अफगानिस्तान ने भारत में अपने दूतावास मिशन को स्थाई रूप से बंद करने की घोषणा की है। आधिकारिक बयान जारी करते हुए अफगानिस्तान दूतावास ने कहा कि, भारत सरकार से लगातार मिल रही चुनौतियों के कारण यह 23 नवंबर को प्रभावित हुआ है। यह निर्णय नीति और हितों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। यह फैसला 30 सितंबर को परिचालन बंद करने के बाद लिया गया है।
दूतावास ने कहा कि पिछले दो वर्षों के दौरान भारत में अफगानिस्तानी नागरिकों की संख्या में काफी कमी है। 2021 में भारत में आकर बसे अफगानिस्तानी शरणार्थियों की संख्या करीब आधी से हो गई है। इस अवधि में सीमित संख्या में वीजा जारी किए गए हैं।
अफगानिस्तान दूतावास ने कहा कि यह कदम इस उम्मीद से उठाया गया है कि मिशन को सामान्य रूप से संचालित करने के लिए भारत सरकार का रुख अनुकूल रहेगा। कुछ लोग इस संघर्ष को आंतरिक संघर्ष के रूप में देख रहे हैं।