जानिए, क्या स्वीट 16 की एज में सेक्स हैं सही ???

1981 में आई फिल्म ‘एक दूजे के लिए’ का गाना 16 बरस की बाली उमर को सलाम आज भी लोगो की जुबान पे हैं। इस उम्र को स्वीट 16 व सेक्सुअल लाइफ का पहला पायदान भी माना जाता है। एक ओर वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के नेतृत्व वाला इंपावर्ड ग्रुप ऑफ मिनिस्टर ने नए और कठोर एंटी रेप लॉ के ड्राफ्ट में सहमति से सेक्स की उम्र 18 से घटाकर 16 करने पर अपनी सहमति दे दी है। तो वही दूसरी ओर सेक्स की उम्र घटाने के इस फैसले को टीनएज लड़कियां कबूल करने के लिए तैयार नहीं हैं। जानिए, क्या स्वीट 16 की एज में सेक्स हैं सही ???

उम्र-16 साल:-
यह फैसला केवल उन लड़कियों के लिए सही है जो निश्चित उम्र से पहले सेक्स करना पसंद करती हैं। तथा उनकी नजर में यह सही भी होता हैं, कुल मिलाकर यह आपके चॉइस पर डिपेंड करता है। लेकिन देखा   जाए तो यह बदलाव ठीक नहीं है, इसका बुरा असर हमारे समाज के युवाओं में भी देखा जा सकता हैं। 16 साल की उम्र में लड़कियों का माइंड पूरी तरह से मैच्योर नहीं होता है। समझ की काफी कमी होती है उनमें , ऐसे में एक गलती किसी लडक़ी के लिए उम्र भर पछताने का कारण बन सकती है।

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उम्र-17 साल:-
17 साल की लड़कियां भी इतना मैच्योर नहीं होती हैं कि वे सेक्स करने के लिए कोई लॉजिकल फैसला ले पाएंगी। सच तो यह है कि यह उम्र एजुकेशन और करियर पर फोकस करने की होती है। ऐसे में एक गलत फैसला आपको लक्ष्य से भटका सकता हैं। सहमति से सेक्स की उम्र कम करना गोल से भटकाने जैसा साबित हो सकता हैं।

उम्र-18 साल:-
यह फैसला कम उम्र की लड़कियों को सेक्स करने के लिए उकसाएगा। 18 साल की उम्र सहमति से सेक्स के लिए ज्यादा मैच्योर है। जब कोई लडक़ी 16 साल की उम्र में वोट नहीं दे सकती है तो अपना सेक्स पार्टनर कैसे चुन सकती है। ऐसे में वोटिंग की उम्र भी कम करनी चाहिए।
भावना में बहकर या प्यार में पडक़र लड़कियां गलत फैंसला ले लेती हैं जो आगे जाकर उनके लिए गलत साबित हो सकता हैं।

16 साल में ड्राइविंग लाइसेंस क्यों नहीं:-
जब 16 साल की उम्र में एक लडक़ी को सेक्स करने का अघिकार मिल सकता हैं तो उसे ड्राइविंग लाइसेंस क्यों नहीं मिल सकता?

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16 साल की उम्र में सही सेक्स पार्टनर को चॉइस करने की समझ शायद ही किसी लडक़ी में होती हैं। जहाँ एक ओर इंडियन सोसायटी में लड़कियों को घरों में बेहद सुरक्षित माहौल में रखने की पंरपरा है। वहीं, दूसरी तरफ सहमति से सेक्स की उम्र 16 साल करना बिल्कुल विपरीत फैसला है।

एक गाइनकॉलजिस्ट के अनुसार भी सेक्स की उम्र 16 साल करना माकूल फैसला है। ऐसा इसलिए कि देश के स्कूलों में आज भी सेक्स की शिक्षा नहीं दी जाती है। देश की ज्यादातर लड़कियों में, खास करके छोटे शहरों और गांवों की लड़कियों में सेहत और सेक्स को लेकर बिल्कुल नासमझदारी होती है। ऐसे में अनचाहे प्रेग्नेंसी की समस्या बढ़ेगी। इस उम्र में अबॉर्शन कराना खतरे से खाली नहीं होगा। जाहिर है अनचाहे प्रेग्नेंसी में अबॉर्शन के मामले ज्यादा सामने आएंगे। अनसेफ सेक्स से एचआईवी और एड्स के खतरे भी बढ़ेंगे। इस तरह के सेक्स से गर्भाशय में इंफेक्शन की आशंका भी बढ़ेगी। तो यह फँंसला लड़कियो को लेना हैं कि उनके लिए क्या सही हैं और क्या गलत ???

 
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