यदि पहाड़ी दरक कर राह चलते श्रद्धालुओं या फिर किसी वाहन के ऊपर गिरी तो बड़ा हादसा हो सकता है। मंदिर समिति अध्यक्ष भुवन चंद्र पांडेय ने बताया कि प्रशासन से मार्ग के खतरनाक स्थानों को चिन्हित कर समय रहते सुरक्षात्मक कदम उठाने की मांग की गई है, लेकिन अब तक प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाए हैं।
टनकपुर के एसडीएम अनिल चन्याल ने बताया कि आपदा प्रबंधन को लेकर प्रशासन गंभीर है। पूर्णागिरि समेत सभी पर्वतीय मार्गों के खतरनाक स्थानों को चिन्हित किया जा चुका है। चिन्हित खतरनाक स्थानों पर लादीगाड़ का खतरनाक स्थान भी शामिल है। लोनिवि को चिन्हित खतरनाक स्थानों पर जरूरी सुरक्षात्मक कदम उठाने को आदेशित किया गया है। खतरनाक स्थानों पर पहले से ही जेसीबी एवं पोकलैंड मशीनों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।