मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान मंडल सत्र के समापन में विधान परिषद में बजट चर्चा में भागीदारी की। विधान भवन के हाल में इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री तथा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षा मित्रों से सयंम बरतने की अपील करने के साथ सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का सम्मान करने की अपील की।अभी- अभी: समाजवादी पार्टी को लगे दो बड़े झटके, दो एमएलसी ने दिया इस्तीफा
विधान परिषद में बजट भाषण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चीन पर अखिलेश यादव के बयान को लेकर उनके ऊपर निशाना साधा। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन्होंने हमारे दुश्मन देश का महिमा मंडन करने का कुत्सित कार्य किया है। उन्होंने कहा कि आज हमारे देश को देश को सिर्फ समाजवाद की नहीं, बल्कि राष्ट्रवाद की जरूरत है। यह सर्वविदित है कि राष्ट्रवाद से साम्प्रदायिकता का इलाज होगा। इसके बाद ही सभी प्रकार की संकीर्णताओं का उपचार भी होगा।
उन्होंने कहा कि विपक्ष में सच्चाई का सामना करने की हिम्मत होती तो वह लोग सदन से पलायन करते। सरकार ने भविष्य में क्या योजनाये बनाई है इन सबका प्रतीक ये बजट है। यह सभी की आकांक्षाओं का बजट है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बहुत से लोग अपने को किसान पुत्र कहते है। सही मायने में किसानों के लिए इस सरकार ने काम किया है। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए हम एहसान नही कर रहे हैं। 16 अगस्त को मैं स्वयं लखनऊ में रहूंगा। उस दौरान ऋण माफी के पत्र बाटेंगे। हम किसानों के हितों को प्राथिमकता देंगे।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि उच्च सदन में बैठे हुए लोगों का आचरण कैसा है। इसको देख कर बड़ा आश्चर्य हो रहा है। जब सच्चाई का सामना करने की हिम्मत नही होती तो विपक्ष के लोग पलायन करते हैं। हम प्रार्थना करते है भगवान उनको जल्दी बुद्धि दे। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ही उच्च सदन से भी इनको भागना पड़ेगा।
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इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी शिक्षा मित्रों से सड़कों पर प्रदर्शन ना करने की अपील की। विधान भवन में अपने संबोधन की दौरान उन्होंने शिक्षा मित्रों से सड़कों पर प्रदर्शन ना करने की अपील भी की। उन्होंने कहा की सरकार संवेदनशील है। हम इस समस्या के निष्कर्ष पर लगेंगे। सीएम ने विधानभवन में कहा कि शिक्षा मित्रों के सहयोजन में ही फाल्ट था।इसी कारण हाई कोर्ट और सुप्रीमो कोर्ट ने इस समायोजन को निरस्त किया है।
उन्होंने कहा की उच्च शिक्षा विभाग नोट पैदा करनी की मशीन बन गए थे। वित्त विहीन शिक्षकों के साथ सपा और बसपा की सरकारों ने अन्याय किया है। मैं शिक्षा मित्रों से अपील करता हूं कि सड़कों पर प्रदर्शन ना करें। सरकार इस मामले में बेहद गंभीर है, हम इस समस्या को निष्कर्ष पर लायेंगे।
इस दौरान सीएम ने कहा कि शिक्षा मित्र हिंसा और आगजनी ना करें। कहीं ऐसा ना हो कि उनका ये कारण भविष्य में उनके लिए घातक बन जाये। प्रदेश की कानून व्यवस्था बिगड़ेगी तो पुलिस कारवाई करेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा मित्र स्कूलों में जाकर पढ़ाई का काम कराएं। सरकार इस मामले में गंभीर है, हम समस्या को निष्कर्ष पर लायेंगे।