लखनऊ विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में वर्ष 2018 की परीक्षा में स्नातक (यूजी) फ‌र्स्ट ईयर में फेल छात्रों को दोबारा दाखिला लेना होगा। उन्हें भूतपूर्व छात्र के तौर पर वर्ष 2019 की परीक्षा में शामिल नहीं किया जाएगा। इस सत्र से सेमेस्टर प्रणाली लागू होने के कारण यह बदलाव किया गया है। यह विद्यार्थी भी सेमेस्टर प्रणाली के तहत पढ़ाई करेंगे। यह निर्णय शुक्रवार को परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया। कुलपति प्रो. एसपी सिंह की अध्यक्षता में हुई परीक्षा समिति की बैठक में यूजी व पीजी में अब 45 प्रतिशत अंक पाने पर सेकेंड डिवीजन में पास होने के प्रस्ताव पर भी अंतिम मुहर लग गई। अभी तक 48 प्रतिशत अंक पाने पर विद्यार्थी सेकेंड डिवीजन में पास माना जाता था। बीए, बीएससी, बीकॉम और एमए, एमएससी तथा एमकॉम में प्रति प्रश्नपत्र पास होने के लिए न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक और ओवर ऑल पास होने के लिए 36 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा। इसी तरह बीए ऑनर्स प्रति पेपर 36 प्रतिशत और ओवरऑल 40 प्रतिशत अंक लाने होंगे। वहीं बीवीए, एमवीए, बीएफए, एमएफए कोर्स में प्रति प्रश्नपत्र 36 प्रतिशत व ओवरऑल 40 प्रतिशत अंक लाने होंगे। वहीं एमबीए, एमएड, बीएड, बीपीएड, एमपीएड, बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस, बीसीए, बीबीए, बीकॉम ऑनर्स और एलएलबी ऑनर्स में प्रति प्रश्नपत्र 40 प्रतिशत अंक और ओवरऑल 50 प्रतिशत अंक लाने पर पास माना जाएगा। एलएलबी त्रिवर्षीय कोर्स में प्रति पेपर 40 प्रतिशत व ओवरऑल 48 प्रतिशत अंक पाने पर विद्यार्थी पास होगा। एलएलबी में तृतीय श्रेणी नहीं दी जाएगी। वहीं बीटेक में ओवरऑल 40 प्रतिशत अंक पाने पर विद्यार्थी पास माना जाएगा। विद्यार्थियों को अब डिग्री ¨हदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं में मिलेगी। सिलेबस एनुअल का और पढ़ाई सेमेस्टर से यह भी पढ़ें 80 अंक की लिखित परीक्षा और 20 अंक का आंतरिक मूल्यांकन बीए, बीएससी व बीकाम में सेमेस्टर प्रणाली लागू होने के बाद 80 अंक की लिखित परीक्षा और 20 अंक का आंतरिक मूल्यांकन होगा। आंतरिक मूल्यांकन में 10 अंक प्रोजेक्ट के, पांच अंक प्रोजेक्ट प्रेजेंटेशन और पांच अंक उपस्थिति व एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी के होंगे। अब सात नंबर का ग्रेस, वह भी बंटकर मिलेगा विद्यार्थियों को यूजी व पीजी में अब पांच अंक की बजाय सात अंक का ग्रेस मिलेगा। अभी तक यह केवल एक प्रश्नपत्र में मिलता था लेकिन अब यह जरूरत के अनुसार दो प्रश्नपत्र में बंटकर मिलेगा। आइटी कॉलेज भरेगा दो हजार प्रति छात्रा जुर्माना, परीक्षा होगी लविवि में आज से शुरू होगा कामकाज, पढ़ाई-काउंसिलिंग मंगलवार से यह भी पढ़ें लविवि हाईकोर्ट के आदेश पर बीए कम्प्यूटर एप्लीकेशन कोर्स में पढ़ रही 32 छात्राओं की विशेष परीक्षा करवाएगा। प्रति छात्रा दो हजार रुपये कॉलेज अपने पास से जुर्माना देगा और परीक्षा होगी। मालूम हो कि बीए में यह कोर्स बंद होने के बावजूद कॉलेज ने दाखिला ले लिया था।

