OMG: बिहड़ का शेर कहने जाने वाले डाकू मलखान सिंह का प्रपौत्र निकला चेन स्नचेर!

लखनऊ: एक समय में बीहड़ो का शेर कहे जाने वाले डाकू मलखान सिंह का प्रपौत्र अजय सिंह अपनी बेरोजगारी से परेशान होकर चेन स्नेचर बन गया। बीती रात लखनऊ की आशियाना पुलिस ने अजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने अजय के साथ लूटी गयी चेन खरीदने वाले सर्राफ को भी पकड़ा है। आरोपियों के पास से लूटी गयी चार चेन, एक वजन करने वाली छोटी मशीन, नकदी और चोरी की बाइक बरामद की है।


एसपी नार्थ अनुराग वत्स ने बताया कि आशियाना और उसके आसपास के इलाके में कुछ दिनों से चेन लूट की कई घटनाएं घटी। इसको गंभीरता से लेते हुए पुलिस टीम को छानबीन के लिए लगाया गया। कुछ जगहों से पुलिस को बाइक सवार लुटेरे की फुटेज भी मिली। फुटेज को जब डेवलप किया गया तो बदमाश कानपुर निवासी अजय सिंह के बारे में पता चला।

पुलिस ने जब अजय के बारे में आगे छानबीन की तो पता चला कि वह डाकू मलखान सिंह का प्रपौत्र है। बीती रात आशियाना पुलिस को मुखबिर ने इस बात की सूचना दी कि बदमाश अजय सिंह अपने एक साथी के सथ स्मृति उपवन के पास आने वाला है। इस सूचना पर आशियाना पुलिस की टीम पहले से वहां पहुंच गयी। पुलिस ने इसके बाद स्मृति उपवन के गेट नम्बर तीन के पास पल्सर बाइक सवार बदमाश अजय सिंह और उसके एक साथी को पकड़ा।

तलाशी के दौरान पुलिस को उन लोगों के पास से लूटी गयी चार चेन, एक वजन करने वाली छोटी इलेक्ट्रानिक मशीन और सात हजार रुपये मिले। पुलिस ने जब अजय से बाइक के पेपर मांगे तो वह एक भी पेपर नहीं दिखा सका। पूछताछ में अजय ने बताया कि उक्त बाइक उसने आशियाना इलाके से चोरी की थी। अजय के साथी ने अपना नाम नाका निवासी आकाश बताया। आकाश पेशे से सर्राफ है और लुटेरे अजय से लूटी गयी चेन खरीदता था। एसपी नार्थ ने बताया कि पकड़े गये बदमाश अजय ने इस साल आशियाना इलाके में 6 और आलमबाग इलाके में चेन लूट की एक वारदात को अंजाम देने की बात कुबूली है। इसके अलावा अजय के खिलाफ कानपुर जनपद में पहले से आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं।

 


खुद को बताया हैण्डबाल का स्टेट लेबिल खिलाड़ी
इंस्पेक्टर आशियाना भानू प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपी अजय सिंह ने अपने आप को स्टेट लेबिल का हैण्डबाल खिलाड़ी बताया है। फिलहाल उसके पास से इस संबंध में कोई दस्तावेज तो नहीं मिले हैं, पर उसका शरीर खिलाडिय़ों की तरह जरूर है।

बदमाश का कहना नौकरी नहीं मिली तो करने लगा लूट
पूछताछ में बदमाश अजय सिंह ने बताया कि वह अपराध की दुनिया में आना नहीं चाहता था। उसने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की है। अपनी पढ़ाई और खिलाड़ी होने के नाते उसने कई बार सरकारी नौकरी के लिए आवेदन किया पर उसको सफलता हाथ नहीं लगी। इस बीच उसके पिता ने एक ट्रक खरीदा। ट्रक में उसके पिता को लाखों रुपये का नुकसान हो गया। इसके बाद वह व उसका परिवार आर्थिक तंगी से गुजरने लगा। अजय ने वर्ष 2013 में अपराध की दुनिया में कदम रखा और कानपुर के किदवईनगर इलाके में लूट की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद अजय पेशेवर लुटेरा बन बैठा।

लूट के बाद फौरन ही बेच देता था चेन
बदमाश अजय सिंह काफी शातिर है। वह लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद सर्राफ आकाश को फोन कर सुरक्षित जगह पर बुलाता था। सर्राफ के मौके पर पहुंचने पर बदमाश अजय अपने पास मौजूद इलेक्ट्रानिक वजन मशीन से लूटी गयी चेन का वजन करता था। इसके बाद वजन के अनुसार लूटी गयी चेन को आधे दाम में सर्राफ के हाथ बेच दिया करता था।

चारबाग के होटल में आकर ठहरता था अजय
बदमाश अजय सिंह ने पुलिस को बताया कि कानपुर में वारदात को अंजाम देने के दौरान कानपुर पुलिस उसके पीछे पड़ गयी थी। इसके बाद उसने अपना कार्यक्षेत्र कानपुर से बदल कर लखनऊ कर लिया था। वह कुछ समय तक कृष्णानगर इलाके में किराये के मकान में भी रहा। उसको कृष्णानगर, आलमबाग और आशियाना की सभी गलियों का अंदाजा था। वारदात के बाद वह सड़क के बजाये तंग गलियों का प्रयोग करता था, जिससे वह पुलिस की नज़र में न आ सके। आरोपी ने बताया कि कृष्णानगर का मकान छोडऩे के बाद वह कानपुर से लखनऊ आकर चारबाग के होटल में ठहरता था। इसके बाद लूट की वारदात को अंजाम देकर वह वापस कानपुर लौट जाता था।

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