पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया केस मामले में पूछताछ के लिए सीबीआई दफ्तर पहुंच चुके हैं। जांच एजेंसी ने उन्हें 6 जून को पेश होने के लिए कहा था। इससे पहले चिदंबरम एयरसेल-मैक्सिस मामले में ईडी के सामने पेश हुए थे। बता दें कि चिदंबरम को कोर्ट ने 10 जून तक के लिए गिरफ्तारी से अंतरिम राहत प्रदान की है।पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया केस मामले में पूछताछ के लिए सीबीआई दफ्तर पहुंच चुके हैं। जांच एजेंसी ने उन्हें 6 जून को पेश होने के लिए कहा था। इससे पहले चिदंबरम एयरसेल-मैक्सिस मामले में ईडी के सामने पेश हुए थे। बता दें कि चिदंबरम को कोर्ट ने 10 जून तक के लिए गिरफ्तारी से अंतरिम राहत प्रदान की है।  एयरसेल-मैक्सिस केस में भी हुई थी पेशी  बता दें कि एयरसेल-मैक्सिस मनी लॉन्‍ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम से पहली बार पूछताछ की। जहां ईडी ने उनसे छह घंटे से भी अधिक समय तक पूछताछ की। 3,500 करोड़ रुपये के एयरसेल-मैक्सिस सौदे में चिदंबरम की संदिग्ध भूमिका सामने आने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने मामले की जांच शुरू की।  चिदंबरम ने मामले में अग्रिम जमानत के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। हाई कोर्ट उन्हें जमानत तो नहीं दी लेकिन पांच जून तक उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। कोर्ट की इस राहत का लाभ उठाते हुए चिदंबरम मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के जांच अधिकारी के समक्ष पेश हुए। ईडी ने 30 मई को पूर्व केंद्रीय मंत्री को पूछताछ के लिए तलब किया था लेकिन चिदंबरम के कोर्ट जाने की वजह से पूछताछ नहीं हो सकी थी।  क्या है मामला?  पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम पर आरोप है कि उन्होंने कर संबंधी जांच से बचने के लिए पीटर और इंद्राणी मुखर्जी के स्वामित्व वाली मीडिया कंपनी INX से कथित तौर पर धन लिया था। आपको बता दें कि कार्ति को सीबीआई पहले ही अपने शिकंजे में ले चुकी है।  हालांकि, कार्ति और उनके पिता पी. चिदंबरम ने अपने खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों से इंकार किया है। INX मीडिया के फंड को FIPB के जरिए मंजूरी दी गई थी, उस दौरान पी. चिदंबरम वित्त मंत्री थे। सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें इंद्राणी मुखर्जी, पीटर मुखर्जी और कार्ति चिदंबरम का भी नाम शामिल था।

एयरसेल-मैक्सिस केस में भी हुई थी पेशी

बता दें कि एयरसेल-मैक्सिस मनी लॉन्‍ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम से पहली बार पूछताछ की। जहां ईडी ने उनसे छह घंटे से भी अधिक समय तक पूछताछ की। 3,500 करोड़ रुपये के एयरसेल-मैक्सिस सौदे में चिदंबरम की संदिग्ध भूमिका सामने आने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने मामले की जांच शुरू की।

चिदंबरम ने मामले में अग्रिम जमानत के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। हाई कोर्ट उन्हें जमानत तो नहीं दी लेकिन पांच जून तक उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। कोर्ट की इस राहत का लाभ उठाते हुए चिदंबरम मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के जांच अधिकारी के समक्ष पेश हुए। ईडी ने 30 मई को पूर्व केंद्रीय मंत्री को पूछताछ के लिए तलब किया था लेकिन चिदंबरम के कोर्ट जाने की वजह से पूछताछ नहीं हो सकी थी।

क्या है मामला?

पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम पर आरोप है कि उन्होंने कर संबंधी जांच से बचने के लिए पीटर और इंद्राणी मुखर्जी के स्वामित्व वाली मीडिया कंपनी INX से कथित तौर पर धन लिया था। आपको बता दें कि कार्ति को सीबीआई पहले ही अपने शिकंजे में ले चुकी है।

हालांकि, कार्ति और उनके पिता पी. चिदंबरम ने अपने खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों से इंकार किया है। INX मीडिया के फंड को FIPB के जरिए मंजूरी दी गई थी, उस दौरान पी. चिदंबरम वित्त मंत्री थे। सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें इंद्राणी मुखर्जी, पीटर मुखर्जी और कार्ति चिदंबरम का भी नाम शामिल था।