कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा से अपनी मुलाकात को लेकर उठी अटकलों पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि यदि उन्हें ऐसा करना होगा, तो वह खुलेआम करेंगे क्योंकि दोनों हिमाचल प्रदेश से हैं और एक ही विश्वविद्यालय में पढ़ाई की है.
‘…मिलना होगा तो मैं खुलेआम मिलूंगा’
आनंद शर्मा ने कहा कि उनका जेपी नड्डा से ‘पुराना सामाजिक एवं पारिवारिक नाता’ है और ‘‘मुझे खुशी है कि मेरे राज्य एवं विश्वविद्यालय से आने वाला कोई व्यक्ति सत्तारूढ़ दल का अध्यक्ष है.’’
जेपी नड्डा से कथित भेंट के बारे में पूछे जाने पर आनंद शर्मा ने कहा, ‘‘ वैचारिक मतभेद का मतलब व्यक्तिगत दुश्मनी या वैमनस्य नहीं होता है, …. यदि मुझे जे पी नड्डा से मिलना होगा तो मैं खुलेआम मिलूंगा. यह मेरा अधिकार है. मैं किसी अटकल को हवा नहीं दूंगा.’’
पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय पूर्व छात्र संघ ने उन्हें एवं नड्डा को सम्मानित करने के लिए आमंत्रित किया है.कांग्रेस नेता ने कहा कि इस कार्यक्रम में जाने के सिलसिले में उन्होंने फोन पर नड्डा से बातचीत की.
आनंद शर्मा उस जी-23 समूह के अहम सदस्य हैं जिसने कांग्रेस संगठन में आमूलचूल बदलाव की मांग की थी और जो पार्टी नेतृत्व के कुछ फैसलों का आलोचक रहा था. यह पहली बार नहीं है कि आनंद शर्मा की नड्डा से भेंट करने को लेकर अटकलें सामने आई हैं.
आनंद शर्मा उन कुछ प्रमुख चेहरों में से एक थे, जो नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से पूछताछ के विरोध में कांग्रेस के प्रदर्शन से गायब थे.