CM त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की वर्ल्ड हिन्दू इकोनॉमिक फोरम के विशेषज्ञों से प्रदेश के विकास पर चर्चा

CM त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की वर्ल्ड हिन्दू इकोनॉमिक फोरम के विशेषज्ञों से प्रदेश के विकास पर चर्चा

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता मिलन हॉल में उत्तराखण्ड सरकार एवं वर्ल्ड हिन्दू इकोनॉमिक फोरम के तत्वावधान में उद्यमियों और विषय विशेषज्ञों के साथ आयोजित आर्थिक परिचर्चा में भाग लिया. परिचर्चा में भाग लेने वाले विषय विशेषज्ञों एवं उद्यमियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परिचर्चा से प्रदेश में पर्यटन, शिक्षा, उद्योग, आईटी, कृषि आदि के क्षेत्र में हुए मंथन का लाभ प्रदेश को मिलेगा तथा विकास के प्रति हमारी सोच को नया दायरा मिलेगा.CM त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की वर्ल्ड हिन्दू इकोनॉमिक फोरम के विशेषज्ञों से प्रदेश के विकास पर चर्चामुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केदारनाथ के कपाट खुलने व बन्द होने के समय दो बार केदारनाथ आए. उनकी सोच स्पष्ट है कि दुनिया के 120 करोड़ हिन्दू उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा पर आना चाहते हैं. इसके लिए इस देवभूमि में सडक, रेल व वायु परिवहन सेवाओं का बेहतर होना आवश्यक है, इसी दिशा में उन्होंने 12 हज़ार करोड़ रुपये ऑल वेदर रोड, 13 हजार करोड़ रुपये भारतमाला योजना तथा 1600 करोड़ रुपये ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के लिए स्वीकृत किए हैं, जिस पर कार्य तेजी से किया जा रहा है.

जॉलीग्रांट हवाई अड्डे को एलीवेटेड रूप में विस्तार कर इसे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसके साथ ही पंतनगर हवाई अड्डे, चिन्यालीसौड़, नैनी सैनी हवाई पट्टियों के विस्तारीकरण के साथ ही चैखुटिया में नई हवाई पट्टी बनाई जाएगी.

उत्तराखण्ड में भविष्य के पर्यटन का आधार तैयार किया जा रहा है. कई फिल्मों का फिल्मांकन यहां पर किया जा रहा है. इसके लिए सूटिंग फीस को माफ किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश  में आने वाले लगभग 1.19 लाख विदेशी पर्यटको को पर्वतीय क्षेत्रों तक पहुंचाने तथा इनकी संख्या में कैसे वृद्धि हो इसके लिए आधार तैयार किए जा रहे हैं. यहां की झीलों को पर्यटन की दृष्टि से बेहतर उपयोग किए जाने व सर्विस सेक्टर को प्रभावी बनाने के प्रयास जारी है. 

चमोली के सीमांत गांव घेस और हिमनी को वाई-फाई सुविधा से जोड़ा गया है. तीन साल के अन्दर प्रदेश के सभी गांवों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने का प्रयास है, इससे प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों के लोग देश व दुनिया को देख सकेंगे.

मुख्यमंत्री ने कहा कि नई तकनीकि के माध्यम से स्वास्थ्य क्षेत्र की कमियों को दूर किया जा रहा है. देश के 144 ई-अस्पतालों में से 47 उत्तराखण्ड में है. 36 अस्पताल और ब्लड बैंकों, दवा स्टोरों को ऑनलाइन किया गया है. टेली मेडिसिन से जुडे अस्पतालों को अपोलो अस्पताल से जोड़ा गया है, जहां से विशेषज्ञ डॉक्टरों का परामर्श प्राप्त किया जा रहा है.

मुख्यमंत्री ने पीएमएएम इनकॉरपोरेटेड, डलास, यूएसए के सीईओ और अध्यक्ष पंकज कुमार द्वारा तुंगनाथ और भविष्य बद्री मन्दिरों का जीर्णोंद्धार अपने संसाधनों से किए जाने के प्रस्ताव और आर्ट ऑफिशियल साफ्टवेयर के साथ ही शिक्षा उद्योग और पर्यटन से संबन्धित ऐप निशुल्क उपलब्ध कराए जाने के प्रस्तावों के लिए सराहना की.

