प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। भारत की 125 करोड़ की आबादी में 65 प्रतिशत की उम्र 35 साल से कम है। इस युवा आबादी का करीब आधी 25 साल या उससे कम उम्र की है। एक साल पहले विकासशील समाज अध्ययन पीठ (सीएसडीएस) ने कोनराड एएनाऊर स्टिफटुंग (केएएस) ने एक सैंपल सर्वे किया। इस सर्वे में पूरे देश के युवाओं से सवाल पूछे गए। इस सर्वे में शामिल युवाओं की उम्र 15 से 34 के बीच थी।
सर्वे में मिले नतीजों की तुलना 2007 के सीएसडीएस-केएएस से तुलना करके उनके नजरिए में आए बदलाव का विश्लेषण किया गया। सर्वे में राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक-सांस्कृतिक और तकनीकी परवरिवर्तन से जुड़े सवाल नौजवानों से पूछे गए। राजनीतिक पसंद- एक साल पहले जब ये सर्वे किया गया तो युवाओं के बीच सबसे लोकप्रिय पार्टी भाजपा थी। सर्वे में शामिल हर पांच में से एक युवा भाजपा समर्थक था। वहीं हर 10 में से एक युवा कांग्रेस समर्थक था। गौरतलब है कि सर्वे में शामिल करीब आधे युवाओं ने किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ाव की बात कही।
आम तौर पर माना जाता है कि धर्म से आदमी का लगाव बुढ़ापे में बढ़ता है लेकिन ये सर्वे एक अलग ही तस्वीर पेश करता है। सीएसडीएस-केएस सर्वे 2016 में शामिल हर तीसरा नौजवान या तो बहुत ज्यादा धार्मिक या ज्यादा धार्मिक था। सर्वे में शामिल 36 प्रतिशत युवाओं ने खुद को कम धार्मिक और 25 प्रतिशत युवाओं ने सामान्य धार्मिक बताया। 12 प्रतिशत ने खुद को बहुत ज्यादा धार्मिक, 23 प्रतिशत ने ज्यादा धार्मिक और चार प्रतिशत ने अधार्मिक बताया।