क्रिकेट और क्रिकेट से जुड़े खिलाड़ियों को लेकर अकसर ही कोई न कोई खुलासे होते ही रहते हैं। कभी उनके प्रदर्शन को लेकर तो कभी उनके निजी जीवन के खुलासे फैंस जानने के लिए हमेशा ही आतुर रहते हैं। वहीं अब पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को लेकर भी एक खुलासा हुआ है। उन्हें लेकर ये खुलासा हुआ है कि अचानक से उन्होंने आखिर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास क्यों ले लिया था। उन्होंने 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था और ऐसा खिलाड़ी ने अचानक से क्यों किया इसका खुलासा अब 6 साल बाद हुआ है।
2014 में टेस्ट क्रिकेट से धोनी ने लिया संन्यास
पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भले ही क्रिकेट से संन्यास ले चुके हों पर उनके निजी व क्रिकेट करियर के जीवन काल को लेकर अकसर नए–नए खुलासे होते रहते हैं। बता दें कि खिलाड़ी ने साल 2014 में टेस्ट क्रिकेट के फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था। खास बात ये है कि इसके लिए धोनी ने अचानक से फैसला क्यों लिया, इस बारे में 6 साल बाद अब खुलासा हुआ है। भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रवि शास्त्री ने इस बारे में खुलासा किया है। उन्होंने बताया है कि धोनी के अचानक संन्यास लेने के पीछे आखिर क्या वजह रही।
ये भी पढ़ें- महाभारत के भीम थे कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन, इस खेल में जीता था पदक
ये भी पढ़ें- रांची से शिफ्ट होंगे धोनी, आलीशान नए घर की फोटो आई सामने
धोनी ने अपना नहीं टीम के बारे में सोचा
बता दें कि टेस्ट क्रिकेट के फॉर्मेट से पहले धोनी 90 टेस्ट मैच खेल चुके थे। वे चाहते तो आसानी से 100 टेस्ट मैच खेलने का रिकाॅर्ड अपने नाम भी कर सकते थे पर उन्होंने ये फैसला अपने लिए नहीं लिया था। शास्त्री ने एक किताब के इंटरव्यू में कहा, ‘एमएस धोनी भारत ही नहीं उस वक्त के क्रिकेट व विश्वकप के सबसे बड़े खिलाड़ियों में से एक थे। उन्होंने ने सिर्फ भारत को दो विश्वकप ही नहीं जिताए बल्कि तीन आईसीसी खिताब भी टीम के नाम किए हैं। इसके अलावा आईपीएल में धोनी ने चेन्नई की टीम की कप्तानी की है और पांच बार खिताब भी जितवाया है। धोनी संन्यास के वक्त भी फिट खिलाड़ियों में से एक थे, ऐसे में उनका ये फैसला किसी को भी समझ नहीं आया। कोच ने धोनी से विचार करने को कहा। खिलाड़ी कहते हैं कि रिकाॅर्ड उनके लिए मायने नहीं रखते सिर्फ खेल रखता है। हालांकि उस पर विचार सिर्फ कुछ ही करते हैं जैसे धोनी।’
ऋषभ वर्मा