बाइबिल के अनुसार जिस स्थान पर ईसा मसीह को सूली को पर चढ़ाया गया वह गोलगोथा नामक एक ऊंची टेकरी पर था. जब ईसा अपने प्राण त्याग रहे थे तो उनके अंतिम शब्द थे “है पिता मै अपनी आत्मा को तेरे हाथो में सोंपता हूं” यह कहकर ईसा मसीह ने अपने प्राण त्याग दिए. ईसा को बेहरमी से कीलों से ठोका गया
सूली पर लटकाये जाने से पूर्व ईसा को कई अमानवीय यातनाऐं दी गई थी. उनके सिर पर काँटों का ताज रखा गया,पूरे शरीर पर कोड़े और चाबुक लगाए गए उन पर थूका गया, जबरदस्ती शराब पिलाई गई और आखिरी में बेहरहमी से कीलें ठोंकी गई और फिर सूली पर चढ़ा दिया गया.
ईसा के प्राण त्यागते समय घटित हुई थी विचित्र घटनाएँ
कहा जाता है कि ईसा मसीहा 6 घंटे तक सूली पर लटके रहे थे और यातना सहते रहे बाइबिल के अनुसार ईसा को सूली पर चढ़ाये जाने के आखिरी 3 घंटे के तक पूरे देश में अंधेरा छाया हुआ था. जब एक चीख के बाद ईसा मसीह ने अपने प्राण त्यागे तब उसी समय भयंकर भूकंप आया था कब्रों कि कपाटें खुल गयी और साथ ही पवित्र मंदिर का पर्दा ऊपर से नीचे तक फट गया था.