भीड़ वाले इलाकों में बिजली नेटवर्क के विस्तार के लिए जगह की कमी को देखते हुए बीएसईएस ने नई टेक्नोलॉजी वाला ट्रांसफॉर्मर विकसित किया है। 2-एमवीए की क्षमता वाला ट्रांसफॉर्मर 990-केवीए के पारंपरिक ट्रांसफॉर्रमरों के मुकाबले दोगुनी बिजली की आपूर्ति करेगा।नीतीश सरकार का फ्लोर टेस्ट आज, तीनों पार्टियों में टूट की आशंका, कांग्रेस छोड़ सकते हैं 18 MLA
बाटला हाउस इलाके में इस तरह के पहले ट्रांसफॉर्रमर का उद्घाटन बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया। इस मौके पर ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन भी उपस्थित थे।
इस ट्रांसफॉर्मर के लगने से बाटला हाउस इलाके के जोगा बाई एक्सटेंशन, आर व एस ब्लॉक में रहने वाले लोगों को काफी फायदा मिलेगा। यहां नेटवर्क विस्तार के लिए जगह की कमी थी।
इसे पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर लगाया है
इस चुनौती से निपटने के लिए इस तरह का तकनीक विकसित की गई है। इसे पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर यहां लगाया है। बीआरपीएल सीईओ अमल सिन्हा के अनुसार इस साल गर्मियों में जामिया नगर इलाके में बिजली नेटवर्क के विस्तार व सुधार पर 10 करोड़ रूपए खर्च किए गए है।
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अगली गर्मियों के पहले ही इस इलाके में बिजली नेटवर्क के विस्तार में और 4 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अनाधिकृत और अनियोजित बसीं कॉलोनियों में बिजली नेटवर्क के विस्तार के इस तकनीक से लाभ मिलेगा।
बढ़ती आबादी के कारण बिजली की मांग बढ़ रही है, लेकिन जगह की कमी के कारण, उस बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए जरूरी नेटवर्क विस्तार में दिक्कतें आती है। इस वजह से, भीड़-भाड़ वाले कंजस्टेड इलाकों में बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करना दिनोंदिन चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है। इन्हीं चुनौतियों को देखते नई तकनीक वाला ट्रांसफॉर्रमर विकसित किया गया है।
अपने उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली आपूर्ति उपलब्ध कराने के लिए बीएसईएस ने वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान नेटवर्क को अपग्रेड करने में करीब 700 करोड़ रूपये का निवेश किया है। वित्त वर्ष के दौरान बीएसईएस ने अपनी बिजली वितरण क्षमता में 600 एमवीए की बढ़ोतरी की। 670 नए ट्रांसफॉर्मर लगाया गया है।