हरिद्वार : उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में खानपुर से भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का विवादों से गहरा नाता है. भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन इस बार अपनी दबंगई के कारण चर्चा में है. शुक्रवार शाम भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, जिला पंचायत सदस्य और उनकी पत्नी देवयानी सिंह सहित दो सदस्यों मोहम्मद सत्तार और अमीलाल बाल्मीकि शुक्रवार शाम हरिद्वार पंचायत कार्यालय में जमकर हंगामा किया. विधायक चैंपियन सिंह ने जिला पंचायत के मुख्य अपर अधिकारी आरएन त्रिपाठी को बंधक बना कर चेकों पर साइन कराने की कोशिश की. जिला पंचायत में चैंपियन और उनके बंदूकधारी गुर्गों ने पत्रकारों से भी अभद्रता और जमकर धक्कामुक्की की, हालांकि बाद में उन्होंने पत्रकारों से माफी भी मांग ली. मगर सूत्रों का कहना है विधायक चैंपियन सिंह जिस मकसद से गए थे, उनका मकसद पूरा नहीं हो पाया. बंधक अपर मुख्य अधिकारी आरपी त्रिपाठी ने भुगतान के चेकों पर हस्ताक्षर नहीं किए. भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने बंधक बनाए जाने के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि भले ही अध्यक्षा सविता चौधरी की कोर्ट ने बहाली कर दी है, मगर पंचायत के सभी प्रशासनिक ओर वित्तीय अधिकार अभी शासन द्वारा नामित समिति के पास ही हैं. इसी अधिकार से उन्होंने कर्मियों के वेतन संबंधी कागजातों पर हस्ताक्षर करवाए हैं जिला पंचायत संचालन समिति की सदस्य कुवंरानी देवयानी और दूसरे सदस्य सत्तर ने भी बंधक बनाने के आरोपों को नकारा है. उनका कहना है कि अध्यक्ष सविता चौधरी पर अभी भी भ्रष्टाचार के आरोपों की शासन में जांच चल रही है. पंचायत के कर्मोयों के वेतन और अन्य कार्यों के कागजात शुक्रवार को ही तैयार हुए थे, इसलिए वो तीनों सदस्य उन पर हस्ताक्षर करने आये थे.

भाजपा विधायक की गुंडागर्दी, अधिकारी को बंधक बनाया

उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में खानपुर से भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का विवादों से गहरा नाता है. भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन इस बार अपनी दबंगई के कारण चर्चा में है. शुक्रवार शाम भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, जिला पंचायत सदस्य और उनकी पत्नी देवयानी सिंह सहित दो सदस्यों मोहम्मद सत्तार और अमीलाल बाल्मीकि शुक्रवार शाम हरिद्वार पंचायत कार्यालय में जमकर हंगामा किया. विधायक चैंपियन सिंह ने जिला पंचायत के मुख्य अपर अधिकारी आरएन त्रिपाठी को बंधक बना कर चेकों पर साइन कराने की कोशिश की. जिला पंचायत में चैंपियन और उनके बंदूकधारी गुर्गों ने पत्रकारों से भी अभद्रता और जमकर धक्कामुक्की की, हालांकि बाद में उन्होंने पत्रकारों से माफी भी मांग ली.हरिद्वार : उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में खानपुर से भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का विवादों से गहरा नाता है. भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन इस बार अपनी दबंगई के कारण चर्चा में है. शुक्रवार शाम भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, जिला पंचायत सदस्य और उनकी पत्नी देवयानी सिंह सहित दो सदस्यों मोहम्मद सत्तार और अमीलाल बाल्मीकि शुक्रवार शाम हरिद्वार पंचायत कार्यालय में जमकर हंगामा किया. विधायक चैंपियन सिंह ने जिला पंचायत के मुख्य अपर अधिकारी आरएन त्रिपाठी को बंधक बना कर चेकों पर साइन कराने की कोशिश की. जिला पंचायत में चैंपियन और उनके बंदूकधारी गुर्गों ने पत्रकारों से भी अभद्रता और जमकर धक्कामुक्की की, हालांकि बाद में उन्होंने पत्रकारों से माफी भी मांग ली.  मगर सूत्रों का कहना है विधायक चैंपियन सिंह जिस मकसद से गए थे, उनका मकसद पूरा नहीं हो पाया. बंधक अपर मुख्य अधिकारी आरपी त्रिपाठी ने भुगतान के चेकों पर हस्ताक्षर नहीं किए. भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने बंधक बनाए जाने के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि भले ही अध्यक्षा सविता चौधरी की कोर्ट ने बहाली कर दी है, मगर पंचायत के सभी प्रशासनिक ओर वित्तीय अधिकार अभी शासन द्वारा नामित समिति के पास ही हैं. इसी अधिकार से उन्होंने कर्मियों के वेतन संबंधी कागजातों पर हस्ताक्षर करवाए हैं   जिला पंचायत संचालन समिति की सदस्य कुवंरानी देवयानी और दूसरे सदस्य सत्तर ने भी बंधक बनाने के आरोपों को नकारा है. उनका कहना है कि अध्यक्ष सविता चौधरी पर अभी भी भ्रष्टाचार के आरोपों की शासन में जांच चल रही है. पंचायत के कर्मोयों के वेतन और अन्य कार्यों के कागजात शुक्रवार को ही तैयार हुए थे, इसलिए वो तीनों सदस्य उन पर हस्ताक्षर करने आये थे.

मगर सूत्रों का कहना है विधायक चैंपियन सिंह जिस मकसद से गए थे, उनका मकसद पूरा नहीं हो पाया. बंधक अपर मुख्य अधिकारी आरपी त्रिपाठी ने भुगतान के चेकों पर हस्ताक्षर नहीं किए. भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने बंधक बनाए जाने के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि भले ही अध्यक्षा सविता चौधरी की कोर्ट ने बहाली कर दी है, मगर पंचायत के सभी प्रशासनिक ओर वित्तीय अधिकार अभी शासन द्वारा नामित समिति के पास ही हैं. इसी अधिकार से उन्होंने कर्मियों के वेतन संबंधी कागजातों पर हस्ताक्षर करवाए हैं

जिला पंचायत संचालन समिति की सदस्य कुवंरानी देवयानी और दूसरे सदस्य सत्तर ने भी बंधक बनाने के आरोपों को नकारा है. उनका कहना है कि अध्यक्ष सविता चौधरी पर अभी भी भ्रष्टाचार के आरोपों की शासन में जांच चल रही है. पंचायत के कर्मोयों के वेतन और अन्य कार्यों के कागजात शुक्रवार को ही तैयार हुए थे, इसलिए वो तीनों सदस्य उन पर हस्ताक्षर करने आये थे.

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