अभी तक हमने गाड़ी, कंपनी, जीवन और अपनी हर एक छोटी-मोटी चीजों को बीमा सुना है। लेकिन अब घर का बीमा भी सुनने को मिल रहा है। जी हां, केंद्र सरकार जल्द ही घर के लिए बीमा का इंतजाम करने जा रही है। किसी प्रकार की विपत्ति में घर के साथ कुछ बुरा हुआ तो पूरा पैसा बीमा के तौर पर मिलेगा। हालांकि इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है लेकिन चर्चा तेज है। आइए जानते हैं इस पूरी योजना के बारे में।  
लोगों को मिलेगा सुरक्षाकवच
अपना घर हर इंसान का सपना होता है और इसे बनाने में काफी जतन करने पड़ते हैं। कुछ लोगों की तो जमापूंजी भी घर बनाने  में चली जाती है और लोन लेना पड़ता है अलग से। लेकिन अब सरकार घर के लिए बीमा योजना लाएगी। अगर बाढ़, आग या भूकम्प की वजह से घर को नुकसान होता है तो आपको पैसा मिलेगा। जिन लोगों के घर बर्बाद होने के बाद उन्हें दोबारा घर बनाने में मुश्किल आती है ऐसे में लोगों को इस बीमा से फायदा होगा।
क्या है योजना
मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक, केंद्र सरकार की ओर से जो तमाम तरह की बीमा योजनाएं शुरू की गई है उन्हीं में घर सुरक्षा बीमा योजना भी होगा। अभी तक प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना चल रही है। लोगों ने इसका काफी लाभ लिया और अच्छी संख्या में बीमा करवाया। यह काफी सस्ता होने के साथ ही सुरक्षा की अच्छी गारंटी है। इसलिए सरकार होम इंश्योरेंस स्कीम ला रही है। ताकि लोगों के घर तबाह होने के बाद उन्हें उसकी भरपाई मिले। यह तीन लाख रुपए तक का बीमा करेगी और साथ ही घर के सामान के लिए भी 3 लाख रुपए का कवरेज होगा। यह ही दुर्घटना बीमा भी  होगा।
कितने का होगा बीमा
अभी तक प्रीमियम को लेकर ही सरकार की ओर से कुछ तय नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि इसे 500 रुपए से एक हजार रुपए तक किया जा सकता है। इसमें सरकारी और निजी दोनों ही कंपनियों को शामिल करने की बात चल रही है। सरकारी कंपनियों की ओर से योजना को तेजी से फैलाने की सरकार सोच रही है लेकिन अभी कुछ फाइनल नहीं हुआ है। यह प्रीमियम माह वार होगा या प्रतिवर्ष के हिसाब से इसे भी अभी तय नहीं किया गया है। हालांकि लोगों में इसको लेकर कैसी चर्चा है वह सामने नहीं आई है। लेकिन बताया जा रहा है कि घर के प्रति लोगों की संवेदनशीलता इस योजना को काफी फायदे में पहुंचा सकती है।
GB Singh
 TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
				 
		
		 
						
					 
						
					