चंडीगढ़ से पाटलीपुत्र जा रही सुपरफास्ट एक्सप्रेस की तीन एसी बोगियों में बदमाशों ने जमकर लूटपाट की। चेन पुलिंग कर ट्रेन रोकी व 20 मिनट तक लूटपाट करते रहे।चंडीगढ़ से पाटलीपुत्र जा रही सुपरफास्ट एक्सप्रेस की तीन एसी बोगियों में बदमाशों ने जमकर लूटपाट की। चेन पुलिंग कर ट्रेन रोकी व 20 मिनट तक लूटपाट करते रहे।  यात्रियों के मोबाइल, सोने की चेन, नकदी और जो हाथ लगा उसे लूट लिया। विरोध करने पर पथराव भी किया जिसमें रेलकर्मी को चोट आई है।  वारदात का पता ट्रेन के सहारनपुर पहुंचने पर चला, जब यात्रियों ने हंगामा काटा। सहारनपुर रेलवे पुलिस ने यात्रियों के बयान दर्ज किए, लेकिन लूट की घटना में चोरी का जीरो नंबर एफआइआर दर्ज किया और यमुनानगर पुलिस को केस रेफर कर दिया।  यात्रियों के मुताबिक ट्रेन में न जीआरपी की ड्यूटी थी और न ही आरपीएफ की। यात्रियों के मुताबिक ट्रेन गुरुवार देर रात 3.40 मिनट पर यमुनानगर रेलवे स्टेशन पर पहुंची।  ठहराव न होने के बावजूद इसे यहां रोकना पड़ा, क्योंकि हेमकुंड एक्सप्रेस आगे चल रही थी। करीब दस मिनट बाद ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद ट्रेन सहारनपुर की ओर रवाना हो गई।  अभी ट्रेन यमुनानगर से करीब तीन किलोमीटर दूर पहुंची कि किसी ने चेन खींच दी। तीन बार ट्रेन की चेन खींची गई। इसके बाद 15-20 बदमाश बी-1, बी-4 और ए-2 कोच में सवार हो गए और लूटपाट शुरू कर दी।  महिला यात्रियों के गले से सोने की चेन, मंगलसूत्र, मोबाइल, बैग और पर्स से रुपये निकाल लिए। करीब बीस मिनट तक लूटपाट चलती रही, लेकिन एक भी सुरक्षाकर्मी मौके पर नहीं था।  सूत्रों का कहना है कि बदमाश ट्रेन में पहले से सवार थे। उन्हें मालूम था कि पुलिस की गश्त नहीं है। ट्रेन में सवार सुनील कुमार निवासी भोजपुर, गौरव श्रीवास्तव निवासी बरेली (उप्र), विवेक निगम निवासी अलीनगर (मुगलसराय, उप्र), सोनू निवासी वैशाली (बिहार), सुरभि निवासी बनारस (उप्र), पुष्प लता सिंह निवासी पटना (उप्र) के मुताबिक बदमाश इनसे नगदी, सोना के अलावा 12 मोबाइल ले गए हैं।

यात्रियों के मोबाइल, सोने की चेन, नकदी और जो हाथ लगा उसे लूट लिया। विरोध करने पर पथराव भी किया जिसमें रेलकर्मी को चोट आई है।

वारदात का पता ट्रेन के सहारनपुर पहुंचने पर चला, जब यात्रियों ने हंगामा काटा। सहारनपुर रेलवे पुलिस ने यात्रियों के बयान दर्ज किए, लेकिन लूट की घटना में चोरी का जीरो नंबर एफआइआर दर्ज किया और यमुनानगर पुलिस को केस रेफर कर दिया।

यात्रियों के मुताबिक ट्रेन में न जीआरपी की ड्यूटी थी और न ही आरपीएफ की। यात्रियों के मुताबिक ट्रेन गुरुवार देर रात 3.40 मिनट पर यमुनानगर रेलवे स्टेशन पर पहुंची।

ठहराव न होने के बावजूद इसे यहां रोकना पड़ा, क्योंकि हेमकुंड एक्सप्रेस आगे चल रही थी। करीब दस मिनट बाद ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद ट्रेन सहारनपुर की ओर रवाना हो गई।

अभी ट्रेन यमुनानगर से करीब तीन किलोमीटर दूर पहुंची कि किसी ने चेन खींच दी। तीन बार ट्रेन की चेन खींची गई। इसके बाद 15-20 बदमाश बी-1, बी-4 और ए-2 कोच में सवार हो गए और लूटपाट शुरू कर दी।

महिला यात्रियों के गले से सोने की चेन, मंगलसूत्र, मोबाइल, बैग और पर्स से रुपये निकाल लिए। करीब बीस मिनट तक लूटपाट चलती रही, लेकिन एक भी सुरक्षाकर्मी मौके पर नहीं था।

सूत्रों का कहना है कि बदमाश ट्रेन में पहले से सवार थे। उन्हें मालूम था कि पुलिस की गश्त नहीं है। ट्रेन में सवार सुनील कुमार निवासी भोजपुर, गौरव श्रीवास्तव निवासी बरेली (उप्र), विवेक निगम निवासी अलीनगर (मुगलसराय, उप्र), सोनू निवासी वैशाली (बिहार), सुरभि निवासी बनारस (उप्र), पुष्प लता सिंह निवासी पटना (उप्र) के मुताबिक बदमाश इनसे नगदी, सोना के अलावा 12 मोबाइल ले गए हैं।