यूजी फ‌र्स्ट ईयर में फेल छात्रों को दोबारा लेना होगा दाखिला

लखनऊ विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में वर्ष 2018 की परीक्षा में स्नातक (यूजी) फ‌र्स्ट ईयर में फेल छात्रों को दोबारा दाखिला लेना होगा। उन्हें भूतपूर्व छात्र के तौर पर वर्ष 2019 की परीक्षा में शामिल नहीं किया जाएगा। इस सत्र से सेमेस्टर प्रणाली लागू होने के कारण यह बदलाव किया गया है। यह विद्यार्थी भी सेमेस्टर प्रणाली के तहत पढ़ाई करेंगे। यह निर्णय शुक्रवार को परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया। कुलपति प्रो. एसपी सिंह की अध्यक्षता में हुई परीक्षा समिति की बैठक में यूजी व पीजी में अब 45 प्रतिशत अंक पाने पर सेकेंड डिवीजन में पास होने के प्रस्ताव पर भी अंतिम मुहर लग गई। अभी तक 48 प्रतिशत अंक पाने पर विद्यार्थी सेकेंड डिवीजन में पास माना जाता था। बीए, बीएससी, बीकॉम और एमए, एमएससी तथा एमकॉम में प्रति प्रश्नपत्र पास होने के लिए न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक और ओवर ऑल पास होने के लिए 36 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा। इसी तरह बीए ऑनर्स प्रति पेपर 36 प्रतिशत और ओवरऑल 40 प्रतिशत अंक लाने होंगे। वहीं बीवीए, एमवीए, बीएफए, एमएफए कोर्स में प्रति प्रश्नपत्र 36 प्रतिशत व ओवरऑल 40 प्रतिशत अंक लाने होंगे। वहीं एमबीए, एमएड, बीएड, बीपीएड, एमपीएड, बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस, बीसीए, बीबीए, बीकॉम ऑनर्स और एलएलबी ऑनर्स में प्रति प्रश्नपत्र 40 प्रतिशत अंक और ओवरऑल 50 प्रतिशत अंक लाने पर पास माना जाएगा। एलएलबी त्रिवर्षीय कोर्स में प्रति पेपर 40 प्रतिशत व ओवरऑल 48 प्रतिशत अंक पाने पर विद्यार्थी पास होगा। एलएलबी में तृतीय श्रेणी नहीं दी जाएगी। वहीं बीटेक में ओवरऑल 40 प्रतिशत अंक पाने पर विद्यार्थी पास माना जाएगा। विद्यार्थियों को अब डिग्री ¨हदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं में मिलेगी।लखनऊ विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में वर्ष 2018 की परीक्षा में स्नातक (यूजी) फ‌र्स्ट ईयर में फेल छात्रों को दोबारा दाखिला लेना होगा। उन्हें भूतपूर्व छात्र के तौर पर वर्ष 2019 की परीक्षा में शामिल नहीं किया जाएगा। इस सत्र से सेमेस्टर प्रणाली लागू होने के कारण यह बदलाव किया गया है। यह विद्यार्थी भी सेमेस्टर प्रणाली के तहत पढ़ाई करेंगे। यह निर्णय शुक्रवार को परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया। कुलपति प्रो. एसपी सिंह की अध्यक्षता में हुई परीक्षा समिति की बैठक में यूजी व पीजी में अब 45 प्रतिशत अंक पाने पर सेकेंड डिवीजन में पास होने के प्रस्ताव पर भी अंतिम मुहर लग गई। अभी तक 48 प्रतिशत अंक पाने पर विद्यार्थी सेकेंड डिवीजन में पास माना जाता था। बीए, बीएससी, बीकॉम और एमए, एमएससी तथा एमकॉम में प्रति प्रश्नपत्र पास होने के लिए न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक और ओवर ऑल पास होने के लिए 36 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा। इसी तरह बीए ऑनर्स प्रति पेपर 36 प्रतिशत और ओवरऑल 40 प्रतिशत अंक लाने होंगे। वहीं बीवीए, एमवीए, बीएफए, एमएफए कोर्स में प्रति प्रश्नपत्र 36 प्रतिशत व ओवरऑल 40 प्रतिशत अंक लाने होंगे। वहीं एमबीए, एमएड, बीएड, बीपीएड, एमपीएड, बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस, बीसीए, बीबीए, बीकॉम ऑनर्स और एलएलबी ऑनर्स में प्रति प्रश्नपत्र 40 प्रतिशत अंक और ओवरऑल 50 प्रतिशत अंक लाने पर पास माना जाएगा। एलएलबी त्रिवर्षीय कोर्स में प्रति पेपर 40 प्रतिशत व ओवरऑल 48 प्रतिशत अंक पाने पर विद्यार्थी पास होगा। एलएलबी में तृतीय श्रेणी नहीं दी जाएगी। वहीं बीटेक में ओवरऑल 40 प्रतिशत अंक पाने पर विद्यार्थी पास माना जाएगा। विद्यार्थियों को अब डिग्री ¨हदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं में मिलेगी।    सिलेबस एनुअल का और पढ़ाई सेमेस्टर से यह भी पढ़ें 80 अंक की लिखित परीक्षा और 20 अंक का आंतरिक मूल्यांकन  बीए, बीएससी व बीकाम में सेमेस्टर प्रणाली लागू होने के बाद 80 अंक की लिखित परीक्षा और 20 अंक का आंतरिक मूल्यांकन होगा। आंतरिक मूल्यांकन में 10 अंक प्रोजेक्ट के, पांच अंक प्रोजेक्ट प्रेजेंटेशन और पांच अंक उपस्थिति व एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी के होंगे। अब सात नंबर का ग्रेस, वह भी बंटकर मिलेगा  विद्यार्थियों को यूजी व पीजी में अब पांच अंक की बजाय सात अंक का ग्रेस मिलेगा। अभी तक यह केवल एक प्रश्नपत्र में मिलता था लेकिन अब यह जरूरत के अनुसार दो प्रश्नपत्र में बंटकर मिलेगा। आइटी कॉलेज भरेगा दो हजार प्रति छात्रा जुर्माना, परीक्षा होगी   लविवि में आज से शुरू होगा कामकाज, पढ़ाई-काउंसिलिंग मंगलवार से यह भी पढ़ें लविवि हाईकोर्ट के आदेश पर बीए कम्प्यूटर एप्लीकेशन कोर्स में पढ़ रही 32 छात्राओं की विशेष परीक्षा करवाएगा। प्रति छात्रा दो हजार रुपये कॉलेज अपने पास से जुर्माना देगा और परीक्षा होगी। मालूम हो कि बीए में यह कोर्स बंद होने के बावजूद कॉलेज ने दाखिला ले लिया था।

