पनामा दस्तावेजों के भविष्य के बारे में पूछे गये वित्तमंत्री अरुण जेटली का बयान आया है. गुरुवार को उन्होंने कहा कि इसमें खुलासा किये गये सारे खातों की जांच की जा रही है लेकिन सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि बगैर उचित प्रक्रिया के किसी को भी दंडित नहीं किया जाएगा जैसा कि पाकिस्तान में हुआ जहां नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री के पद से हटा दिया गया.भारतीय शेयर बाजार: ट्रंप-किम जॉन्ग की मिसाइलों से 1100 अंक लुढ़का सेंसेक्स
बैंककारी विनियमन विधेयक 2017 पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने राज्यसभा में कहा कि ‘यहां प्राप्त हुए विदेशी बैंक खातों के विवरणों पर जितनी इस सरकार ने कार्रवाई की है उतनी किसी भी सरकार ने कभी नही की.’’ वित्त मंत्री के जवाब के बाद सदन ने विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया. जेटली ने पनामा पेपर के खुलासे के बारे में कहा कि हर खातों की जांच की जा रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे यहां कानून का शासन है, हमारे यहां पड़ोसी देश की तरह ढांचा नहीं जहां आप लोगों को पहले पद से हटा देते हैं और बाद में उस मामले की सुनवाई करते हैं.’’ वह पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की ओर संकेत कर रहे थे जिन्हें पनामा पेपर के खुलासे के बाद पिछले महीने पद से हटा दिया गया था. इस घटना के संदर्भ में यहां इसी मामले पर जांच की स्थिति के बारे में सदन में सवाल उठाये गये थे.
आपको बता दें कि पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने पनामा मामले के कारण नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया था. उनके बाद शाहिद खाकान अब्बासी ने पाकिस्तान की कमान संभाली है. बता दें कि पनामा में कुछ भारतीयों का नाम है, जिसमें ऐश्वर्या राय, अभिषेक सिंह, अमिताभ बच्चन, मोहन लाल शामिल हैं,