नई दिल्ली: गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय हॉकी टीम के बेहद शर्मनाक प्रदर्शन पर टीम को काफी आलोचना झेलनी पड़ी है, टीम के सीनियर खिलाड़ी- कप्तान मनप्रीत सिंह, गोलकीपर पीआर श्रीजेश, एसवी सुनील और रूपिंदर पाल सिंह ने हॉकी इंडिया के अधिकारियों के साथ मंगलवार को बैठक की और टीम के हार के पीछे का कारण बताया. इस मीटिंग में भारतीय टीम के कोच शोर्ड मारिन छुट्टी पर होने के कारण शामिल नहीं हो पाए. गौरतलब है कि भारतीय हॉकी टीम का प्रदर्शन कॉमनवेल्थ में निराशाजनक रहा है, टीम अंक तालिका में चौथे स्थान पर रही थी. टीम के सीनियर खिलाड़ियों ने हॉकी इंडिया को कहा है कि टीम गोल्ड कोस्ट में और अच्छा प्रदर्शन कर सकती थी अगर ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले टीम को और अधिक मैच खेलने का मौका मिलता. आपको बता दें कि 12 सालों में यह पहली बार है, जब भारतीय हॉकी टीम किसी मैडल के बिना वापिस लौटी है, इससे पहले 2006 में भारतीय हॉकी टीम ने अपना अंतिम मैडल जीता था. इस प्रदर्शन के लिए कोच मारिन पर भी उँगलियाँ उठ रही है, कुछ खिलाड़ियों का कहना है कि मारिन ने खिलाड़ियों का चयन करने में गलती की, जिस कारण टीम को हार का सामना करना पड़ा.

CWG2018: हॉकी खिलाड़ियों ने कहा, हार के लिए कोच जिम्मेदार

नई दिल्ली: गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय हॉकी टीम के बेहद शर्मनाक प्रदर्शन पर टीम को काफी आलोचना झेलनी पड़ी है, टीम के सीनियर खिलाड़ी- कप्तान मनप्रीत सिंह, गोलकीपर पीआर श्रीजेश, एसवी सुनील और रूपिंदर पाल सिंह ने हॉकी इंडिया के अधिकारियों के साथ मंगलवार को बैठक की और टीम के हार के पीछे का कारण बताया. इस मीटिंग में भारतीय टीम के कोच शोर्ड मारिन छुट्टी पर होने के कारण शामिल नहीं हो पाए.नई दिल्ली: गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय हॉकी टीम के बेहद शर्मनाक प्रदर्शन पर टीम को काफी आलोचना झेलनी पड़ी है, टीम के सीनियर खिलाड़ी- कप्तान मनप्रीत सिंह, गोलकीपर पीआर श्रीजेश, एसवी सुनील और रूपिंदर पाल सिंह ने हॉकी इंडिया के अधिकारियों के साथ मंगलवार को बैठक की और टीम के हार के पीछे का कारण बताया. इस मीटिंग में भारतीय टीम के कोच शोर्ड मारिन छुट्टी पर होने के कारण शामिल नहीं हो पाए.  गौरतलब है कि भारतीय हॉकी टीम का प्रदर्शन कॉमनवेल्थ में निराशाजनक रहा है, टीम अंक तालिका में चौथे स्थान पर रही थी. टीम के सीनियर खिलाड़ियों ने हॉकी इंडिया को कहा है कि टीम गोल्ड कोस्ट में और अच्छा प्रदर्शन कर सकती थी अगर ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले टीम को और अधिक मैच खेलने का मौका मिलता.  आपको बता दें कि 12 सालों में यह पहली बार है, जब भारतीय हॉकी टीम किसी मैडल के बिना वापिस लौटी है, इससे पहले 2006 में भारतीय हॉकी टीम ने अपना अंतिम मैडल जीता था. इस प्रदर्शन के लिए कोच मारिन पर भी उँगलियाँ  उठ रही है, कुछ खिलाड़ियों का कहना है कि मारिन ने खिलाड़ियों का चयन करने में गलती की, जिस कारण टीम को हार का सामना करना पड़ा.

गौरतलब है कि भारतीय हॉकी टीम का प्रदर्शन कॉमनवेल्थ में निराशाजनक रहा है, टीम अंक तालिका में चौथे स्थान पर रही थी. टीम के सीनियर खिलाड़ियों ने हॉकी इंडिया को कहा है कि टीम गोल्ड कोस्ट में और अच्छा प्रदर्शन कर सकती थी अगर ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले टीम को और अधिक मैच खेलने का मौका मिलता.

आपको बता दें कि 12 सालों में यह पहली बार है, जब भारतीय हॉकी टीम किसी मैडल के बिना वापिस लौटी है, इससे पहले 2006 में भारतीय हॉकी टीम ने अपना अंतिम मैडल जीता था. इस प्रदर्शन के लिए कोच मारिन पर भी उँगलियाँ  उठ रही है, कुछ खिलाड़ियों का कहना है कि मारिन ने खिलाड़ियों का चयन करने में गलती की, जिस कारण टीम को हार का सामना करना पड़ा.  

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