बंगाल में TMC का ‘काला दिवस’, सांसदों से दुर्व्यवहार पर गुस्सा

सिलचर हवाई अड्डे पर गुरुवार को पार्टी के सांसदों के साथ कथित दुर्व्यवहार की निंदा करते हुए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने दो दिन ‘काला दिवस’ मनाने का ऐलान किया है. टीएमसी ने दावा किया कि असम प्रशासन ने सभी नियमों का उल्लंघन किया. टीएमसी के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कोलकाता में संवाददाताओं से कहा कि पार्टी शनिवार और रविवार को पश्चिम बंगाल में ‘काला दिवस’ मनाएगी.बंगाल में TMC का 'काला दिवस', सांसदों से दुर्व्यवहार पर गुस्सा

पार्थ ने कहा, ‘जिस तरीके से जन प्रतिनिधियों से दुर्व्यवहार हुआ और असम पुलिस ने सिलचर हवाई अड्डे पर उन्हें हिरासत में लिया, उसकी हम निंदा करते हैं. सांसद होने के नाते उन्हें किसी भी स्थान का दौरा करने का अधिकार है लेकिन सभी नियमों का उल्लंघन किया गया और हमारी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को रोका गया. यह शर्मनाक है.’

सर्बानंद और ममता के खिलाफ केस दर्ज

एयरपोर्ट पर बदसलूकी के के मामले में टीएमसी के दो सांसदों और एक विधायक ने असम से सीएम सर्बानंद सोनोवाल के खिलाफ FIR दर्ज कराई है. वहीं, एनआरसी मामले में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर उन्माद भड़काने के आरोप में पहले ही केस दर्ज हो चुका है.

‘नेताओं ने एयरपोर्ट पर फैलाई अराजकता’

असम के डीजीपी कुलधर सैकिया ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के दल को सिल्चर हवाईअड्डे के अंदर रोका गया क्योंकि कछार जिले में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू थी. वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने टीएमसी प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों पर हवाई अड्डे पर ‘अराजक स्थिति’ पैदा करने के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था की स्थिति पर असम सरकार से मिली खुफिया जानकारी को देखते हुए उन्हें हिरासत में लिया गया.

लोकसभा में राजनाथ सिंह ने कहा कि असम में निषेधाज्ञा लागू है और इसलिए राज्य के अधिकारियों ने टीएमसी नेताओं से आग्रह किया था कि हवाई अड्डे से ही लौट जाएं. उन्होंने कहा कि टीएमसी नेताओं को राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए हवाई अड्डे पर हिरासत में ले लिया गया. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सांसदों के साथ सभी शिष्टाचार बरते गए क्योंकि सिलचर से कोलकाता या दिल्ली के लिए वापसी का कोई विमान नहीं था, इसलिए सांसदों को हवाई अड्डे के अतिथि गृह में रात गुजारनी पड़ी और आज सुबह वे कोलकाता के लिए रवाना हुए और फिर वहां से दिल्ली आए.

उन्होंने कहा, ‘जिलाधिकारी ने हाथ जोड़कर उनसे लौट जाने का आग्रह किया था. लेकिन आग्रह पर ध्यान नहीं देते हुए सांसदों ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी जिसमें दो महिला सुरक्षाकर्मी जख्मी हो गईं.’

‘भारत के लोगों को देश में कहीं भी जाने की आजादी’

इस बीच, टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि भारत के नागरिकों को देश में कहीं भी आने-जाने का अधिकार है और पार्टी के सांसदों ने सिलचर हवाई अड्डे पर राज्य सरकार के अधिकारी से बार-बार कहा कि वे कोई भी जनसभा नहीं करेंगे.

गृह मंत्री के आरोपों पर टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘राजनाथ सिंह के बयान पूरी तरह अस्वीकार्य हैं. हमें उम्मीद है कि केंद्र खुद ही हमें जानकारी देगा और उचित कार्रवाई करेगा. कुछ नहीं किया गया. उनके बयान से हम पूरी तरह असंतुष्ट हैं. सप्ताहांत में हम सोमवार को की जाने वाली कार्रवाई की योजना बनाएंगे.’

टीएमसी प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने आरोप लगाया कि उनसे घुसपैठिये की तरह व्यवहार किया गया और वापस भेज दिया गया. कछार के जिला उपायुक्त एस. लक्ष्मणन ने कहा कि टीएमसी के छह नेता सुबह रवाना हो गए और दो अन्य बाद में राज्य से रवाना हुए.

8 नेताओं को रोका गया था…

सिलचर हवाई अड्डे पर कल टीएमसी के आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को रोका गया जिसमें छह सांसद, एक विधायक और राज्य के एक मंत्री शामिल थे. असम में सोमवार को राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) का अंतिम मसौदा प्रकाशित होने के बाद जमीनी हकीकत का आकलन करने के लिए प्रतिनिधिमंडल ने असम के कछार जिले में प्रवेश करने का प्रयास किया.

ढाई लाख बीजेपी कार्यकर्ता करेंगे मदद

एनआरसी मुद्दे पर असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल पार्टी नेताओं और राज्य के अधिकारियों के साथ शुक्रवार को बैठक की. इस बैठक में यह फैसला लिया गया कि पार्टी वास्तविक भारतीय नागरिकों को कानूनी सहायता प्रदान करेगी. प्रदेश में ढाई लाख बीजेपी कार्यकर्ता सूची में नाम छूटने वाले भारतीय नगरिकों की मदद करेंगे. बीजेपी का यह कैंपेन 7 अगस्त से शुरू होगा.

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