रूस में चल रहे 21वें फुटबॉल विश्व कप में रविवार को दोनों प्री-क्वार्टर फाइनल मैचों का फैसला पेनल्टी शूटआउट के जरिए हुआ। मेजबान रूस ने पूर्व विजेता स्पेन को 4-3 से और फिर क्रोएशिया ने डेनमार्क को 3-2 से हराया।रूस में चल रहे 21वें फुटबॉल विश्व कप में रविवार को दोनों प्री-क्वार्टर फाइनल मैचों का फैसला पेनल्टी शूटआउट के जरिए हुआ। मेजबान रूस ने पूर्व विजेता स्पेन को 4-3 से और फिर क्रोएशिया ने डेनमार्क को 3-2 से हराया।  गोलकीपर डेनियल सुबासिक के शानदार प्रदर्शन की मदद से क्रोएशिया ने डेनमार्क को हराया। उन्होंने पेनल्टी शूटआउट में डेनमार्क के तीन खिलाड़‍ियों के प्रयास को विफल किया। इससे पहले निर्धारित समय और अतिरिक्त समय के बाद यह मुकाबला 1-1 की बराबरी पर रहा था। क्रोएशिया 20 साल बाद क्वार्टर फाइनल में पहुंचा।  इसके पूर्व दिन के पहले मैच में मेजबान रूस ने इतिहास रच दिया, जब उसने गोलकीपर इगोर अकिनफीव के शानदार प्रदर्शन से पूर्व चैंपियन स्पेन को पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से हराकर पहली बार अंतिम आठ में जगह बनाई। अकिनफीव ने दो स्पेनिश खिलाड़‍ियों के प्रयास पर गोल होने से बचाया।  फुटबॉल विश्व कप इतिहास में यह दूसरा मौका था जब किसी एक दिन दो मैचों का फैसला पेनल्टी शूटआउट के जरिए हुआ। इससे पहले ऐसा मौका 21 जून 1986 को आया था। उस वक्त फ्रांस ने ब्राजील को पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से हराया था, इनका मुकाबला निर्धारित समय तक 1-1 से बराबर रहा था। इसके बाद इसी दिन एक अन्य मैच में पश्चिम जर्मनी ने मैक्सिको को 4-1 से पेनल्टी शूटआउट में हराया था, इनका मुकाबला निर्धारित समय तक गोलरहित बराबरी पर छूटा था।

गोलकीपर डेनियल सुबासिक के शानदार प्रदर्शन की मदद से क्रोएशिया ने डेनमार्क को हराया। उन्होंने पेनल्टी शूटआउट में डेनमार्क के तीन खिलाड़‍ियों के प्रयास को विफल किया। इससे पहले निर्धारित समय और अतिरिक्त समय के बाद यह मुकाबला 1-1 की बराबरी पर रहा था। क्रोएशिया 20 साल बाद क्वार्टर फाइनल में पहुंचा।

इसके पूर्व दिन के पहले मैच में मेजबान रूस ने इतिहास रच दिया, जब उसने गोलकीपर इगोर अकिनफीव के शानदार प्रदर्शन से पूर्व चैंपियन स्पेन को पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से हराकर पहली बार अंतिम आठ में जगह बनाई। अकिनफीव ने दो स्पेनिश खिलाड़‍ियों के प्रयास पर गोल होने से बचाया।

फुटबॉल विश्व कप इतिहास में यह दूसरा मौका था जब किसी एक दिन दो मैचों का फैसला पेनल्टी शूटआउट के जरिए हुआ। इससे पहले ऐसा मौका 21 जून 1986 को आया था। उस वक्त फ्रांस ने ब्राजील को पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से हराया था, इनका मुकाबला निर्धारित समय तक 1-1 से बराबर रहा था। इसके बाद इसी दिन एक अन्य मैच में पश्चिम जर्मनी ने मैक्सिको को 4-1 से पेनल्टी शूटआउट में हराया था, इनका मुकाबला निर्धारित समय तक गोलरहित बराबरी पर छूटा था।