आने वाले समय में एम्स के डॉक्टर आपको यह बता सकेंगे कि भविष्य में आपको कौन सी बीमारियां होंगी। आपके जींस की स्टडी करने के बाद यह संभव हो सकेगा। एम्स इस बारे में 15 हजार लोगों पर एक बड़ी मेडिकल स्टडी कर रहा है। इसका मकसद वह फॉर्म्युला खोजना है, जिससे किसी को भविष्य में यानी 10-20 साल बाद होने वाली बीमारियां बताई जा सकें। सिर्फ यही नहीं, यह सिस्टम भी विकसित किया जाएगा कि कौन सी दवा खाने से आपको ज्यादा फायदा होगा। ये 7 चीजें आपको जीवन में दिला सकती हैं सफलता और खुशी….
नया भारत, निरोग भारत
एम्स के न्यूरॉलजी विभाग के प्रमुख डॉक्टर कामेश्वर प्रसाद का कहना है कि इतने बड़े स्तर पर देश में पहली बार यह स्टडी की जा रही है। आने वाले कुछ सालों में नतीजा सबके सामने होगा। जिन 15 हजार लोगों पर यह स्टडी की जाएगी, उनमें शहरी और ग्रामीण इलाकों के बराबर-बराबर निवासी हैं। अभी तक 5 हजार लोगों के ब्लड सैंपल लिए जा चुके हैं। डॉक्टर प्रसाद ने कहा, ‘इस स्टडी को नारा दिया गया है- नया भारत और निरोग भारत। इसपर नीदरलैंड के साथ मिलकर काम किया जा रहा है। इसकी फंडिंग डिपार्टमेंट ऑफ बायॉटेक्नॉलजी ने की है।’
कई देशों में हो रही स्टडी
इस बारे में कई देशों में स्टडी हो रही है। अमेरिका में 10 लाख लोगों पर, यूके में 5 लाख, जर्मनी में 2 लाख लोगों पर इस तरह की स्टडी की जा रही है। अमेरिका में तीन पीढ़ियों के लोग एक साथ स्टडी में शामिल हो रहे हैं। वहां यह स्टडी साल 1948 से चल रही है। फिलहाल तीसरी पीढ़ी के सैंपल लिए जा रहे हैं।
ऐसे पता लगेगा बीमारी का फ्यूचर
– 15,000 लोगों के ब्लड सैंपल लेकर उनके जीन्स की स्टडी की जाएगी
– पिछली बीमारियों को ध्यान में रखकर जीन्स में आए बदलाव नोट किए जाएंगे
– हर केस की स्टोरी बनेगी