80 अंक की लिखित परीक्षा और 20 अंक का आंतरिक मूल्यांकन

बीए, बीएससी व बीकाम में सेमेस्टर प्रणाली लागू होने के बाद 80 अंक की लिखित परीक्षा और 20 अंक का आंतरिक मूल्यांकन होगा। आंतरिक मूल्यांकन में 10 अंक प्रोजेक्ट के, पांच अंक प्रोजेक्ट प्रेजेंटेशन और पांच अंक उपस्थिति व एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी के होंगे। अब सात नंबर का ग्रेस, वह भी बंटकर मिलेगा

विद्यार्थियों को यूजी व पीजी में अब पांच अंक की बजाय सात अंक का ग्रेस मिलेगा। अभी तक यह केवल एक प्रश्नपत्र में मिलता था लेकिन अब यह जरूरत के अनुसार दो प्रश्नपत्र में बंटकर मिलेगा। आइटी कॉलेज भरेगा दो हजार प्रति छात्रा जुर्माना, परीक्षा होगी

लविवि हाईकोर्ट के आदेश पर बीए कम्प्यूटर एप्लीकेशन कोर्स में पढ़ रही 32 छात्राओं की विशेष परीक्षा करवाएगा। प्रति छात्रा दो हजार रुपये कॉलेज अपने पास से जुर्माना देगा और परीक्षा होगी। मालूम हो कि बीए में यह कोर्स बंद होने के बावजूद कॉलेज ने दाखिला ले लिया था।

English News

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com