लोगों के लिए वह स्थिति चिंताजनक होती है जब किसी कारण से सिम कार्ड खराब हो जाए या खो जाए। ज्यादातर यूजर्स नया सिम जल्दी चालू न हो पाने की वजह से परेशानी का सामना करते हैं। नया सिम कार्ड लेने में और उसे फिर से चालू होने में आधे घंटे से लेकर 4 दिन तक का समय लग सकता है।लोगों के लिए वह स्थिति चिंताजनक होती है जब किसी कारण से सिम कार्ड खराब हो जाए या खो जाए। ज्यादातर यूजर्स नया सिम जल्दी चालू न हो पाने की वजह से परेशानी का सामना करते हैं। नया सिम कार्ड लेने में और उसे फिर से चालू होने में आधे घंटे से लेकर 4 दिन तक का समय लग सकता है।  सिम रिप्लेसमेंट प्रोसेस  सिम कार्ड खो जाने या फिर खराब होने की स्थिति में यूजर्स को सबसे पहले टेलिकॉम ऑपरेटर्स के ऑथराइज्ड सेंटर पर जाना होता है। फिर नया सिम लेने के लिए कुछ शुल्क अदा करनी होती है। कुछ कंपनियां सिम रिप्लेसमेंट के लिए 25 रुपये तक चार्ज करती हैं और कुछ नहीं भी करती हैं। नया सिम मिल जाने के बाद उसके वेरिफिकेशन से लेकर एक्टिवेशन तक में आधे घंटे से लेकर चार दिन तक का समय लग सकता है।  सिम के लिए आधार कार्ड नहीं है अनिवार्य  सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार, मोबाइल यूजर्स को नया सिम खरीदने या फिर सिम रिप्लेसमेंट के लिए आधार कार्ड देना जरूरी नहीं है। लेकिन अगर आपके मोबाइल नंबर से आपका आधार कार्ड लिंक है तो सिम कार्ड खो जाने या फिर खराब हो जाने के स्थिति में आपका नया सिम आधे घंटे से लेकर 4 घंटे के बीच में एक्टिवेट हो सकता है। जबकि, अगर आपका आधार कार्ड आपके मोबाइल नंबर से लिंक नहीं है तो आपको 4 दिन तक का इंतजार करना पड़ सकता है।  आधार डाटा लीक के कई मामले आए हैं सामने  पिछले कुछ दिनों में आधार डाटा लीक वाले कई मामले सामने आए हैं, जिसके बाद से यूजर्स आधार कार्ड की जानकारी टेलिकॉम कंपनियों से शेयर करने में हिचकिचाते हैं। कुछ दिन पहले ही हैदराबाद में एक व्यक्ति ने आधार डाटा लीक करके और फर्जी डॉक्युमेंट्स का इस्तेमाल करके 6,500 से ज्यादा फर्जी सिम कार्ड एक्टिवेट कर लिया था।  आधार बेस्ड वेरिफिकेशन है आसान  टेलिकॉम कंपनियों के मुताबिक, आधार बेस्ड ऑथेंटिकेशन बहुत ही आसान प्रक्रिया है, जिसके द्वारा डिजिटल वेरिफिकेशन आसानी से की जा सकती है। इस स्थिति में टेलिकॉम कंपनियां यूजर्स की आधार डिटेल्स वेरिफाई करने के बाद नया सिम चालू कर देती है। वहीं, अगर आपका मोबाइल नंबर आधार कार्ड से लिंक नहीं है तो आपको मोबाइल नंबर लेते समय दिए गये डॉक्युमेंट्स का फिजिकल कॉपी टेलिकॉम ऑपरेटर के ऑथराइज्ड स्टोर में जमा करना होता है। फिजिकल डॉक्युमेंट्स के वेरिफिकेशन में 4 घंटे से लेकर 4 दिन तक का समय लग सकता है। जिसकी वजह से आपका नंबर चालू होने में ज्यादा समय लगता है।

सिम रिप्लेसमेंट प्रोसेस

सिम कार्ड खो जाने या फिर खराब होने की स्थिति में यूजर्स को सबसे पहले टेलिकॉम ऑपरेटर्स के ऑथराइज्ड सेंटर पर जाना होता है। फिर नया सिम लेने के लिए कुछ शुल्क अदा करनी होती है। कुछ कंपनियां सिम रिप्लेसमेंट के लिए 25 रुपये तक चार्ज करती हैं और कुछ नहीं भी करती हैं। नया सिम मिल जाने के बाद उसके वेरिफिकेशन से लेकर एक्टिवेशन तक में आधे घंटे से लेकर चार दिन तक का समय लग सकता है।

सिम के लिए आधार कार्ड नहीं है अनिवार्य

सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार, मोबाइल यूजर्स को नया सिम खरीदने या फिर सिम रिप्लेसमेंट के लिए आधार कार्ड देना जरूरी नहीं है। लेकिन अगर आपके मोबाइल नंबर से आपका आधार कार्ड लिंक है तो सिम कार्ड खो जाने या फिर खराब हो जाने के स्थिति में आपका नया सिम आधे घंटे से लेकर 4 घंटे के बीच में एक्टिवेट हो सकता है। जबकि, अगर आपका आधार कार्ड आपके मोबाइल नंबर से लिंक नहीं है तो आपको 4 दिन तक का इंतजार करना पड़ सकता है।

आधार डाटा लीक के कई मामले आए हैं सामने

पिछले कुछ दिनों में आधार डाटा लीक वाले कई मामले सामने आए हैं, जिसके बाद से यूजर्स आधार कार्ड की जानकारी टेलिकॉम कंपनियों से शेयर करने में हिचकिचाते हैं। कुछ दिन पहले ही हैदराबाद में एक व्यक्ति ने आधार डाटा लीक करके और फर्जी डॉक्युमेंट्स का इस्तेमाल करके 6,500 से ज्यादा फर्जी सिम कार्ड एक्टिवेट कर लिया था।

आधार बेस्ड वेरिफिकेशन है आसान

टेलिकॉम कंपनियों के मुताबिक, आधार बेस्ड ऑथेंटिकेशन बहुत ही आसान प्रक्रिया है, जिसके द्वारा डिजिटल वेरिफिकेशन आसानी से की जा सकती है। इस स्थिति में टेलिकॉम कंपनियां यूजर्स की आधार डिटेल्स वेरिफाई करने के बाद नया सिम चालू कर देती है। वहीं, अगर आपका मोबाइल नंबर आधार कार्ड से लिंक नहीं है तो आपको मोबाइल नंबर लेते समय दिए गये डॉक्युमेंट्स का फिजिकल कॉपी टेलिकॉम ऑपरेटर के ऑथराइज्ड स्टोर में जमा करना होता है। फिजिकल डॉक्युमेंट्स के वेरिफिकेशन में 4 घंटे से लेकर 4 दिन तक का समय लग सकता है। जिसकी वजह से आपका नंबर चालू होने में ज्यादा समय लगता है।