अपने सम्बोधन में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखण्ड सदियों से साधकों मनीषियों और पर्यटकों के आर्कषण का केन्द्र रहा है. प्रदेश में गढ़वाल और कुमाऊं में 24 धार्मिक पर्यटन सर्किट बनाए जा रहे हैं. चारधाम पैदल यात्रा मार्ग की हज़ारों साल पुरानी परम्परा की शुरूआत की जा रही है. इससे हमारे पड़ाव व चट्टियों को पुनर्जीवित करने तथा पलायन रोकने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि स्थानीय खान-पान व ट्राइबल दूरिज्म को भी बढ़ावा दिए जाने की योजना है.

इस अवसर पर वर्ड इकोनॉमिक फोरम के अध्यक्ष स्वामी विज्ञानानन्द ने कहा कि विश्व में जापान से लेकर इंडोनेशिया तक हमारे पूर्वजों ने बिना संसाधनों के व्यापार व अन्य क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई तो आज के बदलते दौर में हम यह कार्य क्यों नही कर सकते? उन्होंने कहा कि ग्लोबल मार्केट में हमें फाइनेंशियल इको सिस्टम लागू करने और तकनीकी दक्षता के प्रति ध्यान देना होगा. हमें अपनी दक्षता का उपयोग अपने समाज को आगे बढाने में करना होगा इसके लिए युवाओं को आगे आना होगा. उन्होंने कहा कि आज के दौर में आर्थिक रूप से समृद्ध देश का महत्व ज्यादा है.

इस परिचर्चा में जिन विशेषज्ञों व उद्यमियों ने अपने विचार व सुझाव रखे उनमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के आर्थिक सलाहकार एवं लन्दन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक के सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्राध्यापक प्रोफ़ेसर गौतम सैन, पीएमएएम इनकॉरपोरेटेड, डलास, यूएसए के सीईओ और अध्यक्ष पंकज कुमार, वरिष्ठ अर्थशास्त्री एवं प्राध्यापक सिंगापुर मैनेजमेंट विश्वविद्यालय प्रोफ़ेसर वैंकटरमन नागेश्वरन, वरिष्ठ कृषि एवं पर्यावरण वैज्ञानिक न्यूजीलैण्ड उपकुलपति यूनिवर्सिटी एण्ड इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड रिसर्च गांधी नगर, गुजरात, प्रोफ़ेसर जीएम मगेशन, आईआईटी खडगपुर आईटीएम विश्वविद्यालय गुरूग्राम प्रोफ़ेसर प्रशान्त सिंह प्रध्यापक आईआईटी कानपुर एवं पूर्व बोस्च कॉरपोरेशन बोस्टन यूएसए डॉक्टर नचिकेता तिवारी प्रमुख थे. इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने इन विशेषज्ञों को सम्मानित भी किया. उद्योग निदेशक सुधीर नौटियाल ने आभार व्यक्त किया.

इस अवसर पर वित्त मंत्री प्रकाश पंत, विधायक गणेश जोशी, इंडस्ट्रीज एशोसिएशन उत्तराखण्ड, उत्तराखण्ड इंडस्ट्रियल वेलफेयर एशोसिएशन, विभिन्न उद्योगों, फिक्की एफएलओ के प्रतिनिधियों के समूह, विभिन्न शिक्षक संस्थानो के प्रोफेसर व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.

इससे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र के समक्ष मुख्यमंत्री आवास कैम्प कार्यालय में वल्र्ड हिन्दू इकोनॉमिक फोरम के प्रतिनिधियों ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से उत्तराखण्ड में पर्यटन, तीर्थाटन, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, योग, आयुर्वेद आदि के क्षेत्र में व्यापक सम्भावनाओं पर चर्चा की. उत्तराखण्ड में प्राचीन एवं प्रसिद्ध मंदिरों के सौन्दर्यीकरण, पलायन को रोकने के लिए पर्वतीय क्षेत्रों आधुनिक एवं जैविक कृषि को बढ़ावा देने, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं रोड कनेक्टिवी को मजबूत बनाने पर चर्चा हुई. प्रदेश के तीव्र विकास के लिए आईटी, इंजीनियरिंग, स्वास्थ्य शिक्षा को मजबूत बनाने के सुझाव दिए गए.

इस अवसर पर वित्त मंत्री प्रकाश पंत, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव भूपेन्द्र कौर औलख, राधिका झा, डी सेंथिल पांडियन, दिलीप जावलकर, एमडी सिडकुल सौजन्या, वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के अध्यक्ष स्वामी विज्ञानानन्द, वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम से डॉक्टर गौतम सेन, डॉक्टर वेंकटरमन अनन्त नागेश्वरम, प्रोफ़ेसर जीएन मगेशा, प्रोफ़ेसर सतीश मोघ, डॉक्टर नचिकेता तिवारी, पंकज कुमार, अजय गुप्ता उपस्थित थे.

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