बारिश के पहले ही हिमाचल में मची तबाही, अब तक 3 की हुई मौत

बारिश के पहले ही हिमाचल में मची तबाही, अब तक 3 की हुई मौत

हिमाचल में मानसून पहुंचने में भले ही अभी एक सप्ताह का वक्त है लेकिन प्री मानसून की बारिश से ही पहाड़ दरकने लगे हैं। नदी-नाले उफान पर हैं। सड़कें ठप होने से दर्जनों रूटों पर बसें नहीं जा पा रही हैं। अब तक तीन लोगों की मौतें भी हो चुकी हैं। बारिश के पहले ही हिमाचल में मची तबाही, अब तक 3 की हुई मौत

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कई घरों और दुकानों में पानी घुसने से काफी नुकसान हुआ है। चंबा के भनेरा में बुधवार दोपहर करीब दो बजे सड़क मरम्मत में जुटे लोक निर्माण विभाग के बेलदार पर पहाड़ी से मलबा गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई। 

चंबा की बनेट पंचायत के गनोट नाला में पिता का पिंडदान करते आईपीएच कर्मचारी वचित्र सिंह पर भी मलबा गिर गया। मलबे की चपेट में आने से वचित्र नाले में बह गए, जिससे उनकी भी मौत हो गई। दाड़लाघाट के दानोघाट के पास शाम करीब सात बजे कार पर पत्थर गिरने से कृष्ण नेगी गांव देवी धार चिड़गांव रोहडू़ की मौके पर मौत हो गई। 

कृष्ण अंबुजा कंपनी में लैंड मैनेजर थे। उनकी पत्नी राम प्यारी, बेटी अंबिका और चालक बाबूराम को भी चोटें आई हैं। इन्हें आईजीएमसी रेफर किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक अगले एक सप्ताह तक गर्ज के साथ बारिश और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी के आसार हैं। 

बुधवार को साल के सबसे गर्म दिन माने जाने वाले 21 जून को राजधानी शिमला समेत पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश हुई। कुल्लू घाटी और चंबा के दर्जनों रूटों पर परिवहन निगम की बस सेवा ठप रही। सोलन में घरों और दुकानों में पानी घुस गया, जिससे दुकानों में रखा सामान खराब हो गया। स्पाटू में भी कुछ घरों में बारिश का पानी घुस गया 

बता दें कि हिमाचल में रोजाना बारिश से पारा लुढ़क गया है। बुधवार को कल्पा में न्यूनतम 9.2 डिग्री सेल्सियस और ऊना में सर्वाधिक 33.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। खरीफ सीजन की मुख्य फसल मक्की के लिए बारिश की फुहारें सौगात साबित हो रही हैं। इससे किसानों के चेहरे खिल गए हैं।  

बता दें कि हिमाचल में रोजाना बारिश से पारा लुढ़क गया है। बुधवार को कल्पा में न्यूनतम 9.2 डिग्री सेल्सियस और ऊना में सर्वाधिक 33.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। खरीफ सीजन की मुख्य फसल मक्की के लिए बारिश की फुहारें सौगात साबित हो रही हैं। इससे किसानों के चेहरे खिल गए हैं।  

भारी बारिश से ब्यास, रावी और सतलुज नदियों समेत कई नालों का जलस्तर बढ़ गया है। कुल्लू जिला प्रशासन ने नदी-नालों के आसपास न जाने की हिदायत दी है। वहीं, लारजी-सैंज मार्ग पर पालगनाला में बाढ़ जैसे हालात ने दिक्कतें बढ़ा दी हैं।  

प्रसिद्ध पर्यटन स्थल रोहतांग में बुधवार को पांच सेंटीमीटर ताजा बर्फबारी हुई है। लाहौल की ऊंची चोटियाें और बारालाचा, कुंजम दर्रा पर भी बर्फबारी हुई है। चंबा में जनजातीय क्षेत्र भरमौर के मणिमहेश, कुगती, चौबिया, तुंदाह, जालसु और क्वारंसी की ऊंची पहाड़ियों पर हल्का हिमपात हुआ है। 

 

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