नई दिल्ली: वाराणसी दक्षिण विधानसभा सीट से सात बार विधायक रहे श्यामदेव राय चौधरी ने बड़ा फैसला लेते हुए चुनावी राजनीति छोड़ने का ऐलान किया है।

श्यामदेव राय चौधरी ने ऐसे वक्त में चुनावी राजनीति छोड़ने का ऐलान किया जब वाराणसी में मतदान चल रहा है।
श्यामदेव राय चौधरी को इस बार नहीं दिया गया टिकट : 
श्यामदेव राय चौधरी बीजेपी के टिकट पर पिछले सात बार वाराणसी दक्षिण सीट से जीतते रहे हैं और विधायक रहे। हालांकि इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया गया और नीलकंठ तिवारी को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया। इस फैसले से श्यामदेव राय चौधरी काफी नाराज थे।
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लगातार उनके वाराणसी दक्षिण से बीजेपी का उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना थी लेकिन उन्हें इस बार टिकट नहीं दिया गया। जिससे उनकी नाराजगी बढ़ गई।
इतना ही नहीं खुद श्यामदेव ने पार्टी के लिए प्रचार करने से इनकार कर दिया था। माना जा रहा था कि अगर श्यामदेव को मनाने में भाजपा असफल रही तो, इसका खासा नुकसान भुगतना पड़ सकता है।
अब श्यामदेव की नाराजगी संभवतः दूर हो गई है। शनिवार को प्रधानमंत्री और भाजपा के स्टार प्रचारक नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से काशी विश्वनाथ मंदिर तक के रोड शो के दौरान, काशी विश्ववनाथ मंदिर पहुंचे तो वहां श्यामदेव पहले से मौजूद थे। जब मोदी मंदिर की ओर चल रहे थे, तभी उन्होंने श्यामदेव का हाथ पकड़ा और उन्हें अपने साथ मंदिर ले गए।
इतना ही नहीं जब पीएम मोदी काशी विश्वनाथ में विधि-विधान से पूजा पाठ कर रहे थे, तब भी श्यामदेव उनके ठीक बगल मौजूद रहे। पीएम मोदी का श्यामदेव को यह सम्मान देना, भाजपा की वाराणसी इकाई में खुशी की नई लहर ले आया है।हालांकि अब उन्होंने साफ कर दिया है कि वो पहले नाराज थे लेकिन अब उनकी नाराजगी दूर हो गई है।  
श्यामदेव राय चौधरी ने भले ही चुनावी राजनीति से संन्यास ले लिया हो लेकिन उन्होंने राजनीति से संन्यास अभी नहीं लिया है। उन्होंने कि वो पार्टी और संगठन में कार्य और प्रचार करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि वो बीजेपी और चुनाव चिन्ह कमल के लिए काम करते रहेंगे।
साभार: लाइव इंडिया लाइव 
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