केंद्र की एनडीए सरकार और उसकी नोटबंदी सहित कई नीतियोंं के विरोध में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आगामी आठ नवंबर को पटना सहित पूरे बिहार में रैली करने का एलान किया है। इस बारे में लालू यादव ने से विशेष बातचीत की।नोटबंदी की वर्षगांठ: साझे विरोध की रणनीति के लिए आज होगी विपक्ष की बैठक
प्रश्न: राजद की इस रैली का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: आठ नवंबर को ही केंद्र सरकार ने देश में नोटबंदी का एलान किया था। अब एक साल पूरा हो रहा है। हम पूरे बिहार में रैली कर इसके माध्यम से एनडीए वालों से पूछना चाहते हैं कि नोटबंदी से क्या फायदा हुआ? इस तानाशाही फैसले से जनता को जो परेशानी हुई है, उन सबका जवाब देना होगा।
नोटबंदी की वजह से छोटे व्यापारी परेशान हुए। उद्योग-धंधे चौपट हो गए हैं। बिहार में कई छोटे-छोटे दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दी हैं। दरअसल, भाजपा वालों को गरीबों की परेशानी से इन्हें कोई मतलब नहीं, ये अमीर लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए काम करते हैं और कहते हैं अर्थव्यवस्था सुधर गई।
प्रश्न: केंद्रीय जांच एजेंसियां लगातार पूछताछ करने को बुला रहीं। इसका क्या असर पड़ रहा है?
उत्तर: सभी जानते हैं कि केंद्र सरकार के खिलाफ कोई आवाज बुलंद कर सकता है तो वो है लालू यादव। (हंसकर…) देख लीजिए, देश की तमाम जांच एजेंसियों को लालू यादव के पीछे लगा दिया गया है। खुलासे पर खुलासे कर रहे हैं बिहार में बैठे लोग। लेकिन, इन सबकी गीदड़-भभकियों से लालू यादव न कभी डरा था और न डरेगा।
जांच एजेंसियां भी क्या करेंगी? जो सत्ता में बैठे लोग कहते हैं, एजेंसियां करती हैं। वे अपना काम कर रही हैं। उनको (भाजपा को) पता है कि लालू यादव को हरा नहीं सकते तो उसका मनोबल तोड़ो, उसे बदनाम करो। पूरे परिवार के पीछे पड़ा है सब। लेकिन, होने वाला कुछ नहीं है। लालू यादव समझौता करने वाला नहीं है, इसीलिए परेशान करने में लगे हैं। देखते हैं कितना परेशान करते हैं?
प्रश्न: देश के वर्तमान माहौल पर क्या कहना चाहेंगे?
उत्तर: देश का माहौल इन लोगों (भाजपा वालों) ने बिगाड़ दिया है। कभी राम-रहीम को मुद्दा बनाते हैं तो कभी अयोध्या के मसले पर लोगों को भड़काते हैं। देश में प्रेम, सौहार्द्र, भाईचारा खत्म कर धर्म के नाम पर राजनीति हो रही है। देश की शांति खत्म कर दी है।
हमारा देश शांतिप्रिय है, अतिथि को देवता समझते हैं हमलोग। लेकिन, जब से केंद्र में ये सरकार बनी है तब से पूरी व्यवस्था खराब हो गई है। ये लोग एक भाई को दूसरे से लड़वाने की ही राजनीति करते आए हैं और यही इनका मुख्य उद्देश्य है। लेकिन, लालू यादव इनसे आखिरी दम तक लड़ता रहेगा। एक बार आडवाणी का रथ रोके थे। अब जबतक मोदी सरकार का रथ रोक नहीं देते ,चैन से नहीं बैठेंगे।
हम इनके बुने मकडज़ाल को उधेड़ेंगे। इनकी नीतियों का पर्दाफाश करने के लिए सीना तान के इनका सफाया करने के लिए कमिटेड हैं। लालू यादव ने कभी दूसरे लोगों की तरह इसकी चिंता नहीं कि राज रहेगा या जाएगा।
प्रश्न: महागठबंधन टूटने के बाद राजद का प्लान क्या है?
उत्तर: बिहार में महागठबंंधन टूटा कहां है? जदयू शरद यादव जी का है और वो हमारे साथ हैं और रहेंगे। कांग्रेस हमारे साथ थी और है। बाद बाकी तो सब भाजपा है और जो भी छोटी-मोटी राज्य में पार्टियां थीं उनका भाजपा में विलय हो गया, वो भाजपा हो गईं।
बिहार में महागठबंधन और मजबूती से काम करेगा तथा जुमले की सरकार और पलटूराम के खिलाफ अब सभी एकजुट हैं। अब इनकी सत्ता जाने वाली है, इसीलिए सब डरे-सहमे हैं। जनता को धोखा देने वाले इन सभी लोगों को अब जनता सबक सिखाएगी।