बार कोर्ट में उतरे हैं, लेकिन कभी जीत दर्ज नहीं कर सके। उन्होंने स्वीकार किया कि किसी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में नहीं पहुंचने और रैंकिंग में शीर्ष-10 में नहीं आने के बावजूद उन्हें फेडरर, राफेल नडाल और नोवाक जोकोविक जैसे खिलाडिय़ों के दौर में खेलने से प्रेरणा मिली। ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन विंबलडन में ही किया था, जब वह 2005, 2008 और 2011 में क्वार्टर फाइनल में पहुंचे। वह 2015 में यूएस ओपन के क्वार्टर फाइनल में भी पहुंचे थे।