तीन देशों की यात्रा पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी इंडोनेशिया की यात्रा पूरी कर गुरुवार को मलेशिया पहुंचे। यहां कुआलालंपुर में उन्होंने देश के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद से मुलाकात की। महातिर पिछले हफ्ते ही एक बार फिर मलेशिया के पीएम बने हैं। उनके पुराने कार्यकाल के दौरान भी भारत व मलेशिया के रिश्ते काफी अच्छे थे। वह चीन की विस्तारवादी नीतियों के खासे आलोचक हैं।तीन देशों की यात्रा पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी इंडोनेशिया की यात्रा पूरी कर गुरुवार को मलेशिया पहुंचे। यहां कुआलालंपुर में उन्होंने देश के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद से मुलाकात की। महातिर पिछले हफ्ते ही एक बार फिर मलेशिया के पीएम बने हैं। उनके पुराने कार्यकाल के दौरान भी भारत व मलेशिया के रिश्ते काफी अच्छे थे। वह चीन की विस्तारवादी नीतियों के खासे आलोचक हैं।  बताते चलें कि पहले मोदी की इस यात्रा में मलेशिया शामिल नहीं था लेकिन हाल ही में वहां सत्ता परिवर्तन को देखते हुए उसे भी दौरे में शामिल किया गया है। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक मोदी और मुहम्मद के बीच अनौपचारिक वार्ता होगी लेकिन यह वहां की नई सरकार के साथ लंबी अवधि की साझेदारी विकसित करने के लिहाज से अहम होगा।  मलेशिया के बाद मोदी सिंगापुर जाएंगे। प्रधानमंत्री के तौर पर यह मोदी की तीसरी सिंगापुर यात्रा होगी। साफ है कि भारतीय कूटनीति में इस छोटे से देश को काफी अहमियत दी जाती है। मलेशिया और इंडोनेशिया यात्रा के दौरान मोदी आतंकवाद पर भी चर्चा करेंगे। ये दोनों देश दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देशों में शामिल हैं। साथ ही ये दोनों मुस्लिम बहुल देशों के संगठन ओआईसी के प्रमुख सदस्य भी हैं।  आतंकवाद से प्रभावित होने के बावजूद इन दोनों देशों ने कट्टर इस्लाम पर काफी सटीक तरीके से काबू पाया है। भारत की यह कोशिश है कि इन दोनों देशों से धार्मिक कट्टरता को रोकने की सीख ली जाए। भारत कोशिश कर रहा है कि आतंकवाद के मुद्दे पर उसे इन दोनों देशों का साथ मिले ताकि इस्लामिक देशों के सहयोग संगठन (ओआईसी) में पाकिस्तान की भारत विरोधी गतिविधियों पर रोक लगे।

बताते चलें कि पहले मोदी की इस यात्रा में मलेशिया शामिल नहीं था लेकिन हाल ही में वहां सत्ता परिवर्तन को देखते हुए उसे भी दौरे में शामिल किया गया है। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक मोदी और मुहम्मद के बीच अनौपचारिक वार्ता होगी लेकिन यह वहां की नई सरकार के साथ लंबी अवधि की साझेदारी विकसित करने के लिहाज से अहम होगा।

मलेशिया के बाद मोदी सिंगापुर जाएंगे। प्रधानमंत्री के तौर पर यह मोदी की तीसरी सिंगापुर यात्रा होगी। साफ है कि भारतीय कूटनीति में इस छोटे से देश को काफी अहमियत दी जाती है। मलेशिया और इंडोनेशिया यात्रा के दौरान मोदी आतंकवाद पर भी चर्चा करेंगे। ये दोनों देश दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देशों में शामिल हैं। साथ ही ये दोनों मुस्लिम बहुल देशों के संगठन ओआईसी के प्रमुख सदस्य भी हैं।

आतंकवाद से प्रभावित होने के बावजूद इन दोनों देशों ने कट्टर इस्लाम पर काफी सटीक तरीके से काबू पाया है। भारत की यह कोशिश है कि इन दोनों देशों से धार्मिक कट्टरता को रोकने की सीख ली जाए। भारत कोशिश कर रहा है कि आतंकवाद के मुद्दे पर उसे इन दोनों देशों का साथ मिले ताकि इस्लामिक देशों के सहयोग संगठन (ओआईसी) में पाकिस्तान की भारत विरोधी गतिविधियों पर रोक लगे।