अब कानपुर व लखनऊ के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने और दूरी कम करने के लिए रैपिड रेल चलाने की तैयारी है। इसके लिए यूपी मेट्रो ने जहां आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) तैयार कर लिया है वहीं रूट का भी प्रारंभिक निर्धारण हो गया है। प्रमुख सचिव आवास नितिन गोकर्ण ने कमिश्नर डॉ. राजशेखर व केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह समेत कमेटी के सभी सदस्यों को प्रेजेंटेशन के लिए बुलाया है।
कानपुर और लखनऊ के साथ उन्नाव को भी राज्य राजधानी क्षेत्र के रूप में विकसित करने और कानपुर-लखनऊ को ट्विन सिटी बनाने का निर्देश शासन ने दिया है। इसी के तहत रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम ट्रैक बिछाने के प्रोजेक्ट को मूर्त रूप में लाने की कवायद की गई है। यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने शासन के निर्देश पर ही आरएफपी तैयार किया है। इसमें गंगा बैराज से अमौसी के बीच रैपिड रेल चलाने का प्रस्ताव है। इसकी अनुमानित दूरी लगभग 58 किलोमीटर है। आरएफपी के मुताबिक कानपुर और अमौसी के बीच सिर्फ जैतीपुर और उन्नाव में ही स्टॉपेज दिए जाएंगे। जैतपुर को इसलिए जोड़ा गया है क्योंकि वहां बड़ा औद्योगिक हब विकसित हो रहा है। स्वतंत्रता दिवस के बाद इसकी बैठक शासन स्तर पर होगी। सर्वे के लिए एजेंसी नामित की जाएगी। केडीए इसके लिए टेंडर निकालेगा। प्रोजेक्ट की कमेटी में औद्योगिक विकास आयुक्त, प्रमुख सचिव आवास, कानपुर और लखनऊ के कमिश्नर, केडीए वीसी, उच्चस्तरीय विकास समिति के संजोजक नीरज श्रीवास्तव और यूपीसीडा के एसीईओ हैं। कानपुर के कमिश्नर इसके नोडल अधिकारी हैं।
यह मिलेगा फायदा
– रैपिड रेल से कानपुर मेट्रो की हो जाएगी कनेक्टिविटी
– रावतपुर स्टेशन से चकेरी एयरपोर्ट तक बनेगा मेट्रो ट्रैक
– चकेरी एयरपोर्ट से अमौसी एयरपोर्ट भी सीधे जुड़ जाएगा
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features