लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज पढ़ने को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है और अब इस मामले ने इतना तूल पकड़ लिया है कि इस पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को बयान देना पड़ गया. योगी ने सख्त हिदायत दी है कि मॉल को राजनीति का अड्डा नहीं बनने दिया जाएगा और इसके साथ ही उन्होंने हालिया घटनाओं पर नाराजगी जताई है.
राजनीति का अड्डा नहीं बनाया जाना चाहिए: सीएम योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्य के पुलिस-प्रशासन के आला अफसरों संग वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात की और इस दौरान उन्होंने कहा कि लखनऊ में एक मॉल खुला है, जो अपनी व्यवसायिक गतिविधियां चला रहा है. उसको राजनीति का अड्डा नहीं बनाया जाना चाहिए. माहौल खराब करने वाले लोगों को किसी भी कीमत पर न बख्शें.
लुलु मॉल विवाद पर सीएम योगी ने दी सख्त हिदायत
सीएम योगी ने कहा, ‘किसी भी तरह की अनावश्यक बयानबाजी करना, सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर, जनता का आवागमन बाधित करना स्वीकार्य नहीं है. इसके जरिए सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने का प्रयास किया जा रहा है. लखनऊ प्रशासन इसे गंभीरता से ले और सख्ती से निपटे.’
क्या है लुल मॉल का पूरा विवाद
हाल ही में आरोप लगे थे कि लखनऊ के लुलु मॉल में कुछ लोगों ने नमाज पढ़ी. लेकिन, ये मामला यहीं तक नहीं थमा. इसके बाद कुछ संगठनों ने वहां हनुमान चालीसा और सुंदरकांड पढ़ने की धमकी दी. कुछ लोग तो मॉल में हनुमान चालीसा पढ़ने तक पहुंच गए. इसके बाद सवाल ये भी उठे कि क्या मॉल में नमाज पढ़ी गई या सिर्फ इसका दिखावा किया गया.
नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल
लुलु मॉल में नमाज पढ़ने के दो वीडियो वायरल हो रहे हैं. एक वीडियो मे सिर्फ दो लोग नमाज पढ़ रहे हैं, जबकि दूसरे वीडियो में 10 लोग नमाज अदा करते दिखाई दे रहे हैं. दूसरे वीडियो में नमाज अदा करने वाले 10 लोगों में से 8 लोगों की सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई तो पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी मिली.
पुलिस ने किया चौंकाने वाला खुलासा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मॉल के सीसीटीवी को जब खंगाला गया तो पता चला कि 8 युवक मॉल से कुछ दूर अपनी गाड़ी खड़ी करके पैदल मॉल के अंदर गए. युवकों ने पहले ग्राउंड फ्लोर पर नमाज पढ़ने की कोशिश की, लेकिन मॉल के सुरक्षाकर्मियों ने मना कर दिया. इसके बाद सभी 8 युवक फर्स्ट फ्लोर पर गए, लेकिन वहां भी नमाज़ पढ़ने की जगह नहीं मिली. आखिर में सेकेंड फ्लोर पर सन्नाटा देख सभी युवकों ने नमाज पढ़ी.