आइपीएल शुरू होने में अब कुछ ही दिन बाकी है लेकिन इससे पहले ही मध्य प्रदेश इंदौर में बने उषाराजे होलकर क्रिकेट स्टेडियम को गुरुवार स्थानीय नगर निगम ने सील कर दिया। ऐसा उन्होंने पूरी संपत्ति न मिल पाने के कारण किया। नगर निगम वालों का कहना है कि अभी स्टेडियम पर संपत्ति बकाया है। लेकिन मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के अधिकारी का कहना है कि उन्होंने 2017 तक का सारा कर जमा कर दिया है।
आपको बता दें, आठ अप्रैल से उषाराजे होलकर क्रिकेट स्टेडियम में आइपीएल के मैच होने हैं और इसे टिकट हासिल करने के लिए दबाव की कार्रवाई भी बताया जा रहा है। गुरुवार दोपहर नगर निगम के उपायुक्त प्रताप सिंह सोलंकी और अरुण शर्मा अपनी टीम के सात स्टेडियम में पूरा कर वसूलने पहुंचे। लेकिन एमपीसीए के अधिकारियों ने कर के रूप में जमा किए गए सात लाख रुपये की राशि की रसीद दिखाई, जिसपर निगम अधिकारियों ने इसे अधूरा टैक्स बताया और स्टेडियम के दोनों गेटों के साथ सीइओ रोहित पंडित का आफिस सील कर दिया।
नगर निगम का कहना है कि स्टेडियम पर 29 लाख, नौ हजार, 605 रुपये का संपत्ति कर बकाया बताया है, जिसे अभी तक उन्होंने पूरा अदा नहीं किया है। जिसके कारण निगम अधिकारियों को ऐसा करना पड़ा। सोलंकी के मुताबिक एसोसिएशन और स्टेडियम प्रशासक की जिम्मेदारी है कि वह सेल्फ असेसमेंट कर टैक्स जमा करें, जबकि स्टेडियम के कर्ताधर्ताओं ने आज तक खेल मैदान का संपत्ति कर ही नहीं चुकाया। अन्य करों के रूप में सात लाख रुपये जरूर जमा कराए थे। कार्रवाई से पहले समय-समय पर नोटिस जारी किए गए थे।
एमपीसीए के सीइओ रोहित पंडित का कहना है कि हमने 2016-17 तक सात लाख रुपये टैक्स पहले ही चुका दिया था। निगम ने उस पर पांच प्रतिशत छूट भी दी थी। बुधवार शाम को निगम के कुछ लोग आए और पहले 11 लाख का टैक्स बकाया बताया। थोड़ी देर बाद 29 लाख के टैक्स की गणना कर दी। गुरुवार को आकर मैदान सील कर दिया। कार्रवाई बिल्कुल गलत है। होलकर स्टेडियम में किंग्स इलेवन पंजाब टीम आठ अप्रैल को राइजिंग पुणे सुपर जाइंट्स से, 10 अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से और 20 अप्रैल को मुंबई इंडियंस से भिड़ेगी।
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