रक्षा मंत्रालय ने उक्रेन से एएन-32 युद्धक विमान के पार्ट्स हासिल में दलाली लेने के मीडिया की एक रिपोर्ट को गलत और गुमराह करने वाला बताया है। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में केंद्र सरकार पर 17.55 करोड़ रुपये की दलाली लेने का आरोप लगाया गया है।रक्षा मंत्रालय ने उक्रेन से एएन-32 युद्धक विमान के पार्ट्स हासिल में दलाली लेने के मीडिया की एक रिपोर्ट को गलत और गुमराह करने वाला बताया है। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में केंद्र सरकार पर 17.55 करोड़ रुपये की दलाली लेने का आरोप लगाया गया है।  रक्षा मंत्रालय की ओर से गुरुवार को बयान तब आया जब विपक्षी दल कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से पूछा कि वह दलाली लेने के गंभीर आरोप का जवाब दें। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। राहुल ने हैशटैग बीजेपीडिफेंसस्कैम के साथ ट्वीट कर कहा कि स्वयंभू चौकीदार मोदी जी,आपसे अपील है कि आप अपने भ्रष्ट मोदी अफसरों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें।  इस पर रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि 26 नवंबर 2014 को एसटीई उक्रेन से करार को अंतिम रूप देने तक वायुसेना या रक्षा मंत्रालय से ग्लोबल मार्केटिंग एसपी लिमिटेड की कोई भी बैठक नहीं हुई थी और ना ही इस कंपनी से कोई समझौता किया गया। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि भारत उक्रेन के दूतावास ने गृह मंत्रालय से विगत छह मार्च को अपील की थी कि उक्रेन की सरकारी कंपनी एसटीई के खिलाफ एक आपराधिक मामले में जांच में कानूनी मदद कर दें। ऐसा भारत और उक्रेन के बीच अंतरराष्ट्रीय संधि के तहत किया जा रहा है। इस अपील में कुछ सवालों की सूची है। इसमें किसी भारतीय अफसर पर कोई आरोप नहीं लगाए गए हैं।  उल्लेखनीय है कि मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि उक्रेन के राष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भारत के गृह मंत्रालय से दलाली की जांच के लिए कानूनी सहायता मांगी है। इस रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी प्रेस कांफ्रेंस करके सीतारमण से जवाब मांगा और आरोपों को गंभीर बताया।

रक्षा मंत्रालय की ओर से गुरुवार को बयान तब आया जब विपक्षी दल कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से पूछा कि वह दलाली लेने के गंभीर आरोप का जवाब दें। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। राहुल ने हैशटैग बीजेपीडिफेंसस्कैम के साथ ट्वीट कर कहा कि स्वयंभू चौकीदार मोदी जी,आपसे अपील है कि आप अपने भ्रष्ट मोदी अफसरों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें।

इस पर रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि 26 नवंबर 2014 को एसटीई उक्रेन से करार को अंतिम रूप देने तक वायुसेना या रक्षा मंत्रालय से ग्लोबल मार्केटिंग एसपी लिमिटेड की कोई भी बैठक नहीं हुई थी और ना ही इस कंपनी से कोई समझौता किया गया। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि भारत उक्रेन के दूतावास ने गृह मंत्रालय से विगत छह मार्च को अपील की थी कि उक्रेन की सरकारी कंपनी एसटीई के खिलाफ एक आपराधिक मामले में जांच में कानूनी मदद कर दें। ऐसा भारत और उक्रेन के बीच अंतरराष्ट्रीय संधि के तहत किया जा रहा है। इस अपील में कुछ सवालों की सूची है। इसमें किसी भारतीय अफसर पर कोई आरोप नहीं लगाए गए हैं।

उल्लेखनीय है कि मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि उक्रेन के राष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भारत के गृह मंत्रालय से दलाली की जांच के लिए कानूनी सहायता मांगी है। इस रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी प्रेस कांफ्रेंस करके सीतारमण से जवाब मांगा और आरोपों को गंभीर बताया।