पाकिस्तान चुनाव आयोग ने 25 जुलाई को हुए संसदीय चुनाव के नतीजे जारी कर दिए हैं. इसमें इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) 116 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन अभी बहुमत के जादुई आंकड़े से दूर है. वहीं, दूसरे दल चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए इमरान खान की पार्टी के खिलाफ उतर आए हैं. फिलहाल कोई भी दल इमरान को समर्थन देता नजर नहीं आ रहा है. अगर इमरान खान को 13 निर्दलीयों का समर्थन मिल भी जाता है, तो भी सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुतम का आंकड़ा पूरा नहीं होता है. इसके अलावा इमरान खान ने कई सीटों पर चुनाव जीता है, लेकिन वो सभी सीटों पर काबिज नहीं रह सकते हैं. उनको एक सीट को छोड़कर बाकी सीटों से इस्तीफा देना होगा. इससे इमरान की पार्टी को मिली सीटों की संख्या और भी कम हो जाएगी. ऐसे में सवाल यह है कि इमरान खान नई सरकार बनाने के लिए बहुमत के आंकड़े को कैसे जुटाएंगे? इसके चलते इमरान खान के शपथ ग्रहण को लेकर अब तक सस्पेंस बरकरार है. हालांकि पीटीआई के प्रवक्ता ने उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस से पहले राष्ट्रपति सत्र को बुला सकते हैं. पीटीआई के नेता नईमुल हक ने यहां तक कहा कि इमरान खान 14 अगस्त को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. 25 जुलाई को हुए मतदान के बाद वोटों की धीमी गिनती और चुनावों में धांधली के आरोपों के बीच चुनाव आयोग ने अंतिम नतीजों का ऐलान कर दिया है. चुनाव आयोग को वोटों की गिनती कराने में दो दिन से ज्यादा का वक्त लगा. पाकिस्तान चुनाव आयोग के मुताबिक संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली के लिए हुए चुनावों में पीटीआई ने 116 सीटें जीतकर अपनी स्थिति काफी मजबूत कर ली है. भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) 64 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है, जबकि पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) 43 सीटों के साथ तीसरे पायदान पर है. इसके अलावा मुत्ताहिदा मजलिस-ए-अमल (MMA) 13 सीटों के साथ चौथे स्थान पर रही, जबकि 13 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की. माना जा रहा है कि सरकार बनाने में ये निर्दलीय अहम भूमिका निभाएंगे.

शपथ पर सस्पेंस, जादुई आंकड़े तक पहुंचना इमरान के लिए आसान नहीं?

पाकिस्तान चुनाव आयोग ने 25 जुलाई को हुए संसदीय चुनाव के नतीजे जारी कर दिए हैं. इसमें इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) 116 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन अभी बहुमत के जादुई आंकड़े से दूर है.पाकिस्तान चुनाव आयोग ने 25 जुलाई को हुए संसदीय चुनाव के नतीजे जारी कर दिए हैं. इसमें इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) 116 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन अभी बहुमत के जादुई आंकड़े से दूर है.  वहीं, दूसरे दल चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए इमरान खान की पार्टी के खिलाफ उतर आए हैं. फिलहाल कोई भी दल इमरान को समर्थन देता नजर नहीं आ रहा है. अगर इमरान खान को 13 निर्दलीयों का समर्थन मिल भी जाता है, तो भी सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुतम का आंकड़ा पूरा नहीं होता है.  इसके अलावा इमरान खान ने कई सीटों पर चुनाव जीता है, लेकिन वो सभी सीटों पर काबिज नहीं रह सकते हैं. उनको एक सीट को छोड़कर बाकी सीटों से इस्तीफा देना होगा. इससे इमरान की पार्टी को मिली सीटों की संख्या और भी कम हो जाएगी. ऐसे में सवाल यह है कि इमरान खान नई सरकार बनाने के लिए बहुमत के आंकड़े को कैसे जुटाएंगे?  इसके चलते इमरान खान के शपथ ग्रहण को लेकर अब तक सस्पेंस बरकरार है. हालांकि पीटीआई के प्रवक्ता ने उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस से पहले राष्ट्रपति सत्र को बुला सकते हैं. पीटीआई के नेता नईमुल हक ने यहां तक कहा कि इमरान खान 14 अगस्त को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे.  25 जुलाई को हुए मतदान के बाद वोटों की धीमी गिनती और चुनावों में धांधली के आरोपों के बीच चुनाव आयोग ने अंतिम नतीजों का ऐलान कर दिया है. चुनाव आयोग को वोटों की गिनती कराने में दो दिन से ज्यादा का वक्त लगा. पाकिस्तान चुनाव आयोग के मुताबिक संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली के लिए हुए चुनावों में पीटीआई ने 116 सीटें जीतकर अपनी स्थिति काफी मजबूत कर ली है.  भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) 64 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है, जबकि पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) 43 सीटों के साथ तीसरे पायदान पर है.  इसके अलावा मुत्ताहिदा मजलिस-ए-अमल (MMA) 13 सीटों के साथ चौथे स्थान पर रही, जबकि 13 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की. माना जा रहा है कि सरकार बनाने में ये निर्दलीय अहम भूमिका निभाएंगे.

वहीं, दूसरे दल चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए इमरान खान की पार्टी के खिलाफ उतर आए हैं. फिलहाल कोई भी दल इमरान को समर्थन देता नजर नहीं आ रहा है. अगर इमरान खान को 13 निर्दलीयों का समर्थन मिल भी जाता है, तो भी सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुतम का आंकड़ा पूरा नहीं होता है.

इसके अलावा इमरान खान ने कई सीटों पर चुनाव जीता है, लेकिन वो सभी सीटों पर काबिज नहीं रह सकते हैं. उनको एक सीट को छोड़कर बाकी सीटों से इस्तीफा देना होगा. इससे इमरान की पार्टी को मिली सीटों की संख्या और भी कम हो जाएगी. ऐसे में सवाल यह है कि इमरान खान नई सरकार बनाने के लिए बहुमत के आंकड़े को कैसे जुटाएंगे?

इसके चलते इमरान खान के शपथ ग्रहण को लेकर अब तक सस्पेंस बरकरार है. हालांकि पीटीआई के प्रवक्ता ने उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस से पहले राष्ट्रपति सत्र को बुला सकते हैं. पीटीआई के नेता नईमुल हक ने यहां तक कहा कि इमरान खान 14 अगस्त को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे.

25 जुलाई को हुए मतदान के बाद वोटों की धीमी गिनती और चुनावों में धांधली के आरोपों के बीच चुनाव आयोग ने अंतिम नतीजों का ऐलान कर दिया है. चुनाव आयोग को वोटों की गिनती कराने में दो दिन से ज्यादा का वक्त लगा. पाकिस्तान चुनाव आयोग के मुताबिक संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली के लिए हुए चुनावों में पीटीआई ने 116 सीटें जीतकर अपनी स्थिति काफी मजबूत कर ली है.

भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) 64 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है, जबकि पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) 43 सीटों के साथ तीसरे पायदान पर है.

इसके अलावा मुत्ताहिदा मजलिस-ए-अमल (MMA) 13 सीटों के साथ चौथे स्थान पर रही, जबकि 13 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की. माना जा रहा है कि सरकार बनाने में ये निर्दलीय अहम भूमिका निभाएंगे